अगर आप आयरन से भरपूर आहार का सेवन कर रहे हैं या आयरन सप्लीमेंट्स को ले रहे हैं तो यह आहार आपके शरीर के आयरन को एब्सॉर्प्शन की क्षमता को प्रभावित कर सकते हैं। यह तो थी प्रेग्नेंसी में आयरन रिच फूड्स (Iron Rich Foods during Pregnancy) के बारे में पूरी जानकारी। आप इनके बारे में अधिक जानकारी के लिए अपने डॉक्टर से संपर्क कर सकते हैं। अब जानते हैं आयरन सप्लिमेंट्स के बारे में।
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क्या प्रेग्नेंसी में आयरन सप्लिमेंट्स की जरूरत होती है?
गर्भावस्था में गर्भवती महिलाओं को आयरन सप्लिमेंट्स (Iron Supplements) लेने की जरूरत हो सकती है। अधिकतर महिलाएं जब गर्भवती होती हैं तो उनकी शुरुआत पर्याप्त आयरन से नहीं होती है। आयरन की कम मात्रा या आयरन युक्त खाद्य पदार्थों से उनके शरीर की जरूरतें पूरी नहीं हो पाती। ऐसे में, गर्भवती महिलाओं को आयरन सप्लिमेंट्स दिए जा सकते हैं। लेकिन, इन्हें तभी लें जब डॉक्टर ने इनकी सलाह दी हो। इन सप्लिमेंट्स को भोजन से एक घंटा पहले या दो घंटे बाद लेना चाहिए। क्योंकि, ऐसा माना जाता है कि खाली पेट आयरन आसानी से एब्सॉर्ब हो जाता है। इन सप्लिमेंट्स को दूध, कॉफी या चाय के साथ न लें। क्योंकि इससे आयरन एब्सॉर्प्शन प्रभावित होता है।
अगर डॉक्टर से आपको आयरन और कैल्शियम सप्लीमेंट (Calcium Supplements) दोनों लेने की सलाह दी है, तो इसके बारे में डॉक्टर से सही से जान लें। क्योंकि, कैल्शियम भी आयरन एब्सॉर्प्शन में बाधा बन सकता है। इस बात की ध्यान रखें कि आयरन सप्लिमेंट्स के कारण गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल ट्रैक्ट (Gastrointestinal tract) में गड़बड़ी हो सकती है। इससे संबंधित सबसे सामान्य शिकायत है कब्ज। जो अधिकतर महिलाओं के लिए पहले ही बहुत बड़ी समस्या होती है। इस समस्या से बचने के लिए फाइबर युक्त आहार का सेवन करें। यही नहीं आयरन सप्लीमेंट लेने के बाद आपको जी मचलना और डायरिया की समस्या भी हो सकती है। अगर आपको इसे लेने के बाद कोई भी साइड इफेक्ट हो तो डॉक्टर की सलाह लेनी जरूरी है।
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Quiz: प्रेग्नेंसी के बारे में कितना जानते हैं आप?
उम्मीद है कि आप प्रेग्नेंसी में आयरन रिच फूड्स (Iron Rich Foods during Pregnancy) के बारे में जान गए होंगे। अगर प्रेग्नेंसी के दौरान आप में आयरन की कमी हो, तो यह बेहद गंभीर हो सकती है। इससे आपको एनीमिया हो सकता है और शिशु के विकास में भी समस्या आ सकती है। इसके कारण आपकी एनर्जी भी कम हो सकती है और कई अन्य लक्षण भी नजर आ सकते हैं। खासतौर पर अगर यह गंभीर हो। इससे भ्रूण को भी कई समस्याएं हो सकती है। अगर आप प्रसव के दौरान एनिमिक हैं, तो आपको ट्रांसफ्यूज़न (Transfusion) की आवश्यकता होने की संभावना अधिक होती है।
ऐसा माना जाता है कि मेटरनल आयरन डेफिएंसी (Maternal iron deficiency) और पोस्टपार्टम डिप्रेशन (Postpartum depression) के बीच में भी गहरा संबंध है। इसीलिए गर्भवती महिला को गर्भधारण करने से पहले ही आयरन सही मात्रा में लेने की सलाह दी जाती है ताकि उसे प्रेग्नेंसी के दौरान या बाद में कोई समस्या न हो और शिशु भी सुरक्षित रहे।