बहुत सारे लोगों के बीच ऐसी धारणा है कि हमारे शरीर में स्पर्म की मात्रा फिक्स है। लेकिन, इस बात में कोई सच्चाई नहीं है। हमारे शरीर में स्पर्म का नियमित उत्पादन होता है। जिस तरह शरीर में खून बनता है ठीक उसी तरह स्पर्म भी हमारे शरीर में बनता है। जैसे-जैसे इंसान बुढ़ापे की तरफ बढ़ता है, वैसे-वैसे स्पर्म का उत्पादन कम होता जाता है। तो हस्तमैथुन करने से स्पर्म काउंट में कमी आने का कोई लेना देना नहीं होता है।
मास्टरबेट करना और प्रोस्टेट कैंसर
कई बार इंटरनेट पर मास्टरबेशन के बारे में पढ़ते हुए हमें कहीं न कहीं यह बात पढ़ने को मिल जाती है कि मास्टरबेशन करने से प्रोस्टेट कैंसर का खतरा कम हो सकता है। क्या यह सच है या फिर सच्चाई कुछ और है? तो आपको बता दें कि कुछ रिसर्च में यह बात निकलकर आई है कि नियमित रूप से इजैक्युलेशन करने से प्रोस्टेट कैंसर का खतरा कम किया जा सकता है। हालांकि, डॉक्टर्स इस बात पर पूरी तरह निश्चिंत नहीं हैं। अगर रिसर्च की बात करें, तो 2016 में हुए एक शोध में सामने आया है कि जो पुरुष महीने में कम से कम 21 बार मास्टरबेट करते हैं, उनमें प्रोस्टेट कैंसर होने का खतरा 20 प्रतिशत कम हो जाता है। वहीं, 2003 में हुई एक स्टडी में भी मास्टरबेशन करने से प्रोस्टेट कैंसर के खतरे में कमी का संबंध देखा गया है। लेकिन अभी तक इस बात का कोई पुख्ता सबूत नहीं मिला है।
प्रेग्नेंसी के दौरान मास्टरबेशन
अभी तक तो हुई मास्टरबेशन से पुरुषों को मिलने वाले फायदे की बात, लेकिन इन फायदों के साथ प्रेग्नेंसी में इसके फायदे के बारे में भी जानने की जरूरत है। हालांकि यह फायदा महिलाओं के लिए है। प्रेग्नेंसी के दौरान शरीर में हॉर्मोनल बदलाव होने की वजह से अधिकतर महिलाएं हाई सेक्स ड्राइव का अनुभव करती हैं। इस हाई सेक्स ड्राइव को शांत करने के लिए मास्टरबेशन काफी आसान और सुरक्षित तरीका है। इसके साथ ही इससे प्रेग्नेंसी के दौरान होने वाले गंभीर कमर दर्द से भी राहत मिल सकती है।
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मास्टरबेशन के बाद बुरा लगना
मास्टरबेट करने के बाद कुछ लोगों को गिल्ट यानी बुरा लगता है। यह अनुभव उनके सांस्कृतिक, धार्मिक और आध्यात्मिक मान्यताओं के कारण हो सकता है। हालांकि, मास्टरबेशन न तो गलत है और न ही अनैतिक, लेकिन आप अपने आसपास इसको लेकर गलत धारणाओं के बारे में अक्सर सुनते होंगे। अगर आपको भी मास्टरबेशन करने के बाद बुरा लगता है, तो किसी ऐसे व्यक्ति से बात करें। जिसपर आप पूरा भरोसा करते हैं, वह आपको उचित सलाह दे पाएगा। इसके अलावा सेक्शुअल हेल्थ विशेषज्ञों से कंसल्ट करना भी एक बेहतरीन ऑप्शन है।
हम उम्मीद करते हैं कि मास्टरबेशन और उससे होने वाले घुटनों के दर्द या उसके फायदे व नुकसान के बारे में आपको आवश्यक जानकारी मिल गई होगी। यह बात ध्यान रखिए कि मास्टरबेट करना पूरी तरह से हेल्दी, नैचुकल और सुरक्षित तरीका है, जिससे आपका स्वास्थ्य भी सुधरता है और आपको सेल्फ केयर मिलती है। इससे आपको मानसिक फायदे भी मिलते हैं और इसकी लत के अलावा इसका ऐसा कोई बुरा प्रभाव नहीं है। अगर इसके अलावा भी आपका इससे जुड़ा कोई सवाल है, तो हमें कमेंट बॉक्स में लिखें या फिर किसी एक्सपर्ट से परामर्श लें।