backup og meta

लेस्बियन सेक्स कैसे होता है? जानें शुरू से लेकर अंत तक

के द्वारा मेडिकली रिव्यूड डॉ. प्रणाली पाटील · फार्मेसी · Hello Swasthya


Surender aggarwal द्वारा लिखित · अपडेटेड 20/05/2021

    लेस्बियन सेक्स कैसे होता है? जानें शुरू से लेकर अंत तक

    हमारे समाज में समलैंगिकता (Homosexuality) के अस्तित्व को नकारा जाता रहा है। हालांकि, अभी समय बदल रहा है, लेकिन फिर भी समलैंगिक व्यक्तियों को सामान्यतः जाने-अनजाने में हम समाज के हाशिये पर ही रखते हैं। समलैंगिक व्यक्तियों से जुड़ा एक और पहलू है, जिसके इर्द-गिर्द एक मिथकों की दुनिया रची जा चुकी है। जिसकी वजह से सच्चाई और असल ज्ञान समाज से नदारद है और समलैंगिक व्यक्तियों के अस्तित्व पर उठे प्रश्नचिह्न को और गाढ़ा करता है। ऐसा ही एक पहलू लेस्बियन सेक्स (समलैंगिक स्त्री) है, जिसके बारे में हम बात करेंगे। लोग मानते हैं कि, प्राकृतिक रूप से पेनिस और वजायना इंटरकोर्स (Penis and Vagina Intercourse) को ही सेक्स यानी यौन संबंध कहा जाता है। लेकिन, यह सरासर गलत जानकारी है। लेस्बियन सेक्स (Lesbian Sex) भी पूरी तरह से प्राकृतिक है और इसमें भी ऑर्गेज्म (Orgasm) की प्राप्ति की जा सकती है। वहीं, लेस्बियन सेक्स के बारे में और भी बहुत-सी जानकारी हैं, जो समाज को पता ही नहीं है। आइए, इन्हीं के बारे में विस्तार से जानते हैं।

    लेस्बियन सेक्स (Lesbian Sex) का मतलब क्या है?

    लेस्बियन सेक्स (Lesbian Sex) का मतलब मुख्यतः उस यौन संबंध से समझा जाता है, जो कि दो महिलाओं के बीच होता है। लेकिन, समय के साथ इसकी व्याख्या में काफी बदलाव आया है। जैसे-जैसे समाज की समझ बढ़ती जा रही है और हम लोगों की सेक्शुअलिटी के प्रति ज्यादा जागरुक होते जा रहे हैं, वैसे-वैसे सेक्शुअलिटी की व्याख्या बदलती जा रही है। आज लेस्बियन सेक्स सिर्फ होमोसेक्शुअल (महिलाओं के प्रति आकर्षण रखने वाली) महिलाओं (Homosexual Women) तक ही सीमित नहीं रखा गया है, बल्कि यह बाइसेक्शुअल (Bisexual), पैनसेक्शुअल (Pansexual), क्वीर (Queer) और यहां तक कि हेट्रोसेक्शुअल (Hetrosexual) महिलाएं जिन्हें स्ट्रेट (Straight) भी कहा जाता है, कर सकते हैं। किसी भी सेक्शुअलिटी का व्यक्ति कोई भी सेक्स कर सकता है।

    और पढ़ें : सेक्स के फायदे हैं लाजवाब, तो एक बार ध्यान दें जनाब

    वहीं, दूसरी तरफ लेस्बियन सेक्स सिर्फ सिसजेंडर (cisgender) महिलाएं ही नहीं करती हैं, बल्कि इसका आनंद ट्रांसजेंडर (transgender) महिलाएं भी करती हैं। सिसजेंडर व्यक्ति वो होते हैं, जिनका जेंडर जन्म के समय निर्धारित किए गए जेंडर जैसा ही रहता है और ट्रांसजेंडर व्यक्ति वो होते हैं, जो बाद में जन्म के समय निर्धारित जेंडर से भिन्न पाए जाते हैं। उदाहरण के लिए अगर किसी व्यक्ति को जन्म के समय जननांग को देखते हुए पुरुष निर्धारित किया जाता है, लेकिन बाद में वह खुद को महिलाओं के ज्यादा करीब पाता है, तो उसे ट्रांसजेंडर कहा जाएगा।

    लेस्बियन सेक्स (समलैंगिक स्त्री) कैसे होता है?

    अब हम यह समझ चुके हैं कि, लेस्बियन सेक्स सिर्फ दो सिसजेंडर महिलाओं के बीच ही नहीं होता है, बल्कि यह किसी भी सेक्शुअलिटी की महिला कर सकती हैं। वहीं यह भी जरूरी नहीं कि, लेस्बियन सेक्स कर रही दोनों पार्टनर का सेक्शुअल ऑर्गन वजायना ही हो, ट्रांसजेंडर के केस में एक पार्टनर का सेक्शुअल ऑर्गन पेनिस और दूसरी पार्टनर का सेक्शुअल ऑर्गन वजायना भी हो सकता है। तो अब हम जानते हैं, कि लेस्बियन सेक्स कैसे किया जाता है।

    सामान्य सेक्स की तरह लेस्बियन सेक्स भी तीन प्रकार से किया जा सकता है। जैसे-

    [mc4wp_form id=’183492″]

    और पढ़ें : शादी के बाद सेक्स में कैसे लगाएं तड़का, जानें

    लेस्बियन ओरल सेक्स क्या है?

    लेस्बियन ओरल सेक्स में दोनों पार्टनर अपने हाथ, होंठ और मुंह से एक-दूसरे के जननांगों और सेंसिटिव पार्ट्स को उत्तेजित करके प्लेजर प्राप्त करने में मदद करते हैं। इसमें आप सामने वाले पार्टनर के निपल्स, क्लिटोरिस, अंदरुनी जांघ, स्क्रोटम (यदि ट्रांसजेंडर हो) आदि के साथ प्ले करते हैं।

    लेस्बियन वजायनल सेक्स क्या है?

    लेस्बियन वजायनल सेक्स सामान्य सेक्स की तरह होता है, इसमें एक पार्टनर ट्रांसजेंडर होने की स्थिति में अपने पेनिस को अथवा सिसजेंडर होने की स्थिति में डिल्डो (सेक्स टॉय) को दूसरे पार्टनर की वजायना में पेनिट्रेट करता है।

    लेस्बियन एनल सेक्स क्या है?

    लेस्बियन एनल सेक्स भी सामान्य एनल सेक्स की तरह होता है, जिसमें एक पार्टनर ट्रांसजेंडर होने की स्थिति में अपने पेनिस को अथवा सिसजेंडर होने की स्थिति में डिल्डो (सेक्स टॉय) को दूसरे पार्टनर के एनस में पेनिट्रेट करता है।

    और पढ़ें : बच्चों के बाद सेक्स लाइफ को कैसे बनाएं ‘हॉट’?

    अगर पार्टनर ट्रांसजेंडर है, तो कैसे बेहतर बनाएं लेस्बियन सेक्स?

    अगर आपका पार्टनर ट्रांसजेंडर है, तो लेस्बियन सेक्स को बेहतर बनाने के लिए आप निम्नलिखित टिप्स की मदद ले सकती हैं।

    • पेनिस को हैंडजॉब दें, जिसमें आप अपने पार्टनर से बात करके उनके लिए आरामदायक स्पीड अपना सकती हैं।
    • उनके पेनिस के हेड को हल्के हाथ से रब करें।
    • उनके स्क्रॉटम और एनस के बीच के हिस्से को सहलाएं।
    • एनस के आसपास की स्किन के साथ प्ले करें।
    • आप अपने होंठ और मुंह से भी उनके पेनिस, स्क्रॉटम, अंदरुनी जांघ और एनस के साथ प्ले कर सकती हैं।

    अगर पार्टनर सिसजेंडर है, तो कैसे बेहतर बनाएं लेस्बियन सेक्स?

    अगर आपका पार्टनर सिसजेंडर है, तो लेस्बियन सेक्स को बेहतर बनाने के लिए आप निम्नलिखित टिप्स की मदद ले सकती हैं।

    • सर्कुलर या अप-डाउन मोशन में उनके क्लिटोरिस को रब करें।
    • उंगली की मदद से पार्टनर के जी-स्पॉट को ढूंढकर उसके साथ प्ले करें।
    • एनस के आसपास की स्किन के साथ प्ले करें।
    • अपने होंठ और मुंह से क्लिटोरिस, वजायनल ओपनिंग, अंदरुनी जांघ आदि के साथ प्ले करें।

    और पढ़ें: रिलेशनशिप टिप्स : हर रिलेशनशिप में इंटिमेसी होनी क्यों जरूरी है?

    सिजरिंग, फिंगरिंग और फिस्टिंग पेनिट्रेशन

    लेस्बियन सेक्स में सिजरिंग, फिंगरिंग और फिस्टिंग पेनिट्रेशन की मदद ली जा सकती है। लेकिन ध्यान रखें कि, यह आपके पार्टनर की पसंद और सुविधा पर निर्भर करता है। हो सकता है कि आपके पार्टनर को इसमें असुविधा या दर्द का सामना करना पड़ रहा हो, इसलिए जबरदस्ती से गलत परिणाम देखने को मिल सकते हैं।

    लेस्बियन सेक्स से हो सकते हैं प्रेग्नेंट

    जी हां, यह सबसे बड़ी गलत धारण है कि लेस्बियन सेक्स से आप प्रेग्नेंट नहीं हो सकते। ऐसा इसलिए माना जाता है, क्योंकि लोगों को लगता है कि लेस्बियन सेक्स सिर्फ सिसजेंडर महिलाओं के बीच ही होता है। लेकिन, लेस्बियन सेक्स में एक पार्टनर ट्रांसजेंडर तो दूसरा पार्टनर सिसजेंडर हो सकता है। जिसमें पेनिस और वजायना इंटरकोर्स की वजह से गर्भधारण हो सकता है। ज्यादा और उचित जानकारी के लिए अपने डॉक्टर से इस बारे में बात जरूर करें। अगर ओव्युलेशन कैलक्युलेट करना चाहते हैं तो यह लिंक आपकी करेगा मदद।

    और पढ़ें : प्रेग्नेंसी में सेक्स ड्राइव को कैसे बढ़ाएं?

    एसटीआई और सेफ्टी

    1. लेस्बियन सेक्स के दौरान एसटीआई का खतरा काफी होता है। इसलिए, डेंटल डैम, एक्सटर्नल कॉन्डम, इंटरनल कॉन्डम, हैंड हाइजीन, ग्लव्स और फिंगर कोट्स आदि का ध्यान जरूर रखें।
    2. अगर आप सेक्स टॉय का इस्तेमाल कर रही हैं, तो उनकी साफ-सफाई का पूरा ध्यान रखें।
    3. लेस्बियन सेक्स में एनल सेक्स, डिल्डो, फिंगरिंग, रबिंग, सीजरिंग, फिस्टिंग आदि के दौरान ल्यूब्रीकेशन का ध्यान जरूर रखें।
    4. एसटीआई व अन्य बीमारियों और उनके गंभीर परिणामों से बचने के लिए दोनों पार्टनर नियमित टेस्ट करवाएं।

    अगर आपको किसी भी तरह की समस्या हो तो आप अपने डॉक्टर से जरूर पूछ लें। उम्मीद है कि आपको लेस्बियन सेक्स से संबंधित जरूरी जानकारियां मिल गई होंगी। अधिक जानकारी के लिए एक्सपर्ट से सलाह जरूर लें। अगर आपके मन में अन्य कोई सवाल हैं तो आप हमारे फेसबुक पेज पर पूछ सकते हैं। हम आपके सभी सवालों के जवाब आपको कमेंट बॉक्स में देने की पूरी कोशिश करेंगे। अपने करीबियों को इस जानकारी से अवगत कराने के लिए आप ये आर्टिकल जरूर शेयर करें।

    डिस्क्लेमर

    हैलो हेल्थ ग्रुप हेल्थ सलाह, निदान और इलाज इत्यादि सेवाएं नहीं देता।

    के द्वारा मेडिकली रिव्यूड

    डॉ. प्रणाली पाटील

    फार्मेसी · Hello Swasthya


    Surender aggarwal द्वारा लिखित · अपडेटेड 20/05/2021

    advertisement iconadvertisement

    Was this article helpful?

    advertisement iconadvertisement
    advertisement iconadvertisement