हॉर्नी (Horny) होना क्या है?
दरअसल, हॉर्नी होना कामुकता यानी सेक्शुअलिटी की पहली सीढ़ी है। किसी भी यौन संबंध से पहले व्यक्ति के दिमाग में सेक्स से संबंधित विचार या भावनाएं आती हैं, जो उसके शरीर में संवेदनशीलता और सेंसेशन उत्पन्न करती हैं। इन्हीं संवेदनशीलता और सेंसेशन के परिणामस्वरूप महसूस हुई भावना को हॉर्नी होना कहा जाता है। हॉर्नी शब्द को आसान भाषा में अराउजल यानी कामोत्तेजना भी कहा जाता है। काम के लिए कामोत्तेजना बहुत जरूरी है, जो कि काफी सामान्य है। अभी तक आप यह बात अच्छी तरह समझ गए होंगे कि, कामोत्तेजित यानी हॉर्नी हर कोई होता है।
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हॉर्नी (Horny) होना कब माना जाता है परेशानी?
सेक्स से बिल्कुल पहले या उसके दौरान कामोत्तेजित होना काफी आम है। इसी तरह अचानक या कभी भी सेक्स से संबंधित विचार या ख्याल आ जाना भी सामान्य बात है। यह हर किसी व्यक्ति के साथ होता है और इसमें कोई बुराई नहीं है। लेकिन, कामोत्तेजना तब समस्या बनने लगती है, जब कि आप बार-बार और लगातार सेक्स के बारे में सोचने या यौन संबंध बनाने के लिए उत्तेजित रहने लगते हैं। इससे आपकी दैनिक गतिविधियों और वर्क लाइफ पर काफी बुरा असर पड़ता है और आप किसी और प्रोडक्टिव काम में दिमाग नहीं लगा पाते हैं।
अत्यधिक कामोत्तेजना के क्या कारण होते हैं?
अत्यधिक कामोत्तेजना मतलब सेक्शुअल डिजायर का अत्यधिक होना। दरअसल, इसके पीछे कई या मिश्रित कारण हो सकते हैं। जैसे-
हाइपरसेक्शुअलिटी
हर किसी व्यक्ति के अंदर सेक्शुअल डिजायर यानी कामोत्तेजना होती है और सभी की सेक्स ड्राइव अलग-अलग हो सकती है। वहीं, कुछ लोगों में यह सेक्स ड्राइव इतनी बढ़ी हुई होती है कि वह हर समय सेक्स करने के बारे में सोचते रहते हैं और अन्य कार्यों पर ध्यानकेंद्रित नहीं कर पाते। इस स्थिति को मेडिकल भाषा में हाइपरसेक्शुअलिटी कहा जाता है।
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कुछ खाद्य पदार्थों के कारण