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पोस्टपार्टम वजायनल ड्रायनेस! सेल्फ केयर है सबसे ज्यादा जरूरी

के द्वारा मेडिकली रिव्यूड डॉ. प्रणाली पाटील · फार्मेसी · Hello Swasthya


Nidhi Sinha द्वारा लिखित · अपडेटेड 21/05/2021

    पोस्टपार्टम वजायनल ड्रायनेस! सेल्फ केयर है सबसे ज्यादा जरूरी

    “योनि (वजायना) में अगर ड्रायनेस महसूस हो, तो इसे नजअंदाज नहीं करना चाहिए’। दरअसल ये हावर्ड यूनिवर्सिटी द्वारा कहा गया है कि डोंट इग्नोर वजायनल ड्रायनेस (Don’t ignore vaginal dryness) क्योंकि 90 प्रतिशत महिलाओं में वजायनल ड्रायनेस (vaginal dryness) की समस्या कुछ ही दिनों में खुद ठीक हो जाती है, लेकिन अगर ड्रायनेस की समस्या ज्यादा वक्त तक रहे, तो तकलीफ और इरिटेशन दोनों बढ़ सकती है। वजायनल ड्रायनेस की समस्या किसी भी उम्र में महिलाओं को हो सकती है, लेकिन अगर प्रेग्नेंसी के बाद🤱🏻 योनि में रूखापन यानी पोस्टपार्टम वजायनल ड्रायनेस (Postpartum Vaginal Dryness) हो, तो इसे भी इग्नोर नहीं करना चाहिए। आज इस आर्टिकल में हम पोस्टपार्टम वजायनल ड्रायनेस (Postpartum Vaginal Dryness) से जुड़ी पूरी जानकारी शेयर करेंगे, जिससे न्यू मॉम या अगर आप मां बनने वाली हैं, तो पोस्टपार्टम वजायनल ड्रायनेस के बारे में जरूर जानें।

    • पोस्टपार्टम वजायनल ड्रायनेस क्या है?
    • पोस्टपार्टम वजायनल ड्रायनेस के लक्षण क्या हैं?
    • पोस्टपार्टम वजायनल ड्रायनेस होने पर क्या करें?
    • पोस्टपार्टम वजायनल ड्रायनेस होने पर डॉक्टर से कंसल्टेशन कब है जरूरी?
    • पोस्टपार्टम वजायनल ड्रायनेस का निदान कैसे किया जाता है?
    • पोस्टपार्टम वजायनल ड्रायनेस का इलाज कैसे किया जाता है?

    चलिए अब एक-एक कर प्रेग्नेंसी के बाद होने वाले वजायनल ड्रायनेस (Postpartum Vaginal Dryness) से इन ऊपर बताये सवालों का जवाब क्या है यह जानते हैं, लेकिन सबसे पहले आपसे यह कहना जरूर चाहूंगी कि अगर आप या आपकी कोई भी करीबी ऐसी कोई भी परेशानी महसूस करती हैं, तो इस तकलीफ को इग्नोर ना करें। क्योंकि शारीरिक परेशानियों या मानसिक परेशानियों को इग्नोर करने से तकलीफ कम होने की बजाये बढ़ सकती है। इसलिए लेडीज प्लीज डोंट इग्नोर!

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    पोस्टपार्टम वजायनल ड्रायनेस (Postpartum Vaginal Dryness) क्या है?

    प्रेग्नेंसी के दौरान या प्रेग्नेंसी के बाद बॉडी में कई तरह के बदलाव आते हैं। ऐसे में वजायना में बदलाव आना भी सामान्य माना जाता है, लेकिन वजायना में हो रहे बदलाव के बारे में बातचीत करना या डॉक्टर से कंसल्टेशन में भी देरी कर देती हैं। हालांकि पोस्टपार्टम वजायनल ड्रायनेस कोई बड़ी समस्या नहीं है, लेकिन इसे लंबे वक्त तक इग्नोर भी नहीं किया जाना चाहिए। बेबी के डिलिवरी के बाद वजायना में बदलाव आना स्वभाविक होता है। दरअसल वजायनल डिलिवरी के बाद वजायना अपने एक्चुअल साइज से बढ़ जाता है और ड्राय होने लगती है। यह स्थिति काफी पीड़ादायक होती है। गायनोकोलॉजिस्ट डॉ. सीमा शर्मा (Srishti The Gyne Clinic) का कहना है कि जब महिला शिशु को जन्म देती है, तो नवजात सर्विक्स से वजायना में आता है और फिर उसका जन्म होता है। इस दौरान योनि में खिंचाव बढ़ जाता है। वहीं वजायना और पेरिनियम के बीच की त्वचा में अगर जरूरत पड़ जाए, तो कट लगाई जाती है और फिर नवजात का जन्म होता है। डिलिवरी के दौरान वजायना में कट लगाने की प्रक्रिया को एपिसियोटमी (Episiotomy) कहते हैं। नवजात के जन्म के बाद महिलाओं को पोस्टपार्टम वजायनल ड्रायनेस को महसूस करना कठिन होता है, क्योंकि वजायना पहले की अपेक्षा लूज हो जाती है या ड्राय हो जाती है। हालांकि समझदारी और डॉक्टर द्वारा कंसल्टेशन के बाद इस तकलीफ को दूर किया जा सकता है।

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    पोस्टपार्टम वजायनल ड्रायनेस के लक्षण क्या हैं? (Symptoms of Postpartum Vaginal Dryness)

    प्रेग्नेंसी के बाद वजायना में ड्रायनेस पोस्टपार्टम थायरॉयडिटिस (Postpartum thyroiditis) की वजह से होता है। पोस्टपार्टम थायरॉयडिटिस थायरॉइड ग्लैंड (Thyroid gland) में सूजन (Inflammation) की वजह से होती है। दरअसल थायरॉइड से निकलने वाले हॉर्मोन कम या ज्यादा हो सकते हैं, जिससे यह परेशानी हो सकती है। अमेरिकन थायरॉइड एसोसिएशन (American Thyroid Association) में पब्लिश्ड रिपोर्ट्स के अनुसार तकरीबन 10 प्रतिशत महिलाओं को पोस्टपार्टम वजायनल ड्रायनेस की समस्या होती है। पोस्टपार्टम वजायनल ड्रायनेस के लक्षणों को समझकर इस बीमारी को समझना आसान हो सकता है, जो इस प्रकार हैं:

  • वजायना ड्राय (Vaginal dryness) महसूस होना।
  • त्वचा का रूखापन (Dry skin)।
  • त्वचा का सेंसेटिव होना।
  • वजन बढ़ना (Weight gain)।
  • थकान (Fatigue) महसूस होना।
  • नींद (Sleep) नहीं आना।
  • चिड़चिड़ापन होना।
  • दिल की धड़कन तेज या धीरे (Palpitations) होना।
  • डिप्रेशन (Depression) में आना।
  • वजायनल में खुजली (Itching) होना या जलन (Burning) महसूस होना।
  • इन ऊपर बताये लक्षणों में से अगर आप कोई एक लक्षण भी महसूस करें, तो डॉक्टर से संपर्क करें।

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    हॉर्मोन और वजायनल ड्रायनेस (Hormones and vaginal dryness)

    शिशु के जन्म के बाद और ब्रेस्टफीडिंग (Breastfeeding) के दौरान इस्ट्रोजन (Estrogen) लेवल समस्या से कुछ वक्त के लिए कम होने लगता है। जब महिला के शरीर में इस्ट्रोजन लेवल कम होने लगता है, तो वजायना में ड्रायनेस (Vaginal dryness) की समस्या शुरू हो जाती है।

    नोट: ब्रेस्टफीडिंग के दौरान अगर वजायनल ड्रायनेस (Vaginal dryness) की समस्या होने पर वजायनल मॉइश्चराइजर (Vaginal Moisturizers) का इस्तेमाल किया जा सकता है। वैसे तो वजायनल मॉइश्चराइजर किसी भी मेडिकल स्टोर से आप खरीद सकती हैं, लेकिन बेहतर होगा कि आप अपने गायनोकोलॉजिस्ट द्वारा बताये क्रीम का इस्तेमाल करें।

    महिलाओं में होने वाले हॉर्मोनल इम्बैलेंस (Hormonal imbalance) को समझने के लिए नीचे दिए इस वीडियो लिंक पर क्लिक कर जानें पूरी जानकारी।

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    पोस्टपार्टम वजायनल ड्रायनेस (Postpartum Vaginal Dryness) होने पर क्या करें?

    प्रेग्नेंसी के बाद अगर वजायना में ड्रायनेस (Postpartum Vaginal Dryness) की समस्या होती है, तो निम्लिखित बातों का ध्यान रखें या सेल्फ केयर करें। जैसे:

    • शारीरिक संबंध बनने के दौरान लुब्रिकेंट्स का इस्तेमाल करें। इस दौरान ध्यान रखें कि अगर आपके पार्टनर कॉन्डोम (Condom) का इस्तेमाल कर रहें हैं, पेट्रोलियम बेस्ड लुब्रिकेंट्स (Petroleum-based lubricants) का इस्तेमाल ना करें। इससे कॉन्डोम डैमेज हो सकता है।
    • इस्ट्रोजन वजायनल क्रीम (Estrogen vaginal cream) का इस्तेमाल करें।
    • बॉडी को हायड्रेटेड (Hydrated) रखें। इसलिए पानी एवं जूस का सेवन करें।
    • पर्सनल हाइजीन स्प्रे (Personal hygiene sprays) का इस्तेमाल ध्यानपूर्वक करें, क्योंकि इससे भी वजायनल एरिया ड्राय हो सकती है।
    • नैचुरल ऑयल के इस्तेमाल से वजायनल ड्रायनेस (Vaginal dryness) को दूर किया जा सकता है। आप ग्रेप सीड, ऑलिव ऑयल, स्वीट आलमंड, सूरजमुखी या कोकोनट ऑयल जैसे अन्य नैचुरल ऑयल का इस्तेमाल कर सकती हैं।
    • पोस्टपार्टम वजायनल ड्रायनेस होने पर सेक्स से पहले लंबे समय तक फॉरप्ले भी अच्छा विकल्प माना जाता है।

    इन छोटी-छोटी बातों को ध्यान में रखकर पोस्टपार्टम वजायनल ड्रायनेस की समस्या को दूर किया जा सकता है। इसके अलावा अगर आपको वजायनल ड्रायनेस की समस्या है. तो इस बारे में अपने पार्टनर से जरूर बात करें।

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    डॉक्टर से कब करें कंसल्टेशन?

    अगर आपको पोस्टपार्टम वजायनल ड्रायनेस के लक्षण समझ आएं और सेल्फ केयर के बाद भी आपकी तकलीफ दूर ना हो, तो ऐसी स्थिति में डॉक्टर से कंसल्टेशन जरूरी है। इसके अलावा निम्नलिखित स्थितियों में भी डॉक्टर से सलाह जरूर लें। जैसे:

    • अगर आपको इंफेक्शन (Infection) से जुड़ी कोई परेशानी है।
    • डायबिटीज (Diabetes) के पेशेंट हैं।
    • वेजेनिस्म (Vaginismus) से जुड़ी कोई परेशानी।
    • इंटरकोर्स के दौरान दर्द महसूस होना।

    इन परिस्थितियों में भी डॉक्टर की राय लें।

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    वजायनल ड्रायनेस का निदान कैसे किया जाता है? (Diagnosis of Postpartum Vaginal Dryness)

    जब वजायना में जलन और खुजली जैसी परेशानी महसूस होती है, तो ड्राय वजायना (Dry vagina) के निदान के लिए गायनोकोलॉजिस्ट आपसे आपकी हेल्थ और ड्राय वजायना से जुड़े लक्षणों के बारे में सबसे पहले जानकारी लेंगे। इसके बाद पेल्विक और योनि की जांच कर सकते हैं। कई बार यूरिनरी ट्रैक्ट इन्फेक्शन (UTI) की वजह से भी वजायनल ड्रायनेस की समस्या हो सकती है। हालांकि प्रेग्नेंसी के बाद योनि में रूखापन का मुख्य कारण खिंचाव एवं हॉर्मोनल लेवल में हुए डिस्बैलेंस को ही माना जाता है।

    पोस्टपार्टम वजायनल ड्रायनेस का इलाज कैसे किया जाता है? (Treatment for Postpartum Vaginal Dryness)

    पोस्टपार्टम वजायनल ड्रायनेस (Postpartum Vaginal Dryness) या फिर किसी अन्य कारण से हुए ड्रायनेस को दूर करने के लिए दवाएं प्रिस्क्राइब की जाती हैं। वहीं टोपिकल इस्ट्रोजन थेरिपी की भी मदद ली जा सकती है।

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    वजायना या उससे जुड़ी किसी भी परेशानी को नजरअंदाज ना करें। इस बारे में हिचकिचाएं या शर्माएं भी नहीं, क्योंकि ये आपकी शारीरिक परेशानी है। नवजात के जन्म के बाद अक्सर महिलाएं ज्यादा व्यस्त हो जाती हैं और ऐसी परेशानियों या तकलीफों पर ध्यान नहीं देती हैं, लेकिन ऐसा नहीं करना चाहिए। जिस तरह से आप प्रेग्नेंसी के दौरान अपना ख्याल रखती हैं, ठीक उसी तरह बेबी डिलिवरी (After Baby’s birth) के बाद भी सेल्फ केयर (Self care) करना ना भूलें। आपकी हेल्थ भी आपके बच्चे की अच्छी सेहत का राज है और पॉजिटिव रिलेशनशिप के लिए जरूरी है। इसलिए इस बारे में बेझिझक अपने पार्टनर एवं डॉक्टर से बात करें।

    प्रेग्नेंसी से जुड़ी कई बातों के बारे में हमसभी जानना और समझना चाहते हैं। वहीं प्रेग्नेंसी और उम्र को लेकर भी कई बार हम या आप इस चर्चा का हिस्सा बन जाते हैं, लेकिन क्या है गर्भवस्था और उम्र का आपस में तालमेल जानने के लिए नीचे दिए इस क्विज को खेलें और जानें आपकी जानकारी है कितनी सही।

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