कई बार ऐसा होता है हम एक रिश्ते में होते हैं, लेकिन होकर भी हम नहीं होते हैं। वह रिश्ता केवल नाम के लिए चलता रहता है। इसमें न तो आप खुद खुश होते हैं न ही आपका पार्टनर खुश होता है। कई बार हम ब्रेकअप सही समय पर इसलिए नहीं कर पाते हैं, क्योंकि हमें लगता है हमारा रिश्ता कितने साल से चल रहा है। ऐसे मेंब्रेकअप करने के बारें में कैसे कहें। यही सोच कर आप सही समय पर ब्रेकअप करने का निर्णय नहीं लेते हैं और धीरे-धीरे आपका रिश्ता और अधिक बिगड़ सकता है। जब रिश्ता बहुत ज्यादा बिगड़ने पर ब्रेकअप होता है तो ऐसे में ब्रेकअप से मानसिक तनाव होना तय होता है।
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ब्रेकअप से मानसिक तनाव…
आपको उस वक्त ब्रेकअप से मानसिक तनाव हो सकता है,जब आपका रिश्ता अधिक अपमानजनक हो जाता है। जब दो लोग एक दूसरे कि इज्जत नहीं करते हैं। आप एक दूसरे के साथ थोड़ी देर भी समय बिताना नहीं चाहते हैं। लेकिन आप किसी तरह यह रिश्ता बस बनाए रखना चाहते हैं। क्योंकि यह रिश्ता लंबे समय से चल रहा है। इसके बाद भी हम इस रिश्ते में बंधे हैं, तो ये सही नहीं है। यदि आप ब्रेकअप से मानसिक तनाव के शिकार नहीं होना चाहते हैं, और आपको रिश्ते में ये लक्षण दिखाई देते हैं तब ऐसे रिश्ते से ब्रेकअप कर लेना ही बेहतर उपाय हो सकता है।
रिश्ते को बचाने का प्रयास हर बार आपका रहा है
यदि आपने इस रिश्ते को बचाने के लिए बहुत योगदान दिया है। लेकिन आपको कभी सामने से वो प्यार सम्मान नहीं मिला,जिसके आप हकदार है। कोई भी रिश्ता हो वो दोनों के महत्वपूर्ण योगदान से ही चलता है। जब आप कई साल तक अपने रिश्ते में पार्टनर के लिए बहुत कुछ करते हैं। आपने हमेशा उसे मानसिक,शारीरिक,आर्थिक रुप से मदद कि है, लेकिन आपके पार्टनर ने आपके लिए कभी कुछ न किया हो तो ,ये कभी न कभी आपके अंदर खिन्नता पैदा कर देती है। जिससे रिश्तों में दूरी बनने लगती है। दरअसल रिश्ता कोई भी हो केवल एक ही इंसान उसमें अपना योगदान दे रहा है तो उसमे आगे चलकर घुटन पैदा हो जाती है। जो बार-बार लड़ाई झगड़े का कारण बनता है। जिसमें आगे चलकर आपको ब्रेकअप से मानसिक तनाव हो सकता है। इसलिए सही समय पर अलग होना ही सही निर्णय होता है।
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ऐसे रिश्ते में क्यों रहना जहां इज्जत नहीं
जब आप किसी नए रिश्ते में आते हैं, तो शुरु-शुरु में आपको बहुत इज्जत और प्यार मिलता है। लेकिन कुछ समय बाद धीरे-धीरे आपके रिश्ते बिगड़ने लगते हैं। हर छोटी-छोटी बात पर आपके बीच में लड़ाइयां होने लगती हैं। आप अपना रिश्ता बचाने के लिए बार-बार अपने पार्टनर के सामने झुक जाते हैं। इससे आपके पार्टनर कि बार-बार आपसे सॉरी सुनने कि आदत हो जाती है। ये सिलसिला बार-बार चलता रहता है, लड़ाईया होती हैं । आप बार-बार सॉरी बोलते रहते हैं। तो ऐसा रिश्ता जिसमें आपका आत्म सम्मान मायने ही नहीं रखता है, ऐसा रिश्ता आपको कभी खुश नहीं रख सकता है। इसलिए आप इससे पहले कि किसी प्रकार के ब्रेकअप से मानसिक तनाव का शिकार बने ऐसे रिश्ते से आजाद हो जाएं यही बेहतर होगा।
आपके जीवन में सही व्यक्ति का आना
भले ही आप क्यों न किसी के साथ बहुत पहले से रिलेशन में हो।लेकिन आपका खुश रहना सबसे अधिक जरुरी है। इसलिए आप किसके साथ कितना खुश रहते हैं, इसपर ध्यान देना बहुत जरुरी है। आप किसी ऐसे रिश्ते में हैं,जिसमें आप अपने मन कि बात भी अपने पार्टनर से शेयर नहीं कर सकते। ऐसे में जब आपके लाइफ में कोई ऐसा व्यक्ति आता है। जिसके साथ आप खुश होकर, खुले दिमाग से रह सकते हैं। तो किसी बंदिश में रहकर उस खुशी को आप जाने न दें। जिंदगी भर के घुटन से अच्छा है,कि आप एक कठिन फैसला लें। एक ऐसा फैसला जो आपके हित में हो सकता है। जो आपको खुश होने का, हंसने का एक और मौका दे सकता है। दरअसल बात केवल आपके खुशी कि नहीं है। यदि आप अपने पार्टनर के साथ खुश नहीं हैं। तो ऐसे में आप अपने पार्टनर को भी ज्यादा दिन तक खुश नहीं रख पाएंगे। दिखावें का प्यार लंबे समय तक नहीं चलता है। इसलिए आपके जीवन में कोई व्यक्ति आता हैं। जो आपको खुशी देने में सक्षम हैं। तो उसे जाने न दें। अपने घुटन के रिश्ते से आजााद हो जाएं। इससे पहले कि ब्रेकअप से मानसिक तनाव बढ़ जाए।
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जब रिश्ते में हाथ उठने लगे
यदि आपके रिश्ते में एक दूसरे के लिए कोई फिलिंग नहीं बची है। आपका रिश्ता इस कगार पर आ गया है,कि आपके बीच में मरपीट,हाथ उठाने कि नौबत आ गई है। तो ऐसे रिश्ते से जितनी जल्दी दूर हो जाएं, उतना ही बेहतर है। हर रिश्ते में एक दूसरे कि इज्जत करना सबसे ज्यादा जरुरी होता है। लेकिन मारपीट एक हिंसा है। जो रिश्ता हिंसक हो जाए, उससे न केवल अलग हो जाएं। बल्कि इसके खिलाफ आवाज उठाना भी जरुरी होता है। आपने कई बार सुना होगा। हिंसा करना और सहना दोनों ही जुर्म है। इसीलिए मारपीट कि नौबत आने से पहले ही आप इस रिश्ते से आजाद हो जाएं।सही समय पर ब्रेकअप न करने से अक्सर ब्रेकअप से मानसिक तनाव होने का जोखिम रहता है।
आजादी के लिए ब्रेकअप करना सही?
आजादी दो तरह कि होती है। एक वो जिसमें आप किसी रिश्ते कि अहमियत नहीं समझते हैं। एक वो जिसमें आपको अपने हक से जीने के लिए भी आजादी नहीं दी जाती है। तो यदि आप अपने हक के लिए आजादी चाहते हैं। तो वो गलत नहीं होता है। जब आपकी लाइफ में हर छोटी-बड़ी बात पर कोई रोकने-टोकने लगे। ऐसे में धीरे-धीरे यह आपके लिए यह अवसाद का कारण बन सकता है। यदि आपका पार्टनर सही समय पर अपनी आदत नहीं बदलता है। तो इससे पहले कि आप अवसादग्रस हो इससे पहले आप ब्रेकअप कर लें। ब्रेकअप के बाद अपने नए जीवन की शुरुआत कर सकते हैं।
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यदि आपके पार्टनर की है फ्लर्टिंग की आदत
यदि किसी व्यक्ति कि फ्लर्टिंग की आदत हो। तो ऐसे व्यक्ति का रिश्ते में लॉयल होना काफी मुश्किल होता है। कई बार आपको उनकी इस आदत से बुरा फिल होता है। जिस कारण आप अपने पार्टनर से कई बार ये आदत बदलने के लिए बोल चुके हैं। लेकिन कुछ आदतें कभी बदलती नहीं है। इससे आपका पार्टनर कहीं बाहर जाएगा, तो आपका ध्यान केवल इसी बात पर लगा रहेगा कि कहीं वो किसी और के साथ तो नहीं है। यदि आपके लाख कहने के बाद भी वो इस आदत को नहीं बदलते हैं,तो आप इस रिश्ते से आजाद होने के बारे में बोल सकते हैं। हर रिश्ते में एक दूसरे के लिए लॉयल होना बेहद जरुरी होता है। यह हर रिश्ते कि नींव होती है।
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