शताब्दी के हिन्दुस्तान में आज भी महिलाओं की यौन इच्छाओं पर न तो चर्चाएं होती हैं और न ही वे खुद चर्चा करती हैं। न तो वो किसी चिकित्सक से अपनी सेक्स ड्राइव के घटने को लेकर बात कर पाती हैं और न ही अपने पति या पार्टनर से। पारिवारिक तनाव और जिंदगी की आपाधापी में महिलाओं की सेक्सुअल लाइफ तेजी से प्रभावित हो रही हैं। महिलाओं की घटती जा रही यौन इच्छा को बढ़ाने के लिए फीमेल वायग्रा का इस्तेमाल किया जा रहा है। तो आइए जानते हैं फीमेल वायग्रा के बारे में।
फीमेल वायग्रा क्या है?
अक्सर अपने सेक्स पावर और सेक्स की इच्छा को बढ़ाने के लिए पुरुष वायग्रा का इस्तेमाल करते हैं। ठीक इसी तरह महिलाएं भी अपने सेक्स पावर और सेक्स की इच्छा को बढ़ाने के लिए फीमेल वायग्रा का इस्तेमाल कर सकती हैं। वियाग्रा, एक प्रकार की दवा होती है जो पुरूषों में इरेक्टाइल डिसफंक्शन के इलाज के काम आती है। पर सामान्य तौर पर लोग इसे उत्तेजना लाने के लिए खाने वाली दवा भी मानते हैं। आपको जानकर हैरानी होगी कि महिलाओं के लिए वायग्रा भी उसी तरह का टैबू समझा जाता है, जिस तरह फीमेल कंडोम को समझा जाता है। एक तरह से देखा जाए, तो सेक्स और शारीरिक इच्छाओं और जरूरतों को लेकर समाज में सिर्फ पुरुषों को ही अहमियत दी जाती है, लेकिन अब महिलाएं भी अपनी शारीरिक जरूरतों और इच्छाओं पर स्वंय निर्भर होने की पहल कर रही हैं।
और पढ़ेंः महिलाओं में यौन समस्याओं के प्रकार, कारण, इलाज और समाधान
कितना सुरक्षित है फीमेल वायग्रा का सेवन करना?
फीमेल वियाग्रा का सेवन करना कितना सुरक्षित या सफल है, अभी भी इसके बारे में उचित शोध करने की आवश्यकता है। हालांकि, आजकल, मार्केट में कई प्रकार के सप्लीमेंट्स मिल रहें, जिनता दावा होता है कि उनके सेवन से महिलाओं की सेक्स करने की इच्छा बढ़ सकती है। ऐसी ही एक दवा है फ्लिबान्सेरिन, जो महिलाओं के लिए वियाग्रा मानी जाती है। इस दवा को लेकर दावा है कि, यह महिला के दिमाग को प्रभावित करती है। इस ब्रांड के अलावा, महिलाओं के वायग्रा के तौर पर आपको अन्य दवाएं भी आसानी से मिल सकती है।
महिलाओं के वायग्रा पर क्या कहते हैं शोध?
शोध के तौर पर इस दवा का प्रयोग सबसे पहले बंदरों पर किया गया था। शोध में वैज्ञानिकों का दावा रहा कि, जब ब्रेन का मेटॉबोल्जिम धीमा पड़ जाता था, तो यह दवा धीरे से अपना असर करना शुरू कर देती थी और महिला को सेक्स के लिए उत्तेजित करने लगती है। ऐसी महिलाओं जिनमें बढ़ती उम्र या किसी शारीरिक बीमारी या किसी अन्य कारण से सेक्स की इच्छा घटने लगी है, तो उनके लिए इसका इस्तेमाल करना अच्छा विकल्प हो सकता है। हालांकि, इसका सेवन हमेशा अपने डॉक्टर की सलाह और उचित निर्देशों के अनुसार ही करना चाहिए।
और पढ़ेंः लाइफ में एक बार जरूर ट्राई करें ये सेक्सुअल फैंटेसी
[mc4wp_form id=’183492″]
किन कारणों से घट सकती है महिलाओं की सेक्स ड्राइव?
महिलाओं का सेक्स रिस्पांस बहुत ही जटिल होता है। ऐसे में महिलाओं की सेक्स ड्राइव घटने के कई कारण हो सकते हैं, जिनमें निम्न हैंः
- कई महिलाओं के दैनिक जीवन के तनावों की वजह से उनकी सेक्स की इच्छा समाप्त हो जाती है।
- मेनोपॉज या गर्भावस्था के कारण भी महिलाओं की सेक्स ड्राइव घट जाती है।
- कुछ महिलाओं के लिए, सेक्स सुखहीन हो सकता है। चिंता और थकान की वजह से उनकी सेक्स में रूचि कम हो जाती है।
- सेक्स की इच्छा अक्सर दोनो पार्टनर के बीच की इंटिमेसी और साथ ही पिछले अनुभव से जुड़ी होती है। समय के साथ, मानसिक परेशानी और बाहरी समस्याओं की वजह से काम की इच्छा कम होती है।
- कुछ बीमारी जैसे मधुमेह या मल्टीपल स्केलेरोसिस की वजह से भी सेक्स रिस्पांस साइकल बदल सकती है।
- अत्यधिक शारीरिक श्रम करने के कारण भी महिलाओं में सेक्स की इच्छा कम हो सकती है।
- एक अध्ययन के अनुसार ऐसी महिलाएं, जो तीन बच्चों या उससे अधिक बच्चों की मां बन चुकी हैं, उनमें भी सेक्स की इच्छा काफी कम हो जाती है। जिसके पीछा उनका सबसे बड़ा कारण फिर से प्रेग्नेंट होना होता है। ये डर उन महिलाओं में उतना भी देखा गया है, जिन्होंने नसबंदी की प्रक्रिया अपनाई हो।
और पढ़ेंः सी सेक्शन के बाद सेक्स लाइफ एन्जॉय करने के कुछ बेहतरीन टिप्स
कब आती है काम फीमेल वायग्रा (Female Viagra)?
एक अध्ययन में शोधकर्ताओं ने 98 महिलाओं पर शोध किया जिनकी औसत आयु 37 वर्ष थी। सभी महिलाएं एंटीडिप्रेसेंट का सेवन कर रही थीं। इन सभी महिलाओं का प्री-मेनोपॉज हो चुका था। इनमें से आधे ग्रुप को फीमेल वाइग्रा और आधे को प्लेसबो की खुराक आठ-सप्ताह तक के लिए दी गई। वाइग्रा की खुराक एक दिन में 50 मिलीग्राम से शुरू होती थी और सेक्स करने से एक या दो घंटे पहले तक इसे 100 मिलीग्राम तक बढ़ाया जाता था।
जब शोधकर्ताओं ने परिणाम देखा तो उन्होंने पाया कि प्लेसबो का सेवन करने वाली 73% महिलाओं की यौन क्रिया में कोई सुधार नहीं हुआ लेकिन, वाइग्रा वाली केवल 28% महिलाओं में कोई सुधार नहीं हुआ। इससे यह साफ तौर पर पता चल गया कि वायग्रा का सेवन करने वाली महिलाओं को अपनी सेक्स ड्राइव में बढ़ोतरी का अनुभव हुआ।
कैसे काम करता है फीमेल वाइग्रा?
फ्लिबेंसरीन (Flibanserin) को मूल रूप से एक एंटीडिप्रेसेंट के रूप में विकसित किया गया था, जिसे आजकल हम लोग फीमेल वाइग्रा के नाम से जानते हैं। नियमित रूप से फ्लिबेंसरीन लेने से शरीर में डोपामाइन (dopamine) और नॉरपेनेफ्रिन (norepinephrine) का स्तर बढ़ जाता है।
इसी समय, यह सेरोटोनिन (serotonin) के स्तर को कम करता है। डोपामाइन और नॉरपेनेफ्रिन दोनों ही यौन उत्तेजना के लिए महत्वपूर्ण हैं। सेक्स ड्राइव को बढ़ाने में डोपामाइन की भूमिका बहुत ही अहम होती है।
और पढ़ेंः सेक्स के प्रेमी हैं तो जरूर जाने इससे जुड़े सेक्स फैक्ट्स
क्या फीमेल वाइग्रा का कोई दुष्परिणाम होता है?
सबसे आम दुष्प्रभावों में निम्नलिखित शामिल हैं:
- सिर चकराना
- सोने में कठिनाई आना
- जी मिचलाना
- मुंह सूखना
- शारीरिक तौर पर बहुत ज्यादा थकान महसूस करना
- हाइपोटेंशन या निम्न रक्तचाप (लो ब्लड-प्रेशर)
- बेहोशी
- मनोदशा में बदलाव होना (मूड स्विंग)
महिलाओं का वायग्रा इस्तेमाल करने से पहले किन बातों का ध्यान रखना चाहिए?
सामान्य तौर पर फ्लिबेंसरीन के पैक पर निर्देश दिया होता है कि, उन्हें किस तरह की स्थिति में इसका सेवन नहीं करना चाहिए। हालांकि, बेहतर स्वास्थ्य के लिहाज से अगर कोई महिला शराब का सेवन करती हैं या उन्हें लिवर से जुड़ी कोई समस्या है, तो उन्हें इस दवा का सेवन नहीं करना चाहिए। साथ ही, ऐसी महिलाएं, जिन्हें कोई गंभीर शारीरिक समस्या है या जो नियमित तौर पर किसी दवा या सप्लिमेंट का सेवन करती हैं, उन्हें भी इसका सेवन करने से पहले अपने डॉक्टर की उचित सलाह लेनी चाहिए।
[embed-health-tool-ovulation]