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क्लैमिडिया और प्रेग्नेंसी: गर्भावस्था के दौरान क्लैमिडिया का निदान कैसे किया जाता है? (Chlamydia diagnosis during pregnancy)

सीडीसी (CDC) और द अमेरिकन कॉलेज ऑफ ओब्स्टेट्रिशियन एंड गायनेकोलॉजिस्ट (ACOG) के अनुसार, यह सलाह दी जाती है कि 25 वर्ष से कम उम्र की सभी गर्भवती महिलाओं और क्लैमिडिया इंफेक्शन के बढ़ते जोखिम वाली एडल्ट महिलाओं को उनकी पहली प्रीनेटल विजिट के दौरान और थर्ड ट्राइमेस्टर (Third trimester) में फिर से क्लैमिडिया की जांच करानी चाहिए। क्लैमिडियल इंफेक्शन का पता लगाने के लिए न्यूक्लिक एसिड एम्प्लीफिकेशन टेस्ट (Nucleic acid amplification test) टेस्ट किया जाता है।
क्लैमिडिया और प्रेग्नेंसी: प्रेग्नेंसी के दौरान (Chlamydia and pregnancy) क्लैमिडिया का ट्रीटमेंट
आप सोच रही होंगी कि प्रेग्नेंसी के दौरान क्लैमिडिया का ट्रीटमेंट कैसे होता है। क्लैमिडिया संक्रमण का हमेशा एंटीबायोटिक दवाओं के साथ इलाज किया जाता है चाहे आप गर्भवती हों या नहीं, लेकिन एंटीबायोटिक्स का विकल्प अलग हो सकता है। आपका डॉक्टर आपको सिंगल डोज एंटीबायोटिक दवाओं का 7-दिन का कोर्स लिख सकता है और उपचार पूरा होने के 1-2 सप्ताह बाद ट्रीटमेंट का असर जानने के लिए एक टेस्ट की सिफारिश करेगा।
ध्यान रखें कि यदि आपको प्रेग्नेंसी के दौरान क्लैमिडिया ट्रीटमेंट में एंटीबायोटिक्स दी गई है, तो आपको तीसरी तिमाही में फिर से स्क्रीनिंग करानी होगी। इस एसटीआई के साथ फिर से इंफेक्शन होने की संभावना सामान्य है। यदि आप पुन: संक्रमित होती हैं तो आपको गर्भावस्था में क्लैमिडिया के लिए एक और ट्रीटमेंट की आवश्यकता हो सकती है।