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क्लैमिडिया और प्रेग्नेंसी : जब एक साथ आ जाए ये दो स्थितियां, इस तरह करें मैनेज


Manjari Khare द्वारा लिखित · अपडेटेड 27/08/2021

    क्लैमिडिया और प्रेग्नेंसी : जब एक साथ आ जाए ये दो स्थितियां, इस तरह करें मैनेज

    क्लैमिडिया और प्रेग्नेंसी जब ये दोनों कंडिशन एक साथ सामने आए जाए तो गर्भवती महिला का स्ट्रेस बढ़ना स्वाभाविक है। क्लैमिडिया एक सेक्शुअली ट्रांसमिटेड इंफेक्शन (Sexual transmitted infection) है। डॉक्टर उन महिलाओं को क्लैमिडिया टेस्ट (Chlamydia test) की सलाह देते हैं जिन्हें अर्ली प्रेग्नेंसी (Early Pregnancy) में ही ब्लीडिंग होने लगती है। प्रेग्नेंसी में क्लैमिडिया प्रीटर्म लेबर (Preterm labor) और लो बर्थ वेट (Low birth weight) का कारण भी बन सकता है। हालांकि, यदि गर्भावस्था के दौरान क्लैमिडिया डायग्नोस होता है, तो एंटीबायोटिक की मदद से इसका ट्रीटमेंट आसानी से किया जा सकता है।

    प्रेग्नेंसी के दौरान या इससे पहले ही अगर क्लैमिडिया को डायग्नोस किया गया है, तो हो सकता है, कि आपके मन में इससे जुड़े बहुत सारे प्रश्न हों। जैसे: क्या इंफेक्शन आपके बच्चे और आपके प्रेग्नेंसी पीरियड को किस तरह से प्रभावित कर सकता है? इस दौरान कैसे देखभाल की जाए? यहां हम क्लैमिडिया और प्रेग्नेंसी के बारे में विस्तार से बता रहे हैं ताकि आप हेल्दी प्रेग्नेंसी के लिए खुद को बेहतर तरीके से तैयार कर सकें।

    क्लैमिडिया क्या है? (Chlamydia)

    क्लैमिडिया बैक्टीरियल सेक्शुअली ट्रांसमिटेड इंफेक्शन (Bacterial Sexual transmitted infection) है जो बैक्टीरियम क्लैमाइडिया ट्रैकोमैटिस (Bacterium Chlamydia trachomatis) की वजह से होता है। क्लैमिडिया वजायनल (Vaginal), एनल (Anal) और ओरल सेक्स (Oral sex) के माध्यम से एक से दूसरे में फैलता है। अधिकांश क्लैमिडिया इंफेक्शन (गर्भवती महिलाओं सहित) में लक्षण नहीं होते हैं, संक्रमित महिलाओं में असामान्य वजायनल डिस्चार्ज, वजायनल ब्लीडिंग (Vaginal bleeding), सेक्स के बाद ब्लीडिंग, या यूरिनेशन के साथ ईचिंग/बर्निंग हो सकती है।

    अनुपचारित क्लैमिडिया से प्रेग्नेंसी के दौरान कुछ गंभीर समस्याएं हो सकती हैं, जिसमें समय से पहले प्रसव, मेमब्रेन्स का समय से पहले टूटना और लो बर्थ वेट शामिल हैं। इस इंफेक्शन की वजह से डिलिवरी के दौरान न्यू बॉर्न भी संक्रमित हो सकता है क्योंकि बच्चा बर्थ कैनाल (birth canal) से गुजरता है। नवजात शिशुओं के आंख और फेफड़ों में संक्रमण भी हो सकता है। चलिए अब क्लैमिडिया और प्रेग्नेंसी (Chlamydia and pregnancy) के बारे में जान लेते हैं।

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    क्लैमिडिया और प्रेग्नेंसी (Chlamydia and pregnancy)

    क्लैमिडिया और प्रेग्नेंसी: क्या प्रेग्नेंसी के दौरान क्लैमिडिया (Chlamydia during pregnancy) होने का खतरा होता है?

    कोई भी जो सेक्शुअली एक्टिव (Sexually active)  है उसको एनल, वजायनल या ओरल सेक्स के जरिए क्लैमिडिया होने का खतरा होता है। गर्भावस्था के दौरान आपको क्लैमिडिया होने का सबसे अधिक रिस्क तब होता है जब:

  • आपके कई सेक्शुअल पार्टनर (Sexual Partner) हैं
  • बिना कंडोम (Condom) के सेक्स करते हैं
  • पहले या वर्तमान में एसटीआई (STI) है
  • आपके पार्टनर को एसटीआई (Sexual transmitted infection) है
  • प्रेग्नेंसी के दौरान क्लैमिडिया के लक्षण क्या हैं? (Symptoms of chlamydia during pregnancy)

    ज्यादातर मामलों में, इसके कोई लक्षण नहीं होते हैं। क्लैमिडिया को “साइलेंट’ इंफेक्शन के रूप में जाना जाता है। लगभग 75% महिलाएं जो संक्रमित होती हैं उनमें किसी भी लक्षण का अनुभव नहीं होता है। इसलिए बहुत से लोगों को यह भी नहीं पता होता है कि उन्हें यह इंफेक्शन है। कुछ महिलाओं को वजायनल डिस्चार्ज, यूरिन पास करने के दौरान जलन होना, सेक्स के दौरान दर्द या पेल्विक/एब्डॉमिनल में दर्द का अनुभव हो सकता है। यदि आप प्रेग्नेंट हैं और इन लक्षणों का अनुभव हो रहा है, तो आपको क्लैमिडिया (Chlamydia) जैसे एसटीआई के लिए टेस्ट कराना चाहिए।

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    गर्भावस्था के दौरान क्लैमिडिया (Chlamydia and pregnancy) महिला को किस तरह प्रभावित कर सकता है?

    क्लैमिडिया से पीड़ित अधिकांश महिलाएं और पुरुष पूरी तरह से हेल्दी महसूस करते हैं और उनमें किसी भी प्रकार के लक्षण दिखाई नहीं देते हैं। प्रेग्नेंसी में, इस बात का कोई प्रमाण नहीं है कि क्लैमिडिया मिसकैरिज का कारण बनता है, लेकिन यह ब्लीडिंग का कारण बन सकता है। साथ ही क्लैमिडिया सेक्स के बाद डिस्चार्ज, एब्डॉमिनल में दर्द या ब्लीडिंग का कारण भी बन सकता है। हालांकि, यह इन लक्षणों का एकमात्र संभावित कारण नहीं है। गर्भावस्था के दौरान, यह संभव है कि क्लैमिडिया के कारण आपका वॉटर ब्रेकेज जल्दी हो जाए या समय से पहले प्रसव हो सकता है खासकर ड्यू डेट (Due date) से तीन सप्ताह पहले ही लेबर पेन शुरू हो सकता है।

    क्लैमिडिया और प्रेग्नेंसी (Chlamydia and pregnancy): क्या आपके बच्चे को क्लैमिडिया हो सकता है?

    गर्भावस्था और क्लैमिडिया के बारे में सोचते समय, आप सोच रही होंगी कि क्या आपका शिशु इससे इंफेक्टेड हो सकता है। इसका उत्तर है हां, यदि आप गर्भावस्था में क्लैमिडिया का सही तरीके से ट्रीटमेंट नहीं करवाती हैं तो आपके बच्चे में भी यह इंफेक्शन होना संभव है। गर्भावस्था के दौरान क्लैमिडिया वजायनल डिलीवरी के दौरान नवजात शिशुओं को संक्रमित कर सकता है।

    यदि आपको प्रारंभिक गर्भावस्था के दौरान क्लैमिडिया है, लेकिन इसका इलाज किया जाता है, तो इस बात की संभावना है कि आपके शिशु के जन्म से पहले आपका इंफेक्शन ठीक हो जाएगा।

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    क्लैमिडिया और प्रेग्नेंसी: गर्भावस्था के दौरान क्लैमिडिया का निदान कैसे किया जाता है? (Chlamydia diagnosis during pregnancy)

    गर्भावस्था के दौरान क्लैमिडिया

    सीडीसी  (CDC) और द अमेरिकन कॉलेज ऑफ ओब्स्टेट्रिशियन एंड गायनेकोलॉजिस्ट (ACOG) के अनुसार, यह सलाह दी जाती है कि 25 वर्ष से कम उम्र की सभी गर्भवती महिलाओं और क्लैमिडिया इंफेक्शन के बढ़ते जोखिम वाली एडल्ट महिलाओं को उनकी पहली प्रीनेटल विजिट के दौरान और थर्ड ट्राइमेस्टर (Third trimester) में फिर से क्लैमिडिया की जांच करानी चाहिए। क्लैमिडियल इंफेक्शन का पता लगाने के लिए न्यूक्लिक एसिड एम्प्लीफिकेशन टेस्ट (Nucleic acid amplification test)  टेस्ट किया जाता है।

    क्लैमिडिया और प्रेग्नेंसी: प्रेग्नेंसी के दौरान (Chlamydia and pregnancy) क्लैमिडिया का ट्रीटमेंट

    आप सोच रही होंगी कि प्रेग्नेंसी के दौरान क्लैमिडिया का ट्रीटमेंट कैसे होता है। क्लैमिडिया संक्रमण का हमेशा एंटीबायोटिक दवाओं के साथ इलाज किया जाता है चाहे आप गर्भवती हों या नहीं, लेकिन एंटीबायोटिक्स का विकल्प अलग हो सकता है। आपका डॉक्टर आपको सिंगल डोज एंटीबायोटिक दवाओं का 7-दिन का कोर्स लिख सकता है और उपचार पूरा होने के 1-2 सप्ताह बाद ट्रीटमेंट का असर जानने के लिए एक टेस्ट की सिफारिश करेगा।

    ध्यान रखें कि यदि आपको प्रेग्नेंसी के दौरान क्लैमिडिया ट्रीटमेंट में एंटीबायोटिक्स दी गई है, तो आपको तीसरी तिमाही में फिर से स्क्रीनिंग करानी होगी। इस एसटीआई के साथ फिर से इंफेक्शन होने की संभावना सामान्य है। यदि आप पुन: संक्रमित होती हैं तो आपको गर्भावस्था में क्लैमिडिया के लिए एक और ट्रीटमेंट की आवश्यकता हो सकती है।

    क्लैमिडिया और प्रेग्नेंसी: गर्भावस्था के दौरान क्लैमिडिया (Chlamydia and pregnancy) होने से कैसे करें बचाव?

    क्लैमिडिया को रोकने के लिए केवल दो 100% प्रभावी तरीके हैं। सबसे पहले किसी भी तरह के यौन संपर्क से बचना है। दूसरा एकांगी संबंध (Monogamous relationship) में रहें जिसमें दोनों पार्टनर्स का एसटीआई टेस्ट नेगेटिव हो। सेक्शुल इन्फॉर्मेशन एंड एजुकेशन कॉउंसिल ऑफ द यूनाइटेड स्टेट्स (एसआईईसीयूएस) के अनुसार, कंडोम के लगातार और सही उपयोग से वजायनल, ओरल या एनल सेक्स के दौरान क्लैमिडिया का रिस्क 60% तक कम हो सकता है।

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    जान लें ये भी

    क्लैमिडिया से जुड़े रिस्क हो सकता है आपको बहुत गंभीर न लगे, लेकिन यह इनफर्टिलिटी सहित खतरनाक हेल्थ कॉम्प्लिकेशन्स को डेवलप कर सकता है। गर्भावस्था के दौरान क्लैमिडिया का एक बड़ा खतरा शिशु को इंफेक्शन होना है। क्लैमिडिया, गर्भावस्था के दौरान बच्चे के स्वास्थ्य के साथ-साथ आपकी हेल्थ के लिए खतरनाक साबित हो सकता है। अच्छी बात यह है कि क्लैमिडिया का टेस्ट और ट्रीटमेंट करना आसान है। यदि आपको लगता है कि आपको गर्भावस्था के दौरान एसटीआई हो सकता है, तो यह महत्वपूर्ण है कि आप अपने डॉक्टर से बात करें और तुरंत टेस्ट करवाएं।

    उम्मीद करते हैं कि आपको क्लैमिडिया और प्रेग्नेंसी से (Chlamydia and Preganancy) संबंधित जरूरी जानकारियां मिल गई होंगी। अधिक जानकारी के लिए एक्सपर्ट से सलाह जरूर लें। अगर आपके मन में अन्य कोई सवाल हैं तो आप हमारे फेसबुक पेज पर पूछ सकते हैं। हम आपके सभी सवालों के जवाब आपको कमेंट बॉक्स में देने की पूरी कोशिश करेंगे। अपने करीबियों को इस जानकारी से अवगत कराने के लिए आप ये आर्टिकल जरूर शेयर करें।

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    Manjari Khare द्वारा लिखित · अपडेटेड 27/08/2021

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