
हल्दी और पुदीने का जूस
बंद पोर्स का घर पर उपचार करने के लिए आयुर्वेद में हल्दी के प्रयोग को भी प्राथमिकता दी जाती है। हल्दी को सबसे अच्छा हीलिंग इंग्रीडिएंट माना जाता है। इसमें रोगाणुरोधी गुण होते हैं, जो त्वचा के पोर्स में मौजूद बैक्टीरिया को हटा देते हैं। यही नहीं, हल्दी के एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट गुण त्वचा के स्वास्थ्य और टेक्सचर को सुधारने में मदद करते है। यह प्रदूषण के कारण बंद पोर्स(clogged pores due to pollution) को खोलने के लिए सरल और सबसे अधिक इस्तेमाल किया जाने वाला घरेलू उपचार है।
कैसे करें उपयोग
- नाक पर बंद पोर(clogged pores on nose) के उपचार के लिए आपको हल्दी पाउडर और पुदीने के जूस की जरूरत पड़ेगी।
- एक चम्मच हल्दी को एक चम्मच पुदीने के जूस के साथ मिला कर इसका एक पेस्ट बना लें।
- अब इस पेस्ट को प्रभावित स्थान पर लगाएं और उसके बाद 10 से 15 मिनटों तक सूखने दें।
- हलके गर्म पानी से इसे साफ कर लें और उस स्थान को अच्छे से मॉइस्चराइज करें।
- अच्छे परिणामों के लिए इस उपाय को हफ्ते में तीन बार प्रयोग में लाएं।

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प्रदूषण के कारण बंद पोर्स(clogged pores due to pollution) के लिए शहद और दालचीनी
शहद में मौजूद एंटी-बैक्टीरियल एजेंट उन बैक्टीरिया को दूर रखने में मदद कर सकते हैं, जो मुहांसे पैदा करते हैं। इसके साथ ही यह पोर्स को ब्लॉक करने वाली गंदगी को निकलने के लिए एडहेसिव का काम करता है। दालचीनी सर्कुलेशन में सुधार करती है और सही रक्त प्रवाह के कारण आपकी त्वचा को स्वस्थ और चमकदार त्वचा मिलेगी।
कैसे करें उपयोग
- इसके लिए आपको एक चम्मच दालचीनी पाउडर, शहद और कॉटन की जरूरत पड़ेगी।
- शहद और दालचीनी को साथ में तब तक मिक्स करें, जब तक यह एक पेस्ट न बन जाए।
- अब इसकी पतली परत को ब्लैकहेड पर लगाएं और कॉटन को इसके ऊपर लगाए।
- अब इसे तीन से पांच मिनटों तक ऐसे ही रहने दें उसके बाद कॉटन के साथ इसे निकल दें और अपने चेहरे को धो दें।
- अच्छे परिणामों के लिए इस तरीके को बार-बार दोहराएं।

नींबू
आपको यह जानकार हैरानी होगी कि नींबू का रस प्रदूषण के कारण बंद पोर्स(clogged pores due to pollution) को ठीक करने में लाभदायक है। नींबू में विटामिन-C होता है जो एक एंटी-ऑक्सीडेंट है। यह त्वचा को स्वस्थ बनाये रखने के लिए कोलेजन उत्पादन को प्रोत्साहित करने में मदद करता है।
कैसे करें उपयोग
- इसके लिए आपको एक चम्मच नमक, नींबू के रस और पानी की जरूरत पड़ती है।
- इन सब इंग्रीडिएंट्स को अच्छे से मिला लें और एक पेस्ट बना लें।
- इस पेस्ट को प्रभावित स्थान पर लगा लें आप पूरे चेहरे पर भी इसे लगा सकते हैं।
- अब कॉटन की मदद से त्वचा की हलकी मालिश करें और 15 से 20 मिनटों तक लगा कर सूखने दें।
- ठंडे पानी से धो दें और उसके बाद अच्छे से मॉइस्चराइज करें।

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नीम के पत्ते और गुलाबजल
प्रदूषण के कारण बंद पोर्स(clogged pores due to pollution) के उपचार में नीम भी प्रभावी है। नीम में एंटीबैक्टीरियल प्रभाव होते हैं और यह एक शक्तिशाली आयुर्वेदिक उपाय है। यह मुहांसे पैदा करने वाले बैक्टीरिया को कम करने में मदद कर सकता है। यही नहीं यह त्वचा के स्वस्थ pH संतुलन को बनाए रखने में भी सहायक है। गुलाब जल भी त्वचा पर एंटी-इंफ्लेमेटरी प्रभाव डालता है।