अधिक उम्र में प्रेग्नेंसी से बच्चे में डाउन सिंड्रोम (Down syndrome) का खतरा भी बढ़ जाता है। पहले ट्राइमेस्ट के दौरान टेस्ट हुए और मेरी सभी रिपोर्ट्स ठीक थी। डॉक्टर ने बताया कि बच्चे की पुजिशन उल्टी है, जो आमतौर पर चिंता का विषय नहीं होती है। मेरे लिए प्रेग्नेंसी के आखिरी के तीन महीने मुश्किल भरे थे क्योंकि डॉक्टर ने जांच के बताया कि सर्विक्स (Cervix) का माउथ ओपन हो गया है। सर्विक्स (Cervix) वजायना और युट्रस (Uterus) को कनेक्ट करने वाले टिशू को कहते हैं। इस कंडीशन में युट्रस बच्चे का भार नहीं उठा पाता है। ऐसे में मिसकैरिज (Miscarriage) के चांसेज बढ़ जाते हैं। ऐसे में मुझे सर्जरी की सलाह दी गई थी। ये मेरे लिए कठिन समय था।
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सवाल: आप वर्किंग वुमन हैं, ऐसे में सर्जरी के बाद वर्क और हेल्थ में कैसे बैलेंस किया?

संयुक्ता कहती हैं कि मेरे लिए राह आसान नहीं थी। मुझे काम के साथ ही अपनी हेल्थ का भी पूरा ध्यान रखना था। डॉक्टर ने मुझे बेड रेस्ट की सलाह दी थी लेकिन मैं ऑफिस से तीन महीने की छुट्टियां नहीं ले सकती थी। शुरुआत में कोरोना महामारी के कारण घर से काम हो जाता था लेकिन बाद में कुछ घंटे के लिए ऑफिस जाना जरूरी था। मैंने सर्जरी के बाद कुछ दिन आराम किया और फिर 30 से 40 मिनट की ड्राईव करके ऑफिस भी गई। मेरी डिलिवरी 8वें महीने में हो गई थी। मैने सिजेरियन सेक्शन (Caesarean section) के जरिए बच्चे को जन्म दिया। राहें कठिन थी लेकिन अपनों के साथ ने कई परेशानियों को दूर कर दिया। 70 साल की मां के साथ ही मेरे फ्रेंड्स ने मेरा पूरा ख्याल रखा।
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सवाल: क्या ICI यानी इंट्रा सर्विकल इंसेमिनेशन (Intra cervical insemination) भी महंगी प्रक्रिया है या फिर इसे आसानी से अपनाया जा सकता है?
इस सवाल के जवाब में संयुक्ता कहती हैं कि सरोगेसी या आईवीएफ (IVF) प्रोसेस महंगी प्रक्रिया है, जो हर महिला अफोर्ड नहीं कर सकती है। जबकि ICI यानी इंट्रा सर्विकल इंसेमिनेशन (Intra cervical insemination) प्रोसेस में ज्यादा खर्च नहीं होता है। आपको इसमें स्पर्म डोनेशन के लिए ही पे करना पड़ता है। मेरे केस में मैंने पहली बार में ही कंसीव कर लिया था। आपको कौन-सी प्रोसेस अपनानी चाहिए, ये बात आपकी हेल्थ पर पूरी तरह से डिपेंड करती है। डॉक्टर जांच के बाद इस बारे में आपको उचित राय दे सकते हैं। बेहतर होगा कि आप उनसे इस बारे में अधिक जानकारी लें।
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सवाल: जो महिलाएं इंट्रा सर्विकल इंसेमिनेशन (Intra cervical insemination) या आर्टिफिशियल इंसेमिनेशन अपनाना चाहती हैं, आप उन्हें क्या सलाह देना चाहेंगी?
इस सवाल का जवाब देते हुए संयुक्ता बनर्जी कहती हैं कि आपको टाइम वेस्ट नहीं करना चाहिए। अगर आप सिंगल मदर बनना चाहती हैं, तो खुद को मानसिक रूप के साथ ही शारीरिक रूप से भी फिट रखना बहुत जरूरी है। आपको इंट्रा सर्विकल इंसेमिनेशन (Intra cervical insemination) के लिए बहुत ज्यादा समय नहीं लेना चाहिए। कहने का मतलब है कि आप इस बारे में विचार करें और खुद को पूरी तरह से प्रिपेयर करें लेकिन अधिक उम्र के साथ ही कॉम्प्लीकेशंस भी बढ़ जाते हैं। आप डिसीजन लेने के बाद डॉक्टर से उन समस्याओं के बारे में भी बात कर सकते हैं, जो आपके मन में हैं।
इंट्रा सर्विकल इंसेमिनेशन (Intra cervical insemination) की मदद से मां बनी संयुक्ता बनर्जी ने जो फैसला लिया, वो हर महिला के लिए आसान नहीं होता है। जब समाज में कोई ऐसा सराहनीय कदम उठाता है, तो ये अन्य लोगों के लिए प्रेरणा बनता है। जब भी समाज में कुछ नया होता है, लोग प्रश्न जरूर खड़ा करते है, ऐसे में खुद पर पूरा भरोसा और अपनों का साथ दर्द में भी मुस्कुराने का साहस देता है। हम उम्मीद करते हैं कि आपको संयुक्ता की रियल स्टोरी जरूर पसंद आई होगी। अगर आपको हेल्थ से संंबंधित अन्य अपडेट चाहिए, तो हैलो स्वास्थ्य की वेबसाइट विजिट कर सकते हैं।