त्वचा हमारे शरीर का सबसे बड़ा और बेहद सेंसिटिव ऑर्गन है। त्वचा संबंधित समस्याएं होना सामान्य हैं। यह कुछ समस्याएं माइल्ड होती हैं ,जो कम समय में ठीक हो जाती हैं। जबकि, कुछ समस्याओं में मेडिकल हेल्प लेना जरूरी होता है। अगर आप अपनी त्वचा पर धब्बेदार लाल और पर्पल स्पॉट्स या पैचेज का लैसी नेटवर्क महसूस करें, तो यह मोटल्ड स्किन का संकेत हो सकता है। मोटल्ड स्किन (Mottled Skin) को त्वचा के पैची डिस्कलरेशन के रूप में जाना जाता है। इसके कई कारण हो सकते हैं लेकिन यह समस्या आमतौर पर हानिरहित होती है। आइए जानें मोटल्ड स्किन (Mottled Skin) के बारे में विस्तार से।
किसे कहा जाता है मोटल्ड स्किन (Mottled Skin)?
मोटल्ड स्किन (Mottled Skin) को लाइवडो रिटिक्यूलराइस (Livedo reticularis) के नाम से भी जाना जाता है। जब त्वचा पैची और इरेगुलर कलर की हो जाती है, तो उसे मोटल्ड स्किन कहा जाता है। इस समस्या में त्वचा में लाल और पर्पल मार्क या स्पॉट्स हो सकते हैं। डार्क स्किन टोन में यह स्पॉट्स डार्क ब्राउन रंग के लग सकते हैं। यह समस्या स्किन तक ब्लड फ्लो के कम होने के कारण होने का परिणाम भी हो सकती है।
यही नहीं, कोल्ड टेम्परेचर के टेम्पररी रिस्पांस, किसी मेडिकल कंडिशन के लक्षण के रूप में या किसी दवा के साइड इफेक्ट के परिणामस्वरूप भी यह रोग हो सकता है। इस रोग के अधिकांश मामलों में इसके कारणों का पता नहीं चलता है। क्योंकि, मोटल्ड स्किन (Mottled Skin) एक मेडिकल टर्म नहीं है, ऐसे में कई स्किन कंडिशंस या रैशेज को डिस्क्राइब करने के लिए इस टर्म का इस्तेमाल किया जाता है। आइए जानें मोटल्ड स्किन के क्या हैं कारण?
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मोटल्ड स्किन (Mottled Skin): यह हो सकते हैं इसके कारण
जैसा की पहले ही बताया गया है कि मोटल्ड स्किन (Mottled Skin) यानी लाइवडो रिटिक्यूलराइस (Livedo reticularis) प्रभावित स्किन एरिया में ब्लड फ्लो की कमी के कारण होती है। स्किन के मोटल्ड होने के कई अन्य कारण भी हो सकते हैं, जो इस प्रकार हैं:
कोल्ड या लो टेम्प्रेचर (Cold or Low Temperatures)
लो टेम्प्रेचर से ब्लड सर्कुलेशन प्रभावित होती है। ब्लड वेसल्स और आर्टरीज सिकुड़ जाती हैं, जिससे रक्त उनमें से जल्दी से पास नहीं हो पाता है। यही नहीं, इससे ऑक्सीजन भी रिस्ट्रिक्टेड हो जाती है, जिससे पूरे शरीर में ब्लड सप्लाई के लिए हार्ट को अधिक मेहनत करनी पड़ती है। ऐसे में, इसका सबसे आसान उपचार यह होगा कि आप गर्म तापमान वाली जगह पर चले जाएं और आपकी त्वचा के अपने ओरिजनल कलर में वापस आने की प्रतीक्षा करें।
बॉडी शॉक (Body Shock)
मोटल्ड स्किन (Mottled Skin) यानी लाइवडो रिटिक्यूलराइस (Livedo reticularis) किसी शॉक ट्रॉमा और अन्य मेडिकल एमरजेंसिस जैसे इंफेक्शंस आदि के परिणामस्वरूप भी हो सकते हैं। इन शॉक की स्थिति में तुरंत मेडिकल अटेंशन की जरूरत होती है।
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मेडिसिन्स का साइड इफेक्ट (Side Effect of Certain Medicines)
किसी खास मेडिसिन्स के रिएक्शन के साइड इफेक्ट के परिणामस्वरूप भी यह समस्या हो सकती है। यह साइड इफेक्ट्स एलर्जी और बॉडी की ओवरआल कंडिशन पर निर्भर करते हैं। अगर ऐसा है तो आपको इन दवाइयों को लेने से बचना चाहिए और डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए। ऐसी दवाइयों का उदाहरण इस प्रकार है, जो मोटल्ड स्किन (Mottled Skin) का कारण बन सकती है:
- ऐमेन्टाडीन (Amantadine)
- केटाकोलामिन्स (Catecholamines)
- माइनोसाइक्लिन (Minocycline)
- जेमिसिटाबाइन (Gemcitabine)
हाइपोथायरॉयडिज्म (Hypothyroidism)
हाइपोथायरॉयडिज्म का रोग तब होता है, जब थायरॉइड अब्नॉर्मली इनएक्टिव होते हैं। जब थायरॉइड अंडरएक्टिव होते हैं, तो शरीर के एनर्जी मैनेजमेंट के लिए रिस्पॉन्सिबल सही थायरॉइड हॉर्मोन्स प्रोड्यूस नहीं कर पाता हैं। हाइपोथायरॉयडिज्म के कारण रोगी सुस्त महसूस कर सकता है, मूड स्विंग्स हो सकते हैं और डिप्रेशन भी हो सकता है। ऐसा माना जाता है प्राइमरी हाइपोथायरॉयडिज्म के अस्सी प्रतिशत मामलों में ड्राय और मोटल्ड स्किन (Mottled Skin) हो सकती है।
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ल्यूपस (Lupus)
ल्यूपस शरीर के किसी भी भाग को प्रभावित कर सकता है। यह एक ऑटोइम्यून डिजीज है। जिन लोगों को यह समस्या होती है, तो वो सनलाइट के प्रति सेंसिटिव होते हैं और उन्हें रैशेज हो सकते हैं। चेहरे पर बटरफ्लाई-शेप के रैशेज ल्यूपस के लक्षण हो सकते हैं। यह रोग भी मोटल्ड स्किन (Mottled Skin) यानी लाइवडो रिटिक्यूलराइस (Livedo reticularis) का कारण हो सकता है।
पैंक्रियाटायटिस (Pancreatitis)
पैंक्रियाज के इंफ्लेम्ड होने से पैंक्रियाटायटिस की समस्या हो सकती है जो एक क्रॉनिक रोग है। एक्यूट पैंक्रियाटायटिस के कारण पेट की स्किन मोटल्ड हो सकती हैं।
रयूमेटाइड अर्थराइटिस (Rheumatoid arthritis)
रयूमेटाइड अर्थराइटिस एक और ऑटोइम्यून डिसऑर्डर है। यह शरीर के दोनों तरफ जोड़ों में होने वाली सूजन है। इसका अर्थ है कि अगर किसी का दायां घुटना इस समस्या से प्रभावित है, तो उसके बाएं घुटने पर भी इसका असर होगा। इसका परिणाम होता है डैमेज्ड ब्लड वेसल्स के कारण होने वाली रूखी और मोटल्ड स्किन (Mottled Skin)।
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पुअर ब्लड सर्कुलेशन (Poor Blood Circulation)
इस समस्या के कारण हीमोग्लोबिन युक्त ऑक्सीजिनेटेड ब्लड की कमी हो सकता है, जिससे स्किन संबंधी यह परेशानी हो सकती है। शरीर में सही ब्लड सर्कुलेशन के लिए नियमित व्यायाम और पर्याप्त पानी पीने से इस समस्या से राहत पाई जा सकती है।इसके साथ ही मालिश से भी इससे मदद मिल सकती है।
यह तो थे मोटल्ड स्किन (Mottled Skin) के कुछ कारण। लेकिन, ऐसा भी माना जाता है कि स्किन की यह प्रॉब्लम मृत्यु का संकेत भी हो सकती है। जिन लोगों को कोई लाइलाज बीमारी है या जो अपने जीवन के अंतिम चरण में हैं, उनकी त्वचा धब्बेदार और लाल-बैंगनी रंग की हो सकती है। हालांकि, इसके बारे में सही और पूरी जानकारी उपलब्ध नहीं है। इसलिए यह प्रॉब्लम होने पर सबसे पहले डॉक्टर से बात करें और इसके कारण के बारे में जानें। अब जानते हैं मोटल्ड स्किन (Mottled Skin) के लक्षणों के बारे में।
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मोटल्ड स्किन (Mottled Skin) के लक्षण
मोटल्ड स्किन (Mottled Skin) के मुख्य लक्षण हैं त्वचा पर लाल या पर्पल स्पॉट्स। यह इरेगुलर स्किन कलर शरीर के किसी भी हिस्से में नजर आ सकता है। इस स्थिति में रोगी स्किन पर लेसी पैचेज का अनुभव भी कर सकते हैं। लेकिन, इसके कुछ अन्य लक्षण भी हो सकते हैं, जिनमें तुरंत मेडिकल ट्रीटमेंट की जरूरत हो सकती है, जैसे:
- पेनफुल नॉड्यूल्स (Painful nodules)
- स्किन पर अल्सर (Ulcers on skin)
मोटल्ड स्किन (Mottled Skin) की परेशानी आमतौर पर स्वयं ही ठीक हो जाती है। लेकिन, अगर ऐसा नहीं होता है, तो मेडिकल अटैंशन जरूरी है। इससे पहले जानते हैं इस समस्या के निदान के बारे में।
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मोटल्ड स्किन (Mottled Skin) का निदान कैसे संभव है?
मोटल्ड स्किन (Mottled Skin) के निदान के लिए डॉक्टर सबसे पहले रोगी की शारीरिक जांच करते हैं। इसके साथ ही वो मेडिकल हिस्ट्री के बारे में भी जानेंगे। यही नहीं, इन टेस्ट्स की सलाह भी दी जा सकती है:
- ब्लड टेस्ट्स (Blood tests), ताकि इंफेक्शन और अन्य बीमारियों का निदान किया जा सके।
- स्किन बायोप्सी (Skin biopsy)
डॉक्टर इसके निदान के लिए रोगी से यह भी जान सकते हैं कि यह लक्षण कब नजर आने शुरू हुए थे। इसके बाद इसके उपचार के बारे में विचार किया जाएगा। आइए, जानें किस तरह से संभव है इस रोग का उपचार?
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मोटल्ड स्किन (Mottled Skin) का उपचार
मोटल्ड स्किन (Mottled Skin) के हर मामले में उपचार विभिन्न तरह से किया जा सकता है और इसके कारण पर भी ट्रीटमेंट निर्भर करता है। जैसे बॉडी शॉक की स्थिति में तुरंत मेडिकल अटेंशन की जरूरत होती है। जबकि, अन्य डिजीज जैसे ल्यूपस में डॉक्टर शरीर के रिएक्शंस को मैनेज करने के लिए दवाइयों की सलाह देते हैं। कोई नई दवा भी इसका कारण हो सकती है। अगर ऐसा है तो डॉक्टर से बात करें। अन्य मामलों में डॉक्टर रोगी को जीवनशैली में हेल्दी बदलाव की सलाह दे सकते हैं जैसे सही आहार का सेवन करना और नियमित व्यायाम आदि। अब जानिए कि इस समस्या से बचाव कैसे संभव है?
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मोटल्ड स्किन (Mottled Skin) से कैसे बचें?
हर मामले में मोटल्ड स्किन (Mottled Skin) से बचाव संभव नहीं है। यह निर्भर करता है इसके कारणों पर। लेकिन, अगर किसी व्यक्ति को कोई ऐसी समस्या है, जिससे शरीर का तापमान या सर्क्युलेशन प्रभावित हो रही हो, तो वार्म रहने और ब्लड फ्लो को सही बनाए रखने के तरीकों के बारे में विचार करें और अपने डॉक्टर से इस बारे में सलाह लें। हालांकि, कुछ मामलों में इस समस्या से बचा जा सकता है और यह तरीके इस प्रकार हैं:
- सर्द वातावरण को नजरअंदाज करें या वार्म रहने के लिए सही कदम उठाएं।
- स्मोकिंग करने से बचें। क्योंकि, स्मोकिंग से सर्कुलेशन की समस्या हो सकती है।
- जीवनशैली में बदलाव करें, ताकि खास वैस्कुलर प्रॉब्लम्स के जोखिम से बचा जा सके।
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यह तो थी मोटल्ड स्किन (Mottled Skin) के बारे में जानकारी। इसके कारणों के अनुसार इस रोग से पूरी तरह से रिकवर होना संभव है। अगर इसका कारण कोई मेडिकल प्रॉब्लम है, तो सही उपचार से भी मदद मिल सकती है। अगर आपके मन में इसके बारे में कोई भी सवाल है तो डॉक्टर से इस बारे में अवश्य जानें।