पबमेड में प्रकाशित दूसरे शोध के मुताबिक, अधिक उम्र वाली महिलाओं के बच्चे का वजन ज्यादा हो सकता है। इससे सिजेरियन डिलिवरी के मामलों में इजाफा होता है। शोध में इस बात की पुष्टि की गई कि अधिक उम्र में प्रेग्नेंट होने वाली महिलाओं में प्लेसेंटा प्रीविया से ब्लीडिंग बढ़ जाती है। इस स्थिति में प्लेसेंटा यूटरस से अलग हो जाता है।
ऐसे में कम उम्र वाली महिलाओं के मुकाबले 30 के बाद प्रेग्नेंसी में मातृ मृत्यु दर में इजाफा होता है। मातृ मृत्यु दर उसे स्थिति कहते हैं, जब महिलाओं की मौत प्रेग्नेंसी के दौरान या डिलिवरी के वक्त हो जाती है।
30 की उम्र में स्टिल बर्थ की दोगुनी संभावना
गर्भ में या डिलिवरी के वक्त शिशु की मृत्यु को आप स्टिल बर्थ के नाम से जानती हैं। 30 के बाद प्रेग्नेंसी में स्टिल बर्थ की संभावना दोगुनी बढ़ जाती है। जो 40 वर्ष तक आते-आते तीन से चार गुना बढ़ जाती है।
30 की उम्र में अनुवांशिक विकार की संभावना
30 के बाद प्रेग्नेंसी होने से महिलाओं के भ्रूण में अनुवांशिक विकार होने की संभावना भी होती है। एमिनोसेंटेसिस डेटा के मुताबिक, ‘अधिक उम्र में मां बनने से भ्रूण में ट्रिसोमी 13, 18, और 21 जैसे अनुवांशिक विकार की संभावना बढ़ जाती है। 35 वर्ष में इसकी संभावना 1.4% और 40 की उम्र में 1.9% और 45 वर्ष की उम्र में यह 8.9% प्रतिशत बढ़ सकती है।’
30 की उम्र में जुड़वा बच्चे होने की संभावना
जैसे-जैसे उम्र बढ़ती जाती है उतना ही फर्टिलिटी कम हो जाती है। 30 के बाद प्रेग्नेंसी की स्थिति में फर्टिलिटी उपचार लेने की जरूरत होती है। इसके चलते 30 की उम्र में प्रेग्नेंट होने से जुड़वा बच्चे होने की संभावना रहती है।
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30 की उम्र में प्रेग्नेंट होने के फायदे
प्रोफेशनल लाइफ में स्थिरता
30 के बाद प्रेग्नेंसी का ख्याल इसलिए भी आता है क्योंकि अपने करियर में काफी हद तक सेटल हो चुकी होती हैं। आर्थिक स्थिति भी ये उम्र आते-आते मजबूत हो जाती है। आजकल ज्यादातर महिलाएं 30 के बाद प्रेग्नेंसी प्लानिंग करना चाहिती है। इसी वजह से पसंद करती हैं क्योंकि, वो इस उम्र तक आते-आते करियर में मजबूती से अपने पांव जमा चुकी होती हैं।
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30 के बाद प्रेग्नेंसी के अन्य फायदे
30 के बाद प्रेग्नेंसी – इस उम्र तक आते-आते महिलाओं की बॉडी में स्टेमिना, लचीलापन और कई तरह के गुण आ जाते हैं, जो बच्चे की देखभाल में मददगार होते हैं। हालांकि, हर महिला की पर्सनेल्टी अलग-अलग होती है लेकिन, 20 वर्ष की उम्र के मुकाबले 30 वर्ष की महिलाएं बौद्धिक रूप से ज्यादा परिपक्व होती हैं। इस उम्र की महिलाएं अपने आपको बेहतर तरीके से समझ पाती हैं। इस अवधि में आप आर्थिक रूप से भी ज्यादा संपन्न हो जाती हैं, जो शिशु की लिए फायदेमंद होता है।
गर्भधारण का निर्णय लेने से पहले एक बार आपको इसके फायदे और नुकसान दोनों के बारे में सोचना है। ज्यादा बेहतर होगा कि आप अपने पार्टनर और डॉक्टर से सलाह जरूर लें। इससे प्रेग्नेंसी में आने वाली समस्याओं से निपटने में मदद मिल सकती है।