बच्चे का वजन उनको मिलने वाले आहार पर निर्भर करता है। अमेरिकन एकेडमी ऑफ पीडियाट्रिक्स के अनुसार ब्रेस्ट फीडिंग करने वाले शिशु का ग्रोथ ठीक तरह से होता है। वहीं फॉर्मूला मिल्क (Formula milk) का सेवन करने वाले शिशु का ग्रोथ ठीक तरह से नहीं होता है। इसलिए ब्रेस्ट मिल्क सेवन करने वाले शिशु का वजन 6 महीने में बढ़ सकता है जबकि फॉर्मूला मिल्क का सेवन करने वाले शिशु का एक साल में बढ़ता है।
मेडिकल कंडीशन (Medical condition)
बच्चों में कोई शारीरिक परेशानी होने पर बच्चे की ग्रोथ (Babies growth) और वजन दोनों पर नकारात्मक प्रभाव डालता है। ध्यान रखें अगर शिशु का वजन नहीं बढ़ रहा हो, तो हेल्थ एक्सपर्ट से सलाह लें।
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समय से पहले शिशु का जन्म
वैसे शिशु जिनका जन्म जो समय से पहले हुआ हो उनके शारीरिक विकास में वक्त लगता है। ऐसा बच्चे जन्म के पहले साल तक पूरी तरह से विकसित नहीं हो पाते हैं लेकिन, कुछ समय के बाद उनमें भी सही तरह से ग्रोथ शुरू हो जाते हैं। वैसे कुछ बच्चे जिनका जन्म समय से पहले होता है वो जन्म के एक महीने के बाद ही शरीर से स्वस्थ हो जाते हैं।
नवजात शिशु को सिर्फ मां का दूध ही दिया जाता है। किसी कारण अगर मां का दूध शिशु को नहीं पाता है, तो फॉर्मूला मिल्क (Formula milk) दिया जा सकता है। बच्चे को स्वस्थ रखने के लिए स्तनपान करवाना बेहद आवश्यक है। ब्रेस्ट मिल्क (Breast milk) से शिशु को संपूर्ण न्यूट्रिशन मिल जाता है। इसलिए शिशु के साथ-साथ स्तनपान करवाने वाली महिला को अपने आहार पर विशेष ध्यान देना चाहिए।
अगर आप शिशु का वजन कम होने के कारण परेशान हैं या उसका वजन ज्यादा बढ़ रहा है, तो इससे जुड़े किसी तरह के कोई सवाल का जवाब जानना चाहते हैं तो विशेषज्ञों से समझना बेहतर होगा।