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पहली प्रेग्नेंसी की तैयारी (Preparing for first pregnancy) के लिए क्या आपने कोई स्पेशल डायट भी फॉलो की थी?
देखिए हेल्दी रहने के लिए हेल्दी डायट (Healthy diet) जरूरी होती है और बात अगर पहली प्रेग्नेंसी की तैयारी की हो, तो हेल्दी डायट का महत्व और भी बढ़ जाता है। क्योंकि यह मां के साथ ही बेबी के विकास में मददगार होती है। मैंने डायट को लेकर डॉक्टर से पहले ही सलाह ले ली थी। मैंने प्रेग्नेंसी की तैयारी से लेकर पूरी प्रेग्नेंसी तक डायट का विशेष ख्याल रखा। ब्रेकफास्ट में प्रोटीन इंटेक (Protein intake) को शामिल करने का मैं विशेष ध्यान रखती थी क्योंकि यह बेबी की ग्रोथ के लिए जरूरी होता है। इसके लिए मैं डायट में दाल को जरूर शामिल करती थी। साथ ही दूसरे पोषक तत्वों से युक्त फूड्स भी मेरे डायट का हिस्सा होते थे।
ब्रेकफास्ट में स्प्राउट, लंच में दाल-चावल सब्जी-रोटी के साथ कंप्लीट फूड और डिनर में हल्का फूड जिसमें वेजिटेबल खिचड़ी या दाल दलिया खाती थी। ये रूटीन मैंने पूरी प्रेग्नेंसी पीरियड में फॉलो किया। इसके साथ ही में कोई एक सीजनल फल को रोज खाती थी। मैंने रात का खाना 7-8 के बीच खाना खा लेती थी और 9 बजे तक सो जाती थी।
ऐसी कोई आदत जो आपने इस दौरान छोड़ी हो?
मुझे देर रात तक जागने की आदत थी। मोबाइल पर सर्फिंग करते-करते रात के 2 कब बज जाते थे मुझे पता ही नहीं चलता था। जिससे मेरा रूटीन काफी बिगड़ जाता था। मैं देर से उठती थी और पूरी दिन मुझे थकावट महसूस होती थी। जब प्रेग्नेंसी प्लानिंग के सिलसिले में मैंने डॉक्टर से बात की थी, तो उन्होंने मुझे इस आदत को सुधारने के लिए कहा क्योंकि इसकी वजह से मेरी हेल्थ पर बुरा असर पड़ रहा था जो बाद में प्रेग्नेंसी पीरियड (Pregnancy period) को भी प्रभावित कर सकता था। मैंने रात को मोबाइल पर लंबे समय तक मोबाइल यूज करना बंद कर दिया। इससे मुझे नींद भी जल्दी आने लगी। मैं प्रेग्नेंट होने के बाद रात के 9 बजे तक सो जाती थी।
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पहली प्रेग्नेंसी की तैयारी (Preparing for first pregnancy) के दौरान पति कितने सर्पोटिव रहे?
उन्होंने मेरा बहुत सपोर्ट किया। वे मुझे ढूंढ-ढूंढकर ऐसे आर्टिकल निकालकर देते थे जो प्रेग्नेंसी की तैयारी पर लिखे गए थे। ऐसे फ्रेंड्स को जो पेरेंटस बन चुके हैं उनसे बात करके भी वे प्रेग्नेंसी प्लानिंग और केयरिंग के लिए टिप्स पूछते रहते थे। दरअसल वे बेबी को लेकर मुझसे ज्यादा एक्साइटेड रहते थे। उन्होंने बेबी के लिए कपड़े तक खरीदना शुरू कर दिए थे। हेल्दी प्रेग्नेंसी के लिए हस्बेंड और फैमिली दोनों का सपोर्ट जरूरी होता है। पतियों को प्लानिंग से लेकर प्रेग्नेंसी पीरियड तक एलर्ट और केयरिंग मोड में रहना चाहिए चाहे वह पहली प्रेग्नेंसी की तैयारी हो या दूसरी।
आप पहली प्रेग्नेंसी की तैयारी (Preparing for first pregnancy) कर रही दूसरी महिलाओं को कोई टिप्स या सलाह देना चाहेगी?
मैं यही कहूंगी कि प्रेग्नेंसी की तैयारी करने से पहले महिलाओं को दो चीजों की तैयारी कर लेनी चाहिए। जिसमें सबसे पहले बॉडी को फिट रखना और दूसरा आर्थिक स्थिति को बेहतर बनाना। अगर बॉडी फिट नहीं है, तो आपको प्रेग्नेंसी के दौरान कई प्रकार की परेशानियां आ सकती हैं और इनका असर बच्चे पर भी हो सकता है। कई बार कपल्स इस बात को समझ नहीं पाते, लेकिन प्रेग्नेंट होने के बाद कई बार की परेशानियों से दो चार होना पड़ता है।
अगर बॉडी फिट नहीं है, तो प्रेग्नेंसी के बाद भी बच्चे की केयर करने में परेशानी आती है। वहीं प्रेग्नेंट होते ही दवाइयों, टेस्ट और डायट पर बेशुमार खर्चा शुरू हो जाता है। बेबी के बर्थ के बाद भी ये सिलसिला जारी रहता है इसलिए आर्थिक रूप से अच्छी स्थिति में रहना बेहद जरूरी है।
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