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मास्टरबेशन घुटनों के दर्द का कारण बन सकता है या नहीं?

के द्वारा मेडिकली रिव्यूड Dr. Pooja Bhardwaj


Ankita mishra द्वारा लिखित · अपडेटेड 15/10/2020

    मास्टरबेशन घुटनों के दर्द का कारण बन सकता है या नहीं?

    अक्सर पुरुषों की शिकायत रहती है कि हस्तमैथुन यानी मास्टरबेशन (Masturbation) करने के बाद उन्हें उनके शरीर के अंगों में दर्द का एहसास होता है। ज्यादातर लोगों को घुटने या कमरदर्द होने की शिकायत की जाती है। हालांकि, मास्टरबेट करना शरीर पर क्या प्रभाव डालता है? क्‍या मास्टरबेशन करना से शरीर को नुकसान पहुंचता है? या फिर क्‍या इसे ज्‍यादा से ज्‍यादा किया जाना चाहिये? ऐसे कई सवाल हैं जिनके बारे में कई तरह की भ्रांतियां फैली हुई है। तो चलिए इसके बारे में जानते हैं।

    मास्टरबेशन के दिलचस्प आंकड़ा

    अगर आंकड़ो पर गौर करें, तो 95 प्रतिशत पुरुष और 89 प्रतिशत महिलाएं रोजाना हस्‍तमैथुन करते हैं। आमतौर पर 18 से 20 साल की उम्र में लोग इसकी शुरुआत करते हैं। महिलाओं की बात करें, तो कई महिलाएं शादी के बाद भी इसको जारी रखती हैं। वहीं, पुरुषों में भी इसकी आदत बहुत ही आम होती है। 

    सही हॉर्मोन का संचार

    साल 2009 में मिशिगन विश्वविद्यालय ने अपने शोध में कहा था कि संभोग की इच्छा होने के कारण शरीर में डोपामाइन, एंडोर्फिन और ऑक्सीटोसिन नामक हॉर्मोन रिलीज होते हैं। इसकी वजह से हमारे शरीर में कॉर्टिसोल नामक हॉर्मोन रिलीज होता है, जो तनाव को कम करने का काम करता है। इसलिए हस्तमैथुन को तनाव से छुटकारा दिलाने का सबसे आसान उपाय माना जाता है। लेकिन फिर भी कई पुरुषों ने दावा किया है कि मास्टरबेशन के दौरान या बाद में उनके घुटनों में दर्द होता है।

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    मास्टरबेट करने के बाद घुटनों में दर्द क्यों होता है?  

    पुरुषों के मास्टरबेशन के बाद स्पर्म निकलाते समय उनके पूरे शरीर में तनाव रहता है। इसी तनाव के कारण ही उनके घुटनों में दर्द होता है। इसके अलावा कई लोगों को खड़े होने में भी परेशानी महसूस होती है। एक्सपर्ट्स की मानें, तो खड़े होकर मास्टरबेशन करने की वजह से ही घुटनों में दर्द हो सकता है।

    इस दर्द से कैसे बचें

  • अगर इस परेशानी से बचना चाहते हैं तो आप बैठकर या लेटकर भी मास्टरबेशन कर सकते हैं। अगर इसके बाद ही आपके घुटनों में दर्द की शिकायत रहती है तो आपको किसी नी-स्पेशलिस्ट से अपने घुटनों की जांच करवानी चाहिए
  • अगर आप नियमित तौर पर मास्टरबेट करते हैं तो हो सकता है कि यह आपकी लत बन गई हो। जो किसी नशीले पदार्थ की तरह ही आपके शरीर के साथ काम करता है।
  • बार-बार या बहुत ज्यादा हस्तमैथुन आपके दिमाग में डोपामाइन के स्तर को बढ़ाता है तो लत का रूप ले लेती है।
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    मास्टरबेट करने के टिप्स

    • ऑर्गैज्म पाने के लिए ज्यादा मेहनत नहीं करना चाहते हैं, तो सेक्स टॉय का इस्तेमाल करें।
    • हस्तमैथुन के दौरान सेक्शुअल फैंटसी को सोचें या फिर किसी पुराने सेक्स अनुभव को याद करें। यह आपका काम आसान बना देगा।
    • मास्टरबेट करते समय जगह भी खास मायने रखती है। आपको यह देखना होगा कि आप कहां मास्टरबेट कर रहे हैं। इसके अलावा नई जगह पर कई बार इसे करने में काफी समय भी लग सकता है। ऐसे में आप कोई ट्रिक अपना सकते हैं जैसे कि खुद को शीशे में देखना ऐसा करने से आपका एक्साइटेड फील करेंगे और आपका काम आसान हो जाएगा।
    • अगर आप हाथों से हस्तमैथुन नहीं करना चाहते हैं, तो सेक्स टॉय का उपयोग करें।
    • बॉडी के सेंशुअल पॉइंट्स पर टिकल करना भी न भूलें। साथ ही मसाज टेक्निक्स का इस्तेमाल करने से आपका अनुभव और बेहतर हो सकता है।

    मास्टरबेट करने को को लेकर मिथ

    हस्तमैथुन या मास्टरबेट करने को लेकर लोगों में कई तरह की गलत धारणाएं भी फैली हुई हैं। और जब बात मर्दों की हो, तो यह और बढ़ जाता है। कुछ लोगों का मानना होता है कि पुरुषों में हस्तमैथुन के कारण बीमारियों का खतरा बढ़ सकता है और उनका इम्यून सिस्टम भी कमजोर हो सकता है। लेकिन, यह मात्र एक मिथक भर ही है। वीर्य या स्पर्म में मौजूद मिनरल्स की मात्रा इतनी कम होती है कि उससे शरीर पर कोई भी बुरा असर नहीं पड़ता है। इसके उलट मास्टरबेट बॉडी को सेटिस्फाई करने का एक सुरक्षित और प्राकृतिक तरीका है। लेकिन, साथ ही आपको इस बात का भी ध्यान रखना होगा कि यह कहीं लत न बन जाएं।

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    मास्टरबेशन के फायदे

    ठीक तरीके से और लिमिट में किया जाए, तो मास्टरबेट करने के स्वास्थ्य को कई फायदे भी हो सकते हैं। लेकिन साथ ही इस बात का भी ध्यान रखने की जरूरत होगी कि इससे जुड़ें मिथकों पर भरोसा न करके आपको इसके बारे में सही जानकारी हो। ऐसे में आप बिना किसी हीन भावना के इसका आंनद भी ले पाएंगे और इसके लाभ भी उठा पाएंगे।

    यह शारीरिक के साथ-साथ मानसिक रूप से भी फायदा पहुंचाता है। यदि आप सामान्य रूप से मास्टरबेट करते हैं तो यह आपको तनाव से दूर रखने में मदद करता है। मास्टरबेट करने से शरीर में डोपामाइन और ऑक्सीटोसिन जैसे फील-गुड न्यूरोकेमिकल्स रिलीज होते हैं। ये ‘हैप्पी हार्मोन’ के नाम से जाने जाते हैं, जो खुशी और संतुष्टि प्रदान करते हैं।

    मास्टरबेशन से आती है बेहतर नींद

    मास्टरबेट करने के फायदों की बात की जाए, तो सबसे पहले आपको बता दें कि हस्तमैथून करने से आपको बेहतर नींद आ सकती है। इंसोमिया से जूझ रहे लोगों के लिए मास्टरबेशन से अच्छा विकल्प साबित हो सकता है। मास्टरबेट करने के बाद शरीर से कई हॉर्मोन रिलीज होते हैं। इन हॉर्मोन्स के रिलीज होने पर किसी भी शख्स को बेहतर फील होता है। ऐसे में इसके बाद लोगों को अच्छी नींद आती है।

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    सेक्स लाइफ होती है बेहतर

    अधिकतर लोगों को बॉडी के कई सेंसिटिव अंगों के बारे में जानकारी नहीं होती है। साथ ही यही वे बॉडी पार्ट्स होते हैं, जो सेक्स के दौरान महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं और लोग सेक्स का आंनद ले पाते हैं। इसके अलावा अलग-अलग लोगों को ट्रिगर प्वाइंट और ट्रिगर बॉडी पार्ट भी अलग होता है। ऐसे में मास्टरबेट करने के दौरान जब आप खुद की बडी को एक्सपलोर करते हैं, तो  सेक्स के दौरान आपको इसका फायदा मिलता है। ऐसा करने से आप अपने पार्टनर के साथ सेक्स लाइफ और बेहतर तरीके एंजॉय कर पाएंगे। साथ ही आप उसे बता पाएंगे कि आपको क्या पसंद है और आपको किस तरह सबसे ज्यादा आंनद आता है।

    मास्टरबेट करने से शरीर का सारा स्पर्म खत्म हो जाता है

    बहुत सारे लोगों के बीच ऐसी धारणा है कि हमारे शरीर में स्पर्म की मात्रा फिक्स है। लेकिन, इस बात में कोई सच्चाई नहीं है। हमारे शरीर में स्पर्म का नियमित उत्पादन होता है। जिस तरह शरीर में खून बनता है ठीक उसी तरह स्पर्म भी हमारे शरीर में बनता है। जैसे-जैसे इंसान बुढ़ापे की तरफ बढ़ता है, वैसे-वैसे स्पर्म का उत्पादन कम होता जाता है। तो हस्तमैथुन करने से स्पर्म काउंट में कमी आने का कोई लेना देना नहीं होता है।

    मास्टरबेट करना और प्रोस्टेट कैंसर

    कई बार इंटरनेट पर मास्टरबेशन के बारे में पढ़ते हुए हमें कहीं न कहीं यह बात पढ़ने को मिल जाती है कि मास्टरबेशन करने से प्रोस्टेट कैंसर का खतरा कम हो सकता है। क्या यह सच है या फिर सच्चाई कुछ और है? तो आपको बता दें कि कुछ रिसर्च में यह बात निकलकर आई है कि नियमित रूप से इजैक्युलेशन करने से प्रोस्टेट कैंसर का खतरा कम किया जा सकता है। हालांकि, डॉक्टर्स इस बात पर पूरी तरह निश्चिंत नहीं हैं। अगर रिसर्च की बात करें, तो 2016 में हुए एक शोध में सामने आया है कि जो पुरुष महीने में कम से कम 21 बार मास्टरबेट करते हैं, उनमें प्रोस्टेट कैंसर होने का खतरा 20 प्रतिशत कम हो जाता है। वहीं, 2003 में हुई एक स्टडी में भी मास्टरबेशन करने से प्रोस्टेट कैंसर के खतरे में कमी का संबंध देखा गया है। लेकिन अभी तक इस बात का कोई पुख्ता सबूत नहीं मिला है।

    प्रेग्नेंसी के दौरान मास्टरबेशन

    अभी तक तो हुई मास्टरबेशन से पुरुषों को मिलने वाले फायदे की बात, लेकिन इन फायदों के साथ प्रेग्नेंसी में इसके फायदे के बारे में भी जानने की जरूरत है। हालांकि यह फायदा महिलाओं के लिए है। प्रेग्नेंसी के दौरान शरीर में हॉर्मोनल बदलाव होने की वजह से अधिकतर महिलाएं हाई सेक्स ड्राइव का अनुभव करती हैं। इस हाई सेक्स ड्राइव को शांत करने के लिए मास्टरबेशन काफी आसान और सुरक्षित तरीका है। इसके साथ ही इससे प्रेग्नेंसी के दौरान होने वाले गंभीर कमर दर्द से भी राहत मिल सकती है।

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    मास्टरबेशन के बाद बुरा लगना

    मास्टरबेट करने के बाद कुछ लोगों को गिल्ट यानी बुरा लगता है। यह अनुभव उनके सांस्कृतिक, धार्मिक और आध्यात्मिक मान्यताओं के कारण हो सकता है। हालांकि, मास्टरबेशन न तो गलत है और न ही अनैतिक, लेकिन आप अपने आसपास इसको लेकर गलत धारणाओं के बारे में अक्सर सुनते होंगे। अगर आपको भी मास्टरबेशन करने के बाद बुरा लगता है, तो किसी ऐसे व्यक्ति से बात करें। जिसपर आप पूरा भरोसा करते हैं, वह आपको उचित सलाह दे पाएगा। इसके अलावा सेक्शुअल हेल्थ विशेषज्ञों से कंसल्ट करना भी एक बेहतरीन ऑप्शन है।

    हम उम्मीद करते हैं कि मास्टरबेशन और उससे होने वाले घुटनों के दर्द या उसके फायदे व नुकसान के बारे में आपको आवश्यक जानकारी मिल गई होगी। यह बात ध्यान रखिए कि मास्टरबेट करना पूरी तरह से हेल्दी, नैचुकल और सुरक्षित तरीका है, जिससे आपका स्वास्थ्य भी सुधरता है और आपको सेल्फ केयर मिलती है। इससे आपको मानसिक फायदे भी मिलते हैं और इसकी लत के अलावा इसका ऐसा कोई बुरा प्रभाव नहीं है। अगर इसके अलावा भी आपका इससे जुड़ा कोई सवाल है, तो हमें कमेंट बॉक्स में लिखें या फिर किसी एक्सपर्ट से परामर्श लें।

    डिस्क्लेमर

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