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जानिए पोस्‍टपार्टम पीरियड में विटामिन सप्लिमेंट्स का सेवन क्यों है महत्वपूर्ण

और द्वारा फैक्ट चेक्ड Nikhil deore


Niharika Jaiswal द्वारा लिखित · अपडेटेड 15/12/2021

    जानिए पोस्‍टपार्टम पीरियड में विटामिन सप्लिमेंट्स का सेवन क्यों है महत्वपूर्ण

    डिलीवरी के बाद के पहले छह हफ्तों को पोस्‍टपार्टम पीरियड कहा जाता है। यह मां के लिए काफी मुश्किल भरा समय होता है। चाहें नॉमर्ल डिलिवरी हो या सिजेरियन, दोनों में ही मां को खास देखभाल की जरूरत होती है। वहीं, शिशु की देखभाल के साथ-साथ मां को अपना भी ध्‍यान रखने की आवश्यकता होती है। फिर चाहें वो रात को बार-बार शिशु को दूध पिलाना हो, जिसकी वजह से मां की नींद भी खराब होती है और वो थकान भी अधिक महसूस करने लगती हैं। समय पर खानपान न होने की वजह से कई बार मां का शरीर भी कमजोर हो जाता है। इसलिए पोस्‍टपार्टम पीरियड में विटामिन सप्लिमेंट (Vitamin supplementation in the postpartum period) सेवन  बहुत जरूरी है। तो आइए जानते हैं कि पोस्‍टपार्टम पीरियड में विटामिन सप्लिमेंट (Vitamin supplementation in the postpartum period) कैसे लें?

    पोस्‍टपार्टम पीरियड में विटामिन सप्लिमेंट (Vitamin supplementation in the postpartum period) क्यों महत्वपूर्ण हैं?

    गर्भावस्था के दौरान शरीर में कई पोषक तत्वों की कमी हो जाती है, जिसमें फोलेट (Folate), कैल्शियम (Calcium) और विटामिन बी 6 (Vitamin B6) शामिल हैं। इसके अलावा, यदि आप स्तनपान करा रही हैं, तो आपके लिए कई पोषक तत्वों की आवश्यकता, सामान्य की तुलना में अधिक होती है। अक्सर, स्तनपान कराने वाली महिलाएं कैल्शियम, जिंक, मैग्नीशियम और अन्य महत्वपूर्ण पोषक तत्वों की तरफ ध्यान नहीं दे पाती हैं और वहीं से उनका शरीर कमजोर होना शुरू होता है। स्तनपान कराते समय, आपके डायट में विटामिन ए (Vitamin A),  विटामिन बी1 (Vitamin B1), विटामिनबी2 (Vitamin B2), विटामिन बी6 (Vitamin B6), विटामिनबी12 (Vitamin B12), विटामिनडी, डोकोसाहेक्सैनोइक एसिड की मात्रा जरूरी लेनी चाहिए। इससे मां में दूध भी बढ़ता है। यह बच्चे के शरीरिक और मानसिक विकास के लिए अच्छा होता है।

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    पोस्‍टपार्टम पीरियड में विटामिन सप्लिमेंट (Vitamin supplementation in the postpartum period) कब तक लेने की आवश्यकता है?

    कई महिलाओं को डॉक्टर बच्चे के जन्म के बाद  विटामिन और अन्य जरूरी पोषक तत्वों को रोज लेने की सलाह देते हैं। अमेरिकन कॉलेज ऑफ ओब्स्टेट्रिशियन एंड गायनेकोलॉजिस्ट (ACOG) प्रसव के बाद के विटामिन को तब तक लेने की सलाह देते हैं, जबतक की मां स्तनपान कराती हैं।

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    ब्रेस्टफीड (Breastfeed) करवाने वाली महिलाओं के लिए जरूरी विटामिन

    ब्रेस्टफीडिंग के दौरान, कुछ पोषक तत्वों की, गर्भावस्था के दौरान की तुलना से भी कहीं अधिक होती हैं। इसलिए मां को इन पोषक तत्वों को लेना जरूरी है

    आयरन (Iron)

    नई माताओं में कभी-कभी आयरन की कमी होती है। सी-सेक्शन वाली महिलाओं में अक्सर यह देखा जाता है, खासकर अगर वे गर्भावस्था के दौरान एनीमिक थीं।थकान के साथ सांस की तकलीफ और कम एनर्जी का होना आयरन की कमी के विशिष्ट लक्षण हैं। न्यू यॉर्क में मैमोनाइड्स मेडिकल सेंटर में पोषण केंद्र के समन्वयक आरडी, नीना दहन कहते हैं, “1 9 से 50 वर्ष की उम्र की स्तनपान कराने वाली महिलाओं के लिए दैनिक रूप से  10 मिलीग्राम (मिलीग्राम) आयरन के सेवन की सलाह दी जाती है। फिर भी, इसके अलावा चिकित्सक आपके रक्त परीक्षण के परिणामों के अनुसार इसकी डोज तय कर सकते हैं। शरीर में आयर की कमी को परा करने के लिए बहुत सारे नैचुरल सप्लिमेंट्स भी है, जैसे कि पालक और टमाटर के सूप का सेवन आदि।

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    आयोडीन (Iodine)

    प्रेग्नेंसी के बाद थायरॉयड को कंट्राेल रखने और आपके बच्चे के मस्तिष्क और कोशिकाओं को विकसित करने में मदद करने में आयोडीन की भी आवश्यकता होती है। आयोडीन युक्त नमक, मछली, डेयरी उत्पाद और साबुत अनाज से बने खाद्य पदार्थों में आयोडिन की अच्छी मात्रा पायी जाती है।  स्तनपान कराने वाली महिलाओं को रोजाना 290 माइक्रोग्राम (एमसीजी) के लगभग आयोडीन लेने की सलाह दी जाती है।ध्यान रखें कि अधिकांश प्रसवपूर्व विटामिन में आयोडीन नहीं होता है। यदि आप  नियमित रूप से आयोडीन युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन नहीं करते हैं, तो शयह आपके सहेत के लिए अच्छा नहीं है। आपको नैचुरल के साथ कुछ आयोडीन सप्लिमेंट भी ले सकते हैं।

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    विटामिन डी (Vitamin-D)

    पोस्‍टपार्टम पीरियड में विटामिन सप्लिमेंट की बात करें, तो डॉक्टर ब्रेस्टफीड कराने वाली माताओं के लिए एनआईएच 600 आईयूटी (15 एमसीजी) के लगभग रोजाना विटामिन डी की सलाह देते हैं। ताकि आपके बच्चे को आपके स्तन के माध्यम दूध से पर्याप्त विटामिन डी मिल सके। विटामिन की कमी को पूरा करने के लिए सबसे अच्छा नैचुरल उपाय सूर्य की किरणें हैं। लेकिन आप इसे पूरा करने के लिए विटामिड-डी सप्लिमेंट (Vitamin D Supplements) भी ले सकते हैं।

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    विटामिन बी 12 (Vitamin-B12)

    उन माताओं के लिए बी 12 की खुराक की विशेषतौर पर जरूरी है, जो शाकाहारी आहार लेती हैं। यह देखा गया है कि शाकाहारी लोगों में विटामिन और कई प्रकार के मिनरल्स की अधिक कमी देखी जाती है। कई बार इसकी वजह से मां और बच्चे में विटामिन बी12 की कमी हो सकती है, क्योंकि यह विटामिन मुख्य रूप से नॉनवेज उत्पाद में हाय प्रोटीन से उपलब्ध होता है। यदि मां अपने आहार में पर्याप्त विटामिन बी 12 का सेवन नहीं कर पा रही हैं, तो स्तन के दूध के पोषक तत्व की गुणवत्ता प्रभावित हो सकती है और ब्रेस्टफीड मिल्क में आपके बच्चे के लिए विटामिन बी 12 की मात्रा कम हो सकती है। शकाहारी लोगों में विटामिन बी-12 की कमी को पूरा करने के लिए कई कई सप्लिमेंट भी लिए जा सकते हैं।

    डोकोसाहेक्सैनोइक एसिड (Docosahexaenoic acid)

    डीएचए एक ओमेगा -3 पॉलीअनसेचुरेटेड फैट है, जो आपके बच्चे के मस्तिष्क, आंख और तंत्रिका तंत्र को विकसित करने में मदद करता है। सभी में ओमेगा -3 की तरह, डीएचए शरीर में पूर्ण रूप से नहीं बनता है। इसलिए इसकी कमी को डायट या सप्लिमेंट के रूप में लेना जरूरी होता है। डीएचए के लिए अच्छी डायट में  टूना, सार्डिन और मैकेरल सबसे अच्छा विकल्प है। सप्ताह में कम से कम एक या दो बार इन्हें अपने डायट में शामिल करने की कोशिश करें। यदि आप सप्लिमेंट चुनते हैं, तो ऐसा चुने, जो कम से कम 250 से 375 मिलीग्राम DHAT और EPA प्रदान करता हो।

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    पोस्‍टपार्टम पीरियड में विटामिन सप्लिमेंट

    यदि डिलिवरी के बाद मां डायट में विटामिन व मिनरल्स नहीं ले पा रही हैं, तो ऐसे में उनके लिए सप्लिमेंट्स एक अच्छा विकल्प हो सकता है, जो उनके शरीर में आवश्यक पोषक तत्वों की कमी को पूरा कर सकता है। पोस्‍टपार्टम पीरियड में विटामिन सप्लिमेंट में शामिल हैं:

    मेगाफूड बेबी एंड मी 2 प्रीनेटल मल्टी (MegaFood Baby & Me 2 Prenatal Multi)

    मेगाफूड का डॉक्टर-निर्मित मिश्रण शाकाहारी और नैचुरल फूड से बना हुआ सप्लिमेंट है। इसमें कोलीन और अन्य पोषक तत्व शामिल होते हैं, जो पोस्‍टपार्टम पीरियड के दौरान मां और बच्चे की हेल्थ के लिए अच्छा माना जाता है।

    एक्टिफ ऑर्गेनिक पोस्टनेटल विटामिन (Actif Organic Postnatal Vitamins)

    25 से अधिक विटामिन और से  बनी यह ट से युक्त, यह नर्सिंग मदर में पोषण संबंधी आवश्यकताओं को पूरा करने में मदद करता है। यह स्तनपान के लिए दूध के निमार्ण में मदद, ऊर्जा के स्तर को बढ़ाने में मदद और मेंटल हेल्थ को ध्यान में रखते हुए तैयार किया गया है। इसमें कोलीन शामिल है, जो स्वस्थ मस्तिष्क के विकास में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। 100 प्रतिशत प्राकृतिक अवयवों से बना यह शाकाहारी उत्पाद ग्लूटेन और बीपीए से मुक्त होते हैं

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    नैचर मेड प्रीनेटल मल्टी + डीएचए (Nature Made Prenatal Multi + DHA)

    आपको और आपके बच्चे के अच्छे स्वास्थ्य के लिए  विटामिन और खनिजों से बना यह नैचुरल सप्लिमेंट एक अच्छा विकल्प है। इसमें विटामनि के अलावा और कई कई जरूरी मिनरल्स पाए जाते हैं, जैसे कि जिंक आदि। इसके अतिरिक्त, इस सूत्र में कोलीन शामिल नहीं है। फिर भी यह स्वास्थ्य के अनुरूप मां के लिए अच्छा है। तो पोस्‍टपार्टम पीरियड में विटामिन सप्लिमेंट के तौर पर मां इसे ले सकती हैं।

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    फुल सर्कल प्रीनेटल मल्टीविटामिन (Full Circle Prenatal Multivitamin)

    पोस्‍टपार्टम पीरियड में विटामिन सप्लिमेंट में यह मल्टीविटामिन भी मां के लिए हेल्थ के लिए अच्छा है।  फुल सर्कल प्रीनेटल के ये कैप्सूल विटामिन और मिनरल की उच्च गुणवत्ता वाले सप्लिमेंट्स में से एक हैं। यह कैप्सूल के रूप में उपलब्ध है और इसमें  कोलीन, नॉनसिंथेटिक फोलेट और ग्लाइसिन के साथ-साथ कई प्रमुख पोषक तत्व होते हैं, जो मां के शरीर में अन्य मिरल्स की कमी काे पूरा करते हैं।

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    कई बार डिलिवरी के बाद महिलाओं में बालों के झड़ने की समस्या देखी जाती है। जिसकी एक बड़ी वजह मां के शरीर में विटामिन व अन्य पोषक तत्चों की कमी हो सकती है। इसके अलावा, प्रसवोत्तर बालों का झड़ना आमतौर पर हाॅर्मोनल परिवर्तनों के कारण भी हो सकता है, जो आमतौर पर अस्थायी होता है। इसलिए पोस्‍टपार्टम पीरियड में विटामिन सप्लिमेंट लेना बहुत जरूरी हैं। विटामिन के अलावा मां के लिए  प्रोटीन, आयरन, फोलेट, जिंक और विटामिन ए, सी, डी और ई भी बहुत आवश्यक हैं, जो अच्छे बालों और नाखुनों के विकास में सहायक है। जितना ध्यान मां प्रेग्नेंसी के दौरान अपना रखती हैं, उतना ही डिलिवरी के बाद भी रखना जरूरी है। पोस्‍टपार्टम पीरियड में विटामिन सप्लिमेंट के बारे में अधिक जानकारी के लिए डॉक्टर से संपर्क करें।

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