हल्दी देखने में पीली होती है पर स्वास्थ्य को हरा-भरा करने के लिए सटीक उपाय है। टरमरिक खाने से स्वास्थ्य पर क्या असर पड़ता है? अगर आप हल्दी को लगातार आठ महीने तक मुंह के द्वारा या फिर त्वचा पर इस्तेमाल करते हैं तो यह पूरी तरह से सुरक्षित है। हल्दी का इस्तेमाल माउथवाश और एनिमा के रूप में भी सेफ माना जाता है। हल्दी के कई फायदे हैं, चाहें त्वचा के लिए हो या फिर सेहत के लिए। भारतीय किचन में हल्दी आसानी से उपलब्ध होता है। आयुर्वेद के साथ-साथ मॉर्डन मेडिकल सिस्टम भी हल्दी के फायदे (Benefits of turmeric) को मानती है। हल्दी की जड़ का इस्तेमाल कई तरह की दवाओं के रूप में किया जाता है। इसका वैज्ञानिक नाम करकुमा लोंगा (Curcuma longa) है, जो कि जिंगीबरेसी (Zingiberaceae) फैमिली से आता है।
आइए जानते हैं इन सवालों के जवाब…
सवाल
मेरी मां को लगता है कि हल्दी सेहत के लिए बहुत फायदेमंद है, आप मुझे बता सकते हैं कि हल्दी के फायदे (Benefits of turmeric) क्या हैं?
जवाब
भारतीय भोजन में सबसे ज्यादा प्रयोग में लाए जाने वाला मसाला हल्दी है। टरमरिक में पाए जाने वाले करक्यूमिन में एंटीऑक्सिडेंट गुण होते हैं। टरमरिक को प्राचीन काल से आयुर्वेदिक औषधि के रूप में प्रयोग किया जाता है। जो त्वचा, पाचन, लिवर और अन्य बीमारियों के लिए फायदेमंद होता है।
हल्दी के फायदे (Benefits of turmeric) क्या हैं?
हल्दी के फायदे (Benefits of turmeric) निम्नलिखित हैं-
- टरमरिक में पाए जाने वाले करक्यूमिन में एंटाऑक्सीडेंट गुण होते हैं। जो हल्दी के फायदे (Benefits of turmeric) शरीर को ताकत देता है। शरीर के एंजाइम्स को बूस्ट करने का काम करता है।
- टरमरिक डिप्रेशन को दूर करने का काम करता है।
- त्वचा पर हल्दी का उपयोग करने से त्वचा की ऑयलीनेस खत्म होती है। स्किन पर रौनक भी आती है।
- जोड़ों के दर्द के लिए हल्दी बहुत लाभदायक है।
- हल्दी हड्डियों में सूजन और दर्द को कम करती है। हल्दी उन लोगों के लिए बेहतरीन विकल्प है, जो हर बीमारी को प्राकृतिक इलाज और घरेलू दवाओं से ठीक करना चाहते हैं। गठिया के दर्द के लिए दवाओं के सेवन के साथ अगर हल्दी भी लिया जाए तो यह बहुत असरदार साबित होती है। दूध में हल्दी मिलाकर पीना, हड्डियों में मजबूती और स्ट्रेंथ के लिए भी फायदेमंद है।
- इम्यून सिस्टम को बढ़ाने के लिए सबसे कारगर दवा है। इसलिए रोजाना हल्दी में बनी दाल और सब्जी का सेवन करना लाभकारी होता है।
- हेल्थ एक्सपर्ट के अनुसार हल्दी के फायदे (Benefits of turmeric) में शामिल है ब्लड को पतला करना है। यही नहीं इसके सेवन से हाइपरटेंशन के रिस्क को कम किया जा सकता है।
- हल्दी एंडोथेलियम के फंक्शन को बेहतर बानाता है, जो कि ब्लड वेसल्स की लाइनिंग होती है। यह बात सभी जानते हैं कि एंडोथेलियम का ठीक से काम न करना ह्रदय रोग का कारण बन सकती है। कई स्टडीज में यह बात सामने आई है कि हल्दी एंडोथेलियम के कार्य को सही करने में मददगार है। एक रिसर्च के अनुसार जिस तरह एक्सरसाइज शरीर को फिट रखने में सहायक होती है ठीक वैसे ही हल्दी के सेवन से बॉडी को फिट रहता है वहीं दूसरे रिसर्च के अनुसार हल्दी ड्रग की तरह भी काम करती है।
- हल्दी के फायदे में मेटाबॉलिज्म को बेहतर बनाने का गुण भी शामिल है। यह कैलोरीज को भी बर्न करती है, जिससे वजन कम करना आसान हो जाता है। यह बॉडी से फैट को खत्म करने के अलावा लिवर को डिटॉक्स भी करती है। हल्दी के सही मात्रा में सेवन से वजन संतुलित किया जा सकता है। इसका अर्थ यह है की शरीर के बढे हुए अतिरिक्त वजन को कम करने में हल्दी मददगार है वहीं इसके सेवन से कोलेस्ट्रॉल लेवल भी संतुलित रहता है।
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टरमरिक के साइड इफेक्ट्स (Side Effects of Turmeric) क्या है?
हल्दी के फायदे (Benefits of turmeric) तो हैं लेकिन, इसके साइड इफेक्ट्स भी हो सकते हैं:
- टरमरिक पेट में गैस्ट्रिक एसिड को बनाता है। जिससे पेट में एसिडिटी की समस्या होती है।
- टरमरिक के बेनिफिट्स तो बहुत हैं लेकिन कुछ बातों का ध्यान जरूर रखें। प्राकृतिक ब्लड थिनर है जो आपके खून को पतला करने का काम करता है। लेकिन, अगर आप खून को पतला करने की दवा ले रहे हैं तो आप हल्दी कम खाएं।
- हल्दी का सेवन आवश्यकता से ज्यादा करने पर टेस्टोस्टेरोन लेवल बिगड़ सकता है। इसका नकारात्मक प्रभाव स्पर्म काउंट पर भी पड़ सकता है। कुछ रिसर्च के अनुसार हल्दी के ज्यादा सेवन स्पर्म काउंट कम होने की आशंका बनी रहती है।
- हल्दी के फायदे (Benefits of turmeric) कैंसर पेशेंट को भी मिलते हैं। क्योंकि अगर किसी व्यक्ति का इलाज कीमोथेरिपी (Chemotherapy) से किया जा रहा है, तो ऐसे लोगों को हल्दी का सेवन कम करना चाहिए।
- गर्भवती महिलाओं और ब्रेस्टफीडिंग करवाने वाली महिलाओं को भी हल्दी वाला दूध या अन्य किसी तरीके से हल्दी का ज्यादा उपयोग नहीं करना चाहिए। हालांकि, कई शोधों के बाद भी अभी स्पष्ट नहीं हुआ है कि किस तरह यह इन महिलाओं के लिए हानिकारक साबित हो सकता है। ऐसे में हल्दी का उपयोग करने से पहले आपको अपने डॉक्टर से सलाह लेने की जरूरत होती है।
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ऐसे करें हल्दी का सेवन, नहीं होगा नुकसान!
वयस्कों को हल्दी का सेवन निम्नलिखित तरह से करना चाहिए तभी हल्दी के फायदे (Benefits of turmeric) मिल सकते हैं-
खाने के रूप में हल्दी का सेवन कैसे करें?
ऑस्टियोअर्थराइटिस (Osteoarthritis) से पीड़ित लोगों को नियमित रूप से 500 mg हल्दी से जुड़े प्रोडक्ट चार बार चार से छह हफ्तों के लिए इस्तेमाल करना चाहिए। इसके अलावा 500 mg हल्दी एक्सट्रेक्ट जैसे (टर्मासिन, नेचुरल रेमेडीज प्रा.लिमिटेड) का इस्तेमाल रोजाना दो बार छह सप्ताह तक इसका सेवन करना चाहिए। इसके अलावा 500 mg हल्दी एक्सट्रेक्ट जैसे (मेरिवा, इन्डेना) जिसमें हल्दी और फॉस्फाटिडीलकॉलिन हो, रोजाना दो बार दो से तीन महीने तक इसका सेवन करना लाभकारी होगा। इसके अलावा आप अन्य प्रोडक्ट का भी सेवन कर सकते हैं।
हाय कोलेस्ट्रॉल (High cholesterol) से पीड़ित लोगों को रोजाना 1.4 ग्राम हल्दी एक्सट्रेक्ट का सेवन करना चाहिए।
खुजली की समस्या से पीड़ित लोगों को रोजाना 1500 mg हल्दी तीन अलग-अलग खुराकों में आठ सप्ताह तक सेवन करना चाहिए।
हालांकि हल्दी बहुत गुणकारी और हल्दी के फायदे (Benefits of turmeric) भी कई हैं लेकिन, इसका मतलब ये नहीं है कि आप इसे ज्यादा मात्रा में लें। किसी भी चीज की ज्यादा मात्रा नुकसान करती है। इसलिए हल्दी का सेवन डॉक्टर के निर्देश पर ही करें। अधिक जानकारी के लिए डॉक्टर से संपर्क करें।
हैलो हेल्थ किसी भी प्रकार की चिकित्सा सलाह, निदान या उपचार उपलब्ध नहीं कराता हैं। इस आर्टिकल के माध्यम से हमने आपको हल्दी के फायदे (Benefits of turmeric) के संबंध में जानकारी दी है। उम्मीद है आपको हैलो हेल्थ की दी हुई जानकारियां पसंद आई होंगी। अगर आपको इस संबंध में अधिक जानकारी चाहिए, तो हमसे जरूर पूछें। हम आपके सवालों के जवाब मेडिकल एक्सर्ट्स द्वारा दिलाने की कोशिश करेंगे।
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