सामान्य मामलों में महिलाओं को हल्के डिस्चार्ज की समस्या होती है जो कि सामान्य है। ऐसे मामलों में महिलाओं को गर्भावस्था के दौरान कम से कम 6-9 बार चेकअप के लिए जाना चाहिए।
पीरियड और गर्भावस्था के अलग-अलग समय में डिस्चार्ज होना एक सामान्य है। वही हेल्दी वजायनल डिस्चार्ज को ल्यूकोरिया के नाम से भी जाना जाता है। यह पतला और सफेद होता है और इसमें हल्की स्मेल आती है।
वजायनल और यूटेराइन इंफेक्शन को कम करने के लिए गर्भावस्था के दौरान डिस्चार्ज की मात्रा बढ़ जाती है। गर्भावस्था के आखिरी हफ्ते में डिस्चार्ज की मात्रा सबसे ज्यादा होती है। इस ड्यूरेशन में यह गुलाबी रंग का और म्यूकस जैसा दिखता है। आमतौर यह पर जैली की तरह होता है जो यह बताता है कि महिला का शरीर डिलिवरी के लिए तैयार है।
मिसकैरिज के संकेत को समझें
आपको अगर प्रेग्नेंसी के शुरुआती दिनों में ब्राउन डिस्चार्ज दिख रहा है तो आप उसे मिसकैरिज बिल्कुल भी न समझे। ज्यादातर मिसकैरिज प्रेग्नेंसी के पहले 13 वीक में पाए जाते हैं। कुल प्रेग्नेंसी के करीब 10 प्रतिशत मामलों में मिसकैरिज पाए जाते हैं। आप डॉक्टर को बता सकते हैं कि आपको स्पॉटिंग हुई है या फिर ब्लीडिंग। अगर ब्लीडिंग एक घंटे के अंदर बंद नहीं हुई है खतरे की बात हो सकती है। साथ ही वजन का घटना, वाइट-पिंक म्युकस का आना, पेट में संकुचन होना और साथ ही प्रेग्नेंसी के लक्षणों में कमी आना मिसकैरिज का संकेत हो सकता है। इस बात का जानकारी डॉक्टर जांच के बाद ही दे सकता है।
दूसरी और तीसरी तिमाही में मिसकैरिज के संकेत
दूसरी और तीसरी तिमाही में भी मिसकैरिज की संभावन रहती है। लेट प्रेग्नेंसी मिसकैरिज 13 हफ्तों के बाद में होता है। ऐसे में फीटस में मूवमेंट नहीं होता है। साथ ही वजाइनल स्पॉटिंग भी होती है। बैक और पेट में संकुचन होता है। वजाइना से कुछ फ्लूड और टिशू भी निकल सकता है। ऐसे में तुरंत डॉक्टर से जांच करवानी चाहिए।
ऐसी स्थिति होने पर डॉक्टर कुछ मेडिसिन देते हैं ताकि फीटस के साथ ही प्लासेंटा को वजाइनली डिलिवर किया जा सके। अगर ऐसा संभव नहीं होता है तो डॉक्टर फीटस को सर्जिकल रिमूव भी कर सकते हैं। इस प्रोसेस को डायलेशन या इवेक्युएशन भी कहा जाता है।
ध्यान दें
हम उम्मीद करते हैं कि प्रेग्नेंसी में ब्राउन डिस्चार्ज पर आधारित यह आर्टिकल आप के लिए उपयोगी साबित होगा। अगर आप प्रेग्नेंसी प्लान कर रही हैं तो आपके लिए इन बातों की जानकारी रखना बहुत जरूरी है ताकि आप इस दौरान घबराएं न। साथ ही अगर आप गर्भावस्था में तब भी आपको इस दौरान होने वाले फिजिकल और मेंटल चेंजेस के बारे में पता होना चाहिए। प्रेग्नेंसी में ब्राउन डिस्चार्ज चिंता की बात नहीं है, लेकिन यदि ज्यादा ब्लड दिखे तो आपको डॉक्टर से संपर्क जरूर करना चाहिए।
उपरोक्त जानकारी चिकित्सा सलाह का विकल्प नहीं है। प्रेग्नेंसी में स्पॉटिंग के बारे में अधिक जानकारी के लिए आप डॉक्टर से परामर्श कर सकते हैं। आप स्वास्थ्य संबंधि अधिक जानकारी के लिए हैलो स्वास्थ्य की वेबसाइट विजिट कर सकते हैं। अगर आपके मन में कोई प्रश्न है तो हैलो स्वास्थ्य के फेसबुक पेज में आप कमेंट बॉक्स में प्रश्न पूछ सकते हैं।