निकोटिन की मात्रा को देखते हुए आप जिस सिगरेट को कम हानिकारक समझ रहे हैं उसमें क्रेटेक टार की मात्रा कई ज्यादा होती है। क्रेटेक टार ही होता है जो हमारे फेफड़ों में जाकर जम जाता है। कई शोधों के मुताबिक, सामान्य सिगरेट की तुलना में लौंग वाली सिगरेट में कहीं ज्यादा मात्रा में कार्बन मोनोऑक्साइड और टार निकलता है जो हमारे फेफड़ों और स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होता है।
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दांतों के लिए भी नुकसानदायक है फ्लेवर्ड सिगरेट (Flavored cigarettes are also harmful for teeth)
कई युवाओं का मानना होता है कि क्लोव हमारे दांतों के लिए अच्छा होता है। यहां तक कि कई टूथपेस्ट और डेंटल प्रोडक्ट्स में भी इसका इस्तेमाल किया जाता है। लेकिन जिस लौंग वाली सिगरेट को आप दांतों के लिए फायदेमंद समझ कर पी रहे हैं वो असल में आपके दांतों को काफी नुकसान पहुंचा रही है।
फ्लेवर्ड सिगरेट से भी होता है कैंसर का खतरा (Flavored cigarettes also increase the risk of cancer)
कई लोगों में इस बात को लेकर गलतफहमी होती है कि सिगरेट में लौंग होने से कैंसर का खतरा कम होता है या टाला जा सकता है। लेकिन ऐसा बिल्कुल नहीं है। एक्सपर्ट्स की मानें तो फ्लेवर्ड सिगरेट पीने से सामान्य सिगरेट की तुलना में कैंसर का खतरा तीन गुना अधिक हो जाता है।
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फेफड़ों पर कैसे असर डालती है फ्लेवर्ड सिगरेट? How do flavored cigarettes affect the lungs?
बहुत सारे लोगों की पहली पसंद मेन्थॉल सिगरेट होती है, क्योंकि इसे पीने के दौरान उन्हें एक ठंडक का एहसास होता है। मेन्थॉल सिगरेट में यूगोनेल नामक यौगिक होते हैं। इसी के कारण उन्हें गले में ठंडक महसूस होती है। इस ठंडक का एहसास कराने वाले यौगिक हमारी सेहत पर बहुत बुरा असर डालते हैं। यह हमारे फेफड़ों को खराब करने में योगदान करते हैं। इसके साथ ही इससे फेफड़ों में कैंसर होने का खतरा भी अधिक हो जाता है। मेन्थॉल के होने से सिगरेट का धुआं ठंडा तो होता है लेकिन यह काफी नुकसान पहुंचाता है। यह स्ट्रोक, हार्ट अटैक और कार्डियोवैस्कुलर जैसी जानलेवा बीमारियों का कारण बनता है। एक रिसर्च के अनुसार, जो लोग फ्लेवर्ड सिगरेट पीते हैं उनकी धमनियां धीरे-धीरे सख्त होने लगती हैं। इसके साथ ही इन लोगों में हार्ट संबंधित बीमारियों के होने का खतरा बढ़ जाता है।