प्रदूषण
जो प्रेग्नेंट महिलाएं वायु प्रदूषण (Air pollution) के संपर्क में ज्यादा रहती हैं उन्हें हाई रिस्क प्रेग्नेंसी का खतरा ज्यादा रहता है।
प्रेग्नेंसी के दौरान समस्याएं : हाई ब्लड प्रेशर
उच्च रक्तचाप से ग्रस्त महिला गर्भधारण तो कर लेती है लेकिन, उनको गर्भावस्था के दौरान कई तरह के जोखिमों से जूझना पड़ता हैं। अनियंत्रित हाई ब्लड प्रेशर, गर्भवती महिला और बच्चे की किडनी (Kidney) को नुकसान पहुंचा सकता है।
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थायरॉइड (Thyroid) की समस्या
थायरॉइड के कारण महिला को गर्भधारण करने में परेशानी होती है। अगर महिला कंसीव कर भी ले तो वह हाई रिस्क प्रेग्नेंसी की लिस्ट में रहती है।
प्रेग्नेंसी के दौरान समस्याएं : स्ट्रेस में रहने वाली महिला
वैसे तो तनाव किसी की भी सेहत के लिए अच्छा नहीं होता है। लेकिन, प्रेग्नेंसी के दौरान प्रेग्नेंट महिला का ज्यादा स्ट्रेस (Stress) में रहना गर्भ में पल रहे शिशु और मां की सेहत पर बुरा असर डाल सकता है।
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अधिक वजन वाली औरतें
ओवरवेट या मोटापे की शिकार महिलाओं की प्रेग्नेंसी भी हाई रिस्क पर होती है क्योंकि इन महिलाओं में उच्च रक्तचाप (High blood pressure), थाइरायड (Thyroid), मधुमेह (Diabetes) जैसी बीमारियों का सामना करना पड़ता है। बीमारियों के कारण महिलाओं को अधिक सावधानी रखने की जरूरत भी पड़ती है। खानपान से लेकर आवश्यक चेकअप महिलाओं को रिस्क से बचाएं रखने में मदद करते हैं।
प्रेग्नेंसी के दौरान समस्याएं : पॉलीसिस्टिक अंडाशय सिंड्रोम (PCOS)
पॉलीसिस्टिक अंडाशय सिंड्रोम (PCOS) एक ऐसा हॉर्मोन विकार है जो गर्भवती रहने के लिए एक महिला की क्षमता को प्रभावित कर सकता है। वहीं पीसीओडी की समस्या गर्भपात की उच्च दर, प्रीक्लेम्पसिया की समस्या और समय से पहले प्रसव के खतरे को बढ़ा सकता है।