दुर्घटना कभी भी किसी के साथ भी हो सकती है, इसलिए आपको हमेशा थोड़ा अलर्ट रहने की ज़रूरत है, खासतौर पर जब आप कोई ऐसा काम कर रहे हों जिससे आंखें प्रभावित हो। आंख बहुत संवेदनशील अंग है इसलिए इसका खास ध्यान रखने की जरूरत होती है। जब कभी आंख में चोट लग जाए या कोई हानिकारक चीज चली जाए तो किस तरह से प्राथमिक उपचार करना है और आंख में चोट का इलाज कैसे किया जाता है जानिए इस आर्टिकल में।
आंख में चोट लगना इसलिए खतरनाक
आंख में चोट गिरने से या दुर्घटनावश लग सकती है, इसके अलावा आंख में कोई चीज चले जाने, केमिकल के संपर्क में आने या किसी बाहरी वस्तु के टकराने जैसे खेल के दौरान बॉल आदि लगने से आंख में चोट लग सकती है। आंख की चोट बेहद तकलीफ देती हैं, क्योंकि हमारा दिमाग इस बात को बखूबी जानता है कि यह शरीर सबसे प्रमुख हिस्सा है और इसमें चोट लगने से रोशनी या देखने की क्षमता भी जा सकती है। इसी वजह से आंख में चोट को कभी हल्के में नहीं लेना चाहिए। थोड़ी सी चोट लगने पर भी डॉक्टर को दिखाना जरूरी है, क्योंकि आंखों के साथ थोड़ी भी लापरवाही बरतने से आंखों की रोशनी जा सकती है।
आंख में चोट के लक्षण
आंख में चोट किस चीज से या कैसे लगी है इस पर इसके लक्षण निर्भर करते हैं। सामान्य लक्षणों में शामिल हैः
- आंख में दर्द होना
- आंखों में सूजन
- आंखों का लाल होना
- आंख से लगातार पानी आना
- आंख की रोशनी कम होना
- आंख खोलने में दिक्कत होना
आंख में चोट कारण
आंख में चोट लगने की कई वजहें हो सकती हैः
सख्त चीज टकराना
किसी कठोर वस्तु जैसे पत्थर, कंकड़ या प्रहार की वजह से आंख, पलकें और आंखें घेरने वाली मांसपेशियों या हड्डियों को नुकसान पहुंच सकता है। यदि चोट हल्की होती है, तो आपकी पलकों में सूजन या आंखें काली पड़ जाएगी। यदि यह अधिक गंभीर है, तो आंख के अंदर से रक्तस्राव भी हो सकता है। यदि आपको बहुत जोर से आंख पर चोट लगी है तो इससे आपकी आंखे के आसपास की हड्डी भी टूट सकती है। कई बार आंख की मांसपेशियां टूटी हड्डियों के बीच में फंस जाती है जिसे सर्जरी से निकाला जाता है।
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कटना या खरोंच
छड़ी, उंगली या इसी तरह की किसी अन्य चीज आंखों के अंदर जाने से कॉर्निया में खरोंच या कट हो सकता है। खरोंच लगने पर निम्न लक्षण दिखते हैं :
- धुंधला नजर आना
- प्रकाश संवेदनशीलता
- दर्द
- आंख लाल होना
- आंख से बहुत पानी आना
खरोंच यदि छोटी है तो यह अपनेआप ठीक हो जाती है, लेकिन यह जख्म कहरा है तो इससे आपको लंबे समय तक देखने में परेशानी हो सकती है।
आंख के अंदर कोई चीज जाना
रेत, लकड़ी का टुकड़ा, मेटल या कांच के छोटे टुकड़े यदि आंखों में चले जाएं तो इससे कॉर्निया में खरोंच या कट हो सकता है। आंख के अंदर कुछ चले जाने पर आपको असहज महसूस होता है और आंख से पानी भी आने लगता है। यदि कॉर्निया में खरोंच आती है तो आपको ऐसा महसूस होगा कि आंख के अंदर कुछ है जो निकल नहीं रहा है।
केमिकल बर्न
साबुन, शैंपू और मेकअप प्रोडक्ट के आंख कें अंदर चले जाने पर केमिकल बर्न होता है। इस तरह से आंख में चोट लगने पर आपको आंख में जलन का अनुभव होगा, ऐसे में तुरंत आंख को पानी से धोएं। एसि, ब्लीज जैसे केमिकल बहुत खतरनाक होते हैं और इनके संपर्क में आने से आंखों की रोशनी भी जा सकती है, इसलिए इनके इस्तेमाल के समय सावधानी बरतें।
रेडिएशन
सूर्य की हानिकारक अल्ट्रा वॉयलेट किरणें भी आंखों को नुकसान पहुंचाती हैं और यह त्वचा की तरह ही आंखों को भी जला सकती हैं। बहुत ज्यादा यूवी किरणों के संपर्क में आने पर आंखें लाल हो जाती है, पानी आने लगता है और प्रकाश में संवेदनशील हो जाती है।
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आंख में चोट का प्राथमिक उपचार
आंख में चोट लगने पर तुंरत उसका प्राथमिक उपचार किया जाना चाहिए और चोट यदि गंभीर है तो तुरंत डॉक्टर के पास जाएं। आंख में चोट लगने का प्राथमिक उपचार आंख में लगी चोट के कारणों के मुताबिक अलग-अलग होता है।
कुछ चले जाने से आंख में चोट लगना
कई बार दुर्घटनावश आंख में कोई चीज़ चली जाती है जैसे कि किसी धातु का टुकड़ा, कांच, रेत या कोई अन्य चीज, तो इस तरह प्राथमिक उपचार करेः
- आंखों को मलें नहीं
- यह देखें कि वह चीज आंख के सफेद हिस्से में दिख रही है या नहीं।
- यदि हां तो तेजी से पलके झपकाने पर वह निकल जाएगा।
- आंखों को ठंडे पानी से धोएं
- आंख से कुछ निकालने के लिए ट्वीजर, नाखून या उंगली का इस्तेमाल न करें।
यदि इन उपायों से आराम न मिले तो तुरंत डॉक्टर के पास जाएं। यदि आंख के कॉर्निया में कुछ चला जाए तो उसे खुद निकालने की बजाय सीधे डॉक्टर के पास जाएं।
केमिकल जाने से आंख में चोट लगना
घर या ऑफिस में काम के दौरान आंख में केमिकल चला जाए तो:
- आंखे बंद न करें
- आखों को 15-30 मिनट तक पानी से धोएं
- आंखों को मलने की गलती न करें और तुरंत मेडिकल हेल्प के लिए इमरजेंसी नंबर पर फोन करें।
कोई चीज टकराने से आंख में चोट लगना
बॉल, किसी भारी सामान या किसी के मारने से यदि आंखों में चोट लग जाए तोः
- कपड़े में बर्फ लपेटकर आंख की सिंकाई करें
- 24 घंटे बाद साफ कॉटन के कपड़े में फूंक मारकर आंखों को सेंके
- यदि आंख ठीक से नहीं खुल रही है, तो डॉक्टर के पास जाएं या उसे घर पर ही बुलाएं ताकि वह देख सके की चोट कहीं गहरी तो नहीं है।
कटने से आंखों में चोट लगना
यदि किसी तेज धार वाली चीज से आंखों में चोट लगी है और खून आ रहा है तो तुरंत मेडिकल हेल्प लें। ऐसे में ध्यान रखें:
- आंखों को धोए नहीं
- यदि कोई चीज आंख से चिपका है तो उसे निकालने की गलती न करें
- तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
आंख में चोट से बचाव
आंख में चोट से बचाव का सबसे अच्छा तरीका है कि जब भी आप केमकिल, मेटल या कांच की किसी चीज के आसपास काम करें तो सेफ्टी ग्लास या गॉगल लगाएं, जिससे कोई भी चीज आंख के अंदर नहीं जा पाएगी। स्पोर्ट्स जैसे स्क्वैश और रैकेटबॉल खेलते समय भी आई गार्ड का इस्तेमाल जरूर करें। बॉस्केटबॉल, फुटबॉल आदि खेलते समय हेलमेट से जुड़ी ढाल से आंखों की सुरक्षा करें। इसके अलावा आंख में चोट से बचाव के लिए इन बातों का ध्यान रखेः
- घास काटने से पहले लॉन से छोटे पत्थर आदि हटा दें ताकि लॉनमूवर का इस्तेमाल करते समय वह उड़कर आपकी आंखों में न आ जाए।
- ऐसे किसी भी उपकरण की मरम्मत करा लें जिसके पार्ट्स इस्तेमाल के दौरान आंखों को नुकसान पहुंचा सकते हैं।
- किसी भी तरह के केमिकल यहां तक कि किचन की सफाई में इस्तेमाल होने वाले फिनाइल आदि का इस्तेमाल से पहले बोतल पर लिखे दिशा-निर्देशों को पढ़ लें। कभी भी दो केमिकल को मिक्स न करें।
- घर से बार जाते समय सनग्लासेस का इस्तेमाल करें।
हैलो स्वास्थ्य किसी भी तरह की कोई भी मेडिकल सलाह नहीं दे रहा है, अधिक जानकारी के लिए आप डॉक्टर से संपर्क कर सकते हैं।