स्किन में एचआईवी रैश: डॉक्टर की कब पड़ती है जरूरत?
सही समय पर टेस्टिंग और बीमारी के ट्रीटमेंट कराने से एचआईवी से होने वाले लक्षणों को रोका जाता है और साथ ही स्किन में रैशेज की समस्या में भी राहत मिलती है।अगर आपको उपरोक्त दिए गए बीमारी के लक्षण नजर आते हैं, तो ऐसे में आपको डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। डॉक्टर एचआईवी का टेस्ट करते हैं और रिजल्ट पॉजिटिव आने पर आपको ट्रीटमेंट के बारे में जानकारी देते हैं। मेडिकेशन के साथ ही वायरस के संक्रमण को कम करने के लिए कुछ अन्य उपाय भी बताए जा सकते हैं।
जिन लोगों को एचआईवी पहले से डायग्नोज हो चुका है, उन्हें मेडिकल अटेंशन की जरूरत पड़ती है और यह दिखाना पड़ता है कि कहीं रैश तेजी से तो नहीं बढ़ रहे हैं या फिर उनमें सूजन या फीवर तो नहीं आ रहा है या फिर वह मीटिंग या मितली का एहसास तो नहीं हो रहा है। रैश के साथ साथ यह समस्याएं भी दिख सकती हैं।
एचआईवी की दवाएं और रैशेज
एचआईवी दवाएं स्टीवंस-जॉनसन सिंड्रोम नामक एक गंभीर अतिसंवेदनशीलता प्रतिक्रिया को ट्रिगर कर सकती हैं। इस कारण से भी पेनफुल ब्रल्सटर्स, रैशेज, फीवर भी महसूस कर सकते हैं। अगर आपको भी दवा के सेवन के बाद ऐसा एहसास हो रहा है, तो आपको तुरंत डॉक्टर को संपर्क करना चाहिए। अगर एचआईवी के कारण आपको भी रैशेज की समस्या हो रही है, तो डॉक्टर उसे मेडिसिंस के माध्यम से ठीक करेंगे। आप इस बारे में अधिक जानकारी के लिए डॉक्टर से संपर्क कर सकते हैं।
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एचआईवी की बीमारी को पूरी तरह से ठीक नहीं किया जा सकता है। इस बीमारी के लक्षणों को दवाओं के माध्यम से कम किया जा सकता है। अगर आपको भी एड्स की बीमारी है, तो आप डॉक्टर द्वारा बताई गई दवाओं का समय पर सेवन करें। अगर दवा को खाने से किसी प्रकार का दुष्प्रभाव आपको दिखाई दे रहा हो, तो उसके बारे में डॉक्टर को जानकारी जरूर दें।
इस आर्टिकल में हमने आपको स्किन में एचआईवी रैश (HIV Rash On Skin) को लेकर जानकारी दी है। उम्मीद है आपको हैलो हेल्थ की दी हुई जानकारियां पसंद आई होंगी। अगर आपको इस संबंध में अधिक जानकारी चाहिए, तो हमसे जरूर पूछें। हम आपके सवालों के जवाब मेडिकल एक्स्पर्ट्स द्वारा दिलाने की कोशिश करेंगे।