नोट: इन आयुर्वेदिक औषधियों का सेवन अपनी मर्जी से ना करें। यह सिर्फ आपकी जानकारी के लिए दी गईं हैं।
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विटिलिगो का आयुर्वेदिक इलाज (Ayurvedic treatment for Vitiligo) के लिए घरेलू टिप्स-
विटिलिगो का आयुर्वेदिक इलाज निम्नलिखित घरेलू उपायों से भी किया जा सकता है। जैसे:
- आयुर्वेद के अनुसार वात, कफ और पित्त रोगों को समझकर विटिलिगो का इलाज किया जाता है। आयुर्वेद से जुड़े जानकारों की मानें, तो दोषों को समझकर इस बीमारी को दूर करने में मदद मिलती है।
- विटिलिगो का आयुर्वेदिक इलाज के लिए कपाल भाति प्राणायाम और भ्रस्तिका योगासन करने की सलाह मरीजों को दी जाती है। इससे धीरे-धीरे लाभ मिल सकता है।
- विटिलिगो का आयुर्वेदिक इलाज बाबची और इमली के बीजों से भी किया जाता है। दरअसल ऐसा माना जाता है कि बाबची और इमली के बीजों का पेस्ट को सफेद दाग पर लगाने से धीरे-धीरे ये परेशानी दूर हो सकती है।
- विटिलिगो का आयुर्वेदिक इलाज हल्दी और सरसों से भी किया जा सकता है। हल्दी और सरसों का पेस्ट पहले तैयार करें और फिर इसे विटिलिगो यानी सफेद दाग वाली जगहों पर लगाएं।
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वात, कफ और पित्त रोगों से जुड़ी किसी भी जानकारी के लिए नीचे दिए इस वीडियो लिंक पर क्लिक करें।
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विटिलिगो का आयुर्वेदिक इलाज (Ayurvedic treatment for Vitiligo) के दौरान आहार में क्या करें शामिल?
विटिलिगो के आयुर्वेदिक इलाज के दौरान खानपान पर विशेष ध्यान दें और निम्नलिखित खाद्य पदार्थों को अपने आहार में रोजाना शामिल करें। जैसे:
- हरी पत्तीदार सब्जियों जैसे पालक या केल का सेवन नियमित करें।
- हरी सब्जियों में शामिल मौसमी सब्जियां जैसे गाजर, लौकी या सोयाबीन की संतुलित मात्रा में सेवन करें।
- विटिलिगो का आयुर्वेदिक इलाज के दौरान दाल के सेवन की भी सलाह दी जाती है।
- विटिलिगो का आयुर्वेदिक इलाज के दौरान तांबे के जग में रखे हुए पानी के सेवन की सलाह दी जाती है।
इन ऊपर बताये 4 बातों का ध्यान अपने आहार में अवश्य रखें।
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विटिलिगो के आयुर्वेदिक इलाज के दौरान किन चीजों का सेवन ना करें?
शरीर को रोग मुक्त रखने में दवाओं के साथ-साथ आहार की भी खास भूमिका होती है। इसलिए विटिलिगो यानी सफेद दाग की समस्या अगर शुरू हो जाये, तो अपने आहार में खट्टे फलों जैसे नीबू, संतरा, आम, अंगूर, आंवला, अचार, दही, लस्सी, मिर्च, मैदा, गोभी, उड़द की दाल एवं टमाटर से दूरी बनायें रखें। इसके अलावा जंक फूड या फास्ट फूड का सेवन ना करें। वहीं सॉफ्ट ड्रिंक या एल्कोहॉल का भी सेवन नहीं करना चाहिए।
नोट: अत्यधिक नमक का सेवन ना करें या फिर उन खाद्य पदार्थों या पेय पदार्थों का भी सेवन ना करें, जिसमें दूध और नमक का एक साथ प्रयोग किया गया हो।
अगर आप विटिलिगो या विटिलिगो का आयुर्वेदिक इलाज (Ayurvedic treatment for Vitiligo) से जुड़े किसी तरह के कोई सवाल का जवाब जानना चाहते हैं, तो आप हमें कमेंट बॉक्स में लिखकर पूछ सकते हैं। हमारे हेल्थ एक्सपर्ट आपके सवालों के जवाब देने की कोशिश करेंगे। हालांकि अगर आप विटिलिगो की समस्या से पीड़ित हैं, तो डॉक्टर से कंसल्टेशन करें, क्योंकि ऐसी स्थिति में डॉक्टर आपके हेल्थ कंडिशन को ध्यान में रखकर इलाज शुरू करेंगे और विटिलिगो का आयुर्वेदिक इलाज (Ayurvedic treatment for Vitiligo) पर विचार करेंगे।