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एंडोमेट्रोसिस और गर्भधारण की संभावना?
एंड्रोमेट्रोसिस और गर्भधारण एक साथ हो सकते हैं या नहीं आइए जानते हैं। हालांकि, अभी तक इस बात का कोई प्रमाण नहीं मिला है कि दवा से एंडोमेट्रोसिस से पीड़ित महिला के गर्भधारण की संभावना बढ़ जाती है, लेकिन डॉक्टर प्रोजेस्टिन जैसी कुछ दवाओं की सलाह दे सकता है जिससे महिला के शरीर में प्रेग्नेंसी हार्मोन में वृद्धि होती है। इसके साथ ही यदि आपको एंडोमेट्रोसिस है, तो स्वस्थ जीवनशैली अपनाना भी बेहद जरूरी है। इससे आपके शरीर में सूजन कम होगी और आपका शरीर बच्चे के विकास के लिए तैयार होगा। एंड्रोमेट्रोसिस और गर्भधारण एक साथ हो सके इसके लिए हेल्दी लाइफस्टाइल होना जरूरी है।
स्वस्थ जीवनशैली के निम्न कदम उठा सकती हैंः
- वजन नियंत्रित रखें।
- स्वस्थ आहार लें। फल, सब्जियां, साबुत अनाज और पतले प्रोटीन वाली चीजों को आहार में शामिल करें।
- हल्की फुल्की एक्सरसाइज रोजाना करें जैसे- वाॅकिंग, वेट लिफ्टिंग, एरोबिक्स आदि।
- इस बात का ध्यान रखें कि गर्भधारण में उम्र भी बहुत मयाने रखती है। 35 साल से अधिक उम्र की महिलाओं में इनफर्टिलिटी और मिसकैरिज दोनों का खतरा अधिक होता है, इसलिए जल्दी प्रेग्नेंसी प्लान करें।
- तनाव की वजह से भी कंसीव करने में दिक्कत आती है, इसलिए तनाव कम करने के लिए मेडिटेशन करें।
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एंडोमेट्रोसिस का उपचार
एंड्रोमेट्रोसिस और गर्भधारण के बीच क्या संबंध है जानने के बाद जानते हैं कि एंड्रोमेट्रोसिस का उपचार कैसे किया जा सकता है। एंडोमेट्रोसिस का इलाज कई तरह से किया जा सकता है। डॉक्टर सर्जरी के जरिए एंडोमेट्रियल टिशू को हटा सकता है जिससे स्पर्म और महिला के एग के फर्टिलाइज होने का रास्ता साफ हो जाता है।
यदि सर्जरी नहीं करवानी है तो आप इंट्रायूटराइन इन्सेमिनेशन (IUI) तकनीक की मदद से गर्भधारण कर सकती है। इसमें आपके साथी का स्पर्म सीधे तौर पर आपके यूटरस में डाला जाता है। इसके लिए महिला का पहले नियमित रूप से अल्ट्रासाउंड किया जाता है और जब अंडाणु परिपक्व हो जाते हैं तो स्पर्म डाल दिया जाता है।
आपका डॉक्टर IUI के साथ ‘ कंट्रोल्ड ओवेरियन हाइपरस्टिम्यूलेशन’ नामक तकनीक का उपयोग करता है। जिसमें दवा की मदद से आपकी ओवरी में अधिक अंडे के निर्माण किया जाता है। इससे महिला के प्रेग्नेंट होने की संभावना बढ़ जाती है।
इन विट्रो फर्टिलाइजेशन (IVF) भी गर्भधारण का एक विकल्प हो सकता है। इससे भी कंसीव करने की संभावना बढ़ जाती है। इसमें महिला के अंडे और पुरुष के शुक्राणुओं को निकालकर बाहर फर्टिलाइज किया जाता है और उसके बाद महिला के गर्भाशय में इम्प्लाट कर दिया जाता है।
एग को फ्रीज करना भी एक विकल्प है। एंडोमेट्रियोसिस आपके ओवेरियन रिजर्व को प्रभावित कर सकता है। इसलिए यदि आप बाद में प्रेग्नेंट होना चाहती हैं, तो कुछ डॉक्टर आपके अंडाणुओं को संरक्षित करने की सलाह दे सकते हैं। हालांकि यह विकल्प बहुत महंगा है।
हम उम्मीद करते हैं कि एंडोमेट्रियोसिस और गर्भधारण पर आधारित यह आर्टिकल आपको पसंद आया होगा। एंडोमेट्रियोसिस और गर्भधारण न कर पाने के बीच क्या संबंध है ये भी आप समझ गए होंगे। अगर इस विषय में किसी प्रकार की शंका है तो डॉक्टर से तुरंत संपर्क करें। वे आपको उन सभी बातों की जानकारी देंगे कि एंडोमेट्रियोसिस और गर्भधारण एक साथ हो सकता है या नहीं। ।