गर्भाशय की समस्याएं
गर्भाशय की समस्याओं में फाइब्रॉएड शामिल हैं जो डीप संभोग के कारण दर्द का वजह बन सकते हैं।
एंडोमेट्रियोसिस
सेक्स के दौरान या बाद में ऐंठन का एक कारण है एंडोमेट्रियोसिस। एंडोमेट्रियोसिस वो स्थिति है जब एंडोमेट्रियोसिस गर्भाशय के बाहर विकसित होता है। एंडोमेट्रियोसिस अक्सर इस परेशानी का कारण बन सकती है। एंडोमेट्रियोसिस गर्भाशय के टिश्यू हैं। जिन महिलाओं को यह समस्या होती है वो मासिक धर्म में भी परेशानी महसूस कर सकती हैं।
अंडाशय की समस्याएं
ऐसी समस्याओं में ओवेरियन सिस्ट शामिल हो सकते हैं जो सेक्स के दौरान या बाद में दर्द और ऐंठन का कारण बन सकते हैं।
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पेल्विक इंफ्लेमेटरी डिजीज
इस समस्या में अंदर के टिशूज बुरी तरह से फूल जाते हैं, और इससे संभोग के दबाव के कारण गहरा दर्द होता है।
एक्टोपिक प्रेग्नेंसी
यह एक ऐसी गर्भावस्था है जब फर्टिलाइज्ड अंडाणु गर्भाशय से बाहर कहीं विकसित होते हैं। यह भी सेक्स के दौरान या बाद में दर्द और ऐंठन का कारण बनता है।
सेक्सुअली ट्रांसमिटेड इंफेक्शंस (STIs)
सेक्सुअली ट्रांसमिटेड इंफेक्शंस में गुप्तांगों में मस्से, दाद, घाव या अन्य बीमारियां हो सकती हैं जो इस समस्या का कारण बन सकती हैं।
घाव या चोट
अगर योनि या योनि के आसपास आपको कोई घाव या चोट लगी हो तो भी सेक्स के दौरान या बाद में दर्द हो सकती है। यह घाव या चोट प्रसव के दौरान लग सकती हैं या इनके अन्य कारण भी हो सकते हैं।
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चिंता या तनाव