पिंपल सबसे आम स्किन प्रॉब्लेम है, लेकिन अगर हार्ड पिंपल (Hard Pimple) की समस्या शुरू हो जाए तो यह बेहद दर्दनाक होता है। नैशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इन्फॉर्मेशन (National Center for Biotechnology Information) में पब्लिश्ड रिपोर्ट के अनुसार देश में तकरीबन दो तिहाई युवा वर्ग एवं 18 वर्ष से ज्यादा उम्र के लोगों में पिंपल की समस्या रजिस्टर की गई। पिंपल भी अलग-अलग तरह के होते हैं और इस आर्टिकल में हम आपके साथ हार्ड पिंपल (Hard Pimple) से जुड़ी जानकारी शेयर करने जा रहें हैं।
हार्ड पिंपल की समस्या क्या है?
हार्ड पिंपल के कारण क्या हो सकते हैं?
हार्ड पिंपल की समस्या कितने तरह के हो सकते हैं?
हार्ड पिंपल से बचाव कैसे संभव है?
हार्ड पिंपल का इलाज कैसे किया जाता है?
चलिए अब हार्ड पिंपल से जुड़े इन सवालों का जवाब जानते हैं।
हार्ड पिंपल की समस्या क्या है? (About Hard Pimple)
हार्ड पिंपल की समस्या कुछ हफ्ते नहीं, बल्कि ज्यादा दिनों तक स्किन पर अपनी जगह बनाये रखती है और इसे ठीक होने में भी वक्त ज्यादा लगता है। हार्ड पिंपल सामान्य पिंपल की ही तरह होते हैं, लेकिन त्वचा पर दानों के साथ-साथ इसमें दर्द भी होता है। अब ऐसे में सवाल ये उठता है कि हार्ड पिंपल के कारण क्या हैं, तो चलिए जानते हैं।
हार्ड पिंपल के कारण क्या हो सकते हैं? (Causes of Hard Pimple)
हार्ड पिंपल के कारण अलग-अलग हो सकते हैं। जैसे:
अत्यधिक तैलीय त्वचा (Excess oil on the skin)- जब बॉडी से फेशियल ऑयल (Facial oil) या सीबम (Sebam) का निर्माण ज्यादा होने लगे और पोर्स को बंद करने में सक्षम हो तो ऐसी स्थिति पिंपल या हार्ड पिंपल को जन्म दे सकती है।
हॉर्मोनल लेवल में बदलाव (Changes in hormone levels)- जब पुरुषों में टेस्टोस्टेरोन (Testosterone) का लेवल बढ़ने लगे तो इससे सीबम का निर्माण ज्यादा होने लगता है। ऐसी स्थिति प्यूबर्टी में सामान्य मानी जाती है और हार्ड पिंपल का कारण भी।
बैक्टीरिया (Bacteria)- अगर स्किन के पोर्स डेड स्किन सेल्स ब्लॉक होने लगे तो ऐसी स्थिति में बैक्टीरिया (Bacteria) को जन्म देने लगती है, जो हार्ड पिंपल का कारण भी हो सकता है।
पारिवारिक इतिहास (Family history)- अगर परिवार में एक्ने (Acne) की समस्या चली आ रही है तो ऐसी स्थिति में भी पिंपल की समस्या हो सकती है।
दवाएं (Medications)- कुछ विशेष प्रकार की दवाओं के सेवन से एक्ने (Acne) या पिंपल (Pimple) की समस्या हो सकती है।
ये हैं पिंपल या हार्ड पिंपल के कारण, लेकिन इस स्किन कंडिशन से बचाव संभव है। इसलिए इसके अलग-अलग प्रकरों को समझना जरूरी है।
हार्ड पिंपल की समस्या कितने तरह के हो सकते हैं? (Types of Hard Pimple)
हार्ड पिंपल की समस्या निम्नलिखित तरहों के हो सकते हैं। जैसे:
व्हाइटहेड (Whiteheads)- व्हाइटहेड एक तरह का पिंपल है, जो डेड स्किन सेल्स, ऑयल और बैक्टीरिया स्किन की पोर्स में फंस जाते हैं। ज्यादातर लोगों को व्हाइटहेड्स कि समस्या होती है। यह नाक के ऊपर और आस पास के एरिया में होता है। बहुत कम लोगों को यह चेहरे के बाकी हिस्सों में भी होता है। नाक आपके चेहरे का मध्य भाग होता है और यही कारण है कि इसे जल्द नोटिस कर लिया जाता है।
ब्लैकहेड्स (Blackheads)- चेहरे डार्क ये काले रंग का दाना डस्ट और बंद पोर्स की वजह से बनने लगते हैं जो कुछ ही समय में हार्ड पिंपल का रूप भी ले सकते हैं।
पैपुल्स (Papules)- यह स्किन प्रॉब्लेम प्रायः इंफेक्टेड स्किन पोर्स या फॉलिकल की वजह से होते हैं, जो अत्यधिक सेंसेटिव भी होते हैं।
नोड्यूलस (Nodules)- हार्ड पिंपल नोड्यूलस की तरह भी हो सकते हैं और ऐसे पिंपल से दर्द की समस्या भी ज्यादा होती है। नोड्यूल पिंपल भी इंफेक्टेड स्किन पोर्स या फॉलिकल के कारण होने वाली परेशानी है। नोड्यूल पिंपल स्किन सरफेस से नीचे की ओर होता है।
सिस्ट (Cysts)- स्कार की दिखने वाला पिंपल सिस्ट होता है जो हार्ड पिंपल का ही एक प्रकार है। ऐसे पिंपल्स की समस्या भी इंफेक्शन के कारण हो सकते हैं।
ये हैं अलग-अलग हार्ड पिंपल के प्रकार (Hard Pimple types) जिसे अगर ध्यान से देखा से केयर किया जाए तो इस परेशानी को दूर करने में या इससे बचने में मदद मिल सकती है।
हार्ड पिंपल का इलाज कैसे किया जाता है? (Treatment for Hard Pimple)
डर्मेटोलॉजिस्ट पहले स्किन पर आये पिंपल को मैग्नीफाइंग ग्लास से चेक करते हैं और फिर व्यक्ति से हेल्थ कंडिशन एवं पिंपल की वजह से हो रही तकलीफों को समझने की कोशिश करते हैं और इसके बाद हार्ड पिंपल का इलाज निम्नलिखित तरह से कर सकते हैं। जैसे:
क्रीम एवं ऑइंटमेंट (Creams and ointments)- बेंज़ॉयल पेरोक्साइड (Benzoyl peroxide), सैलिसिलिक एसिड, (Salicylic acid) एवं सल्फर (Sulfur) युक्त क्रीम एवं ऑइंटमेंट के इस्तेमाल की सलाह दी जाती है।
वार्म कम्प्रेस (Warm compress)- चेहरे पर अगर पिंपल की समस्या ज्यादा हो और इसकी वजह से दाग-धब्बे नहीं जा रहें हों तो ऐसी स्थिति में वार्म कम्प्रेस के इस्तेमाल की सलाह देते हैं।
आइस पैक (Ice packs)- चेहरे पर पिंपल के कारण सूजन या पेन की समस्या को दूर करने के लिए आइस पैक का इस्तेमाल किया जा सकता है। आइस पैक का इस्तेमाल नोड्यूलस (Nodules) और सिस्ट (Cysts) पर किया जा सकता है।
क्लीन्ज़र्स (Cleansers)- एक्ने की समस्या से बचने के लिए ट्रेडिशनल सोप (Traditional soap) का भी इस्तेमाल किया जा सकता है। ट्रेडिशनल सोप को नॉन-सोप क्लीन्ज़र्स (Non-soap cleansers) भी कहा जाता है।
टी ट्री ऑयल (Tea tree oil)- हार्ड पिंपल की समस्या को दूर करने के लिए टी ट्री ऑयल का भी इस्तेमाल किया जा सकता है।
विटामिन-बेस्ड क्रीम (Vitamin-based creams)- हार्ड पिंपल की समस्या को दूर करने के लिए रेटिनॉल (Retinol) या जिंक (Zinc) वाले क्रीम का इस्तेमाल किया जा सकता है।
नैशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इन्फॉर्मेशन (National Center for Biotechnology Information) में पब्लिश्ड रिपोर्ट के अनुसार पिंपल की समस्या गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल हेल्थ (Gastrointestinal health), डिप्रेशन (Depression) या फिर एंग्जायटी (Anxiety) जैसी समस्याओं के कारण भी हो सकती है। इसलिए हार्ड पिंपल के इलाज के दौरान अगर आप इनमें से किसी भी परेशानियों को फेस कर रहें हैं, तो इसकी जानकारी अपने डॉक्टर को अवश्य दें।
हमें उम्मीद है कि इस आर्टिकल में हार्ड पिंपल (Hard Pimple) से जुड़ी जानकारी आपके लिए लाभकारी होंगी। इसलिए अगर आप लंबे वक्त से हार्ड पिंपल (Hard Pimple) या किसी भी तरह के पिंपल या स्किन की समस्याओं के शिकार हैं और यह परेशानी दूर नहीं हो रही है, तो ऐसी स्थिति में डॉक्टर से कंसल्ट करें। डॉक्टर बीमारी की गंभीरता को ध्यान में रखते हुए मेडिसिन प्रिस्क्राइब कर सकते हैं।स्किन प्रॉब्लेम (Skin problem) से जुड़ी किसी भी जानकारी के लिए आप हैलो स्वास्थ्य के त्वचा संबंधी समस्याओं पर क्लीक करें।
आयुर्वेदिक ब्यूटी रेमेडीज के बारे में जानें संपूर्ण जानकारी नीचे दिए इस वीडियो लिंक को क्लिक कर। आयुर्वेदिक ब्यूटी एक्सपर्ट पूजा नागदेव खास जानकारी साझा कर रहीं हैं आयुर्वेदिक ब्यूटी रेमेडीज की, जिससे आप आसानी से अपना सकती हैं और चेहरे पर एक्ने के दाने या अन्य दाग-धब्बों को दूर करने के उपाय।
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