विटिलिगो के आयुर्वेदिक इलाज के दौरान खानपान पर विशेष ध्यान दें और निम्नलिखित खाद्य पदार्थों को अपने आहार में रोजाना शामिल करें। जैसे:
- हरी पत्तीदार सब्जियों जैसे पालक या केल का सेवन नियमित करें।
- हरी सब्जियों में शामिल मौसमी सब्जियां जैसे गाजर, लौकी या सोयाबीन की संतुलित मात्रा में सेवन करें।
- विटिलिगो का आयुर्वेदिक इलाज के दौरान दाल के सेवन की भी सलाह दी जाती है।
- विटिलिगो का आयुर्वेदिक इलाज के दौरान तांबे के जग में रखे हुए पानी के सेवन की सलाह दी जाती है।
इन ऊपर बताये 4 बातों का ध्यान अपने आहार में अवश्य रखें।
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विटिलिगो के आयुर्वेदिक इलाज के दौरान किन चीजों का सेवन ना करें?
शरीर को रोग मुक्त रखने में दवाओं के साथ-साथ आहार की भी खास भूमिका होती है। इसलिए विटिलिगो यानी सफेद दाग की समस्या अगर शुरू हो जाये, तो अपने आहार में खट्टे फलों जैसे नीबू, संतरा, आम, अंगूर, आंवला, अचार, दही, लस्सी, मिर्च, मैदा, गोभी, उड़द की दाल एवं टमाटर से दूरी बनायें रखें। इसके अलावा जंक फूड या फास्ट फूड का सेवन ना करें। वहीं सॉफ्ट ड्रिंक या एल्कोहॉल का भी सेवन नहीं करना चाहिए।
नोट: अत्यधिक नमक का सेवन ना करें या फिर उन खाद्य पदार्थों या पेय पदार्थों का भी सेवन ना करें, जिसमें दूध और नमक का एक साथ प्रयोग किया गया हो।
अगर आप विटिलिगो या विटिलिगो का आयुर्वेदिक इलाज (Ayurvedic treatment for Vitiligo) से जुड़े किसी तरह के कोई सवाल का जवाब जानना चाहते हैं, तो आप हमें कमेंट बॉक्स में लिखकर पूछ सकते हैं। हमारे हेल्थ एक्सपर्ट आपके सवालों के जवाब देने की कोशिश करेंगे। हालांकि अगर आप विटिलिगो की समस्या से पीड़ित हैं, तो डॉक्टर से कंसल्टेशन करें, क्योंकि ऐसी स्थिति में डॉक्टर आपके हेल्थ कंडिशन को ध्यान में रखकर इलाज शुरू करेंगे और विटिलिगो का आयुर्वेदिक इलाज (Ayurvedic treatment for Vitiligo) पर विचार करेंगे।