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- कई बार शरीर के ये मोल्स खतरनाक भी हो सकते हैं। साइंस की भाषा में इस कंडीशन को मेलानोमा (Melanoma) कहा जाता है। यह एक तरह का स्किन कैंसर (skin cancer) होता है। वैसे तो रिसर्च कहती है कि तिल कैंसर का कारण बहुत ही कम बनते हैं। लगभग 3164 मामलों में सिर्फ एक ही ऐसा मामला सामने आता है। पुरुषों में मेलानोमा के लिए सबसे आम स्थान छाती और पीठ है। जबकि, महिलाओं में उनके पैर के निचले हिस्से में सबसे अधिक होता है। वहीं, मेलानोमा होने का खतरा सबसे अधिक युवा महिलाओं में पाया जाता है जो कैंसर का कारण बन सकता है।
शरीर में तिल (Moles on body) के बारे में क्या कहता है यहां का कल्चर?
इंडिया और चीन में शरीर के मस्से के बारे में कई सारी बातें कही जाती हैं। एस्ट्रोलॉजर्स कहते हैं कि तिल का रंग, आकार और जगह इंसान के अच्छे-बुरे भाग्य के बारे में बताते हैं। ज्योतिष के अनुसार एक कहावत है गले में मस्सा, सोने से कसा। इसका मतलब है कि अगर किसी के गले में तिल हो तो उसके पास जिंदगी भर सोने से लदा रहता है। वहीं, पीठ की बाईं ओर तिल होना लड़ाकू होने की ओर इशारा करता है, तो पैरों के तालू में तिल होना घुमक्कड़ी को दर्शाता है।
वैसे तो मस्से स्वास्थ्य के लिए हानिकारक नहीं होते हैं। चाहे वह बड़ा मोल हो या छोटा। हालांकि, शरीर में तिल (Moles on body) के आकार या रंग में परिवर्तन या रक्तस्राव होने पर इनको मेडिकल देखरेख की जरूरत होती है। इससे यह जानने में भी मदद मिलती है कि मोल्स को हटाने की आवश्यकता है या नहीं।