यह तो सबको मालूम ही है कि ज्यादा नमक खाना ब्लड प्रेशर का संतुलन बिगाड़ता है लेकिन, क्या आपको यह पता है कि नमक ज्यादा खाना मोटापा (obesity) और हार्ट संबंधित कई बीमारियां को भी न्योता दे सकता है। क्लिनिकल हाइपरटेंशन जर्नल में छपे एक रिसर्च के अनुसार, द वर्ल्ड हाइपरटेंशन लीग और प्रमुख स्वास्थ्य संगठनों ने सुपरमार्केट और रेस्ट्रोरेंट को चेतावनी दी है कि सॉल्ट शेकर पर भी तंबाकू सेवन से संबंधित स्वास्थ्य चेतावनी की तरह ही वार्निंग लिखी होनी चाहिए। विश्व हाइपरटेंशन लीग के पूर्व अध्यक्ष डॉ. नॉर्म कैंपबेल ने कहा कि आहार में नमक के कम उपयोग के लिए अब कठोर कदम उठाएं जाने चाहिए। उन्होंने कहा कि साल 2017 में विश्व स्तर पर लगभग 30 लाख मौतों का प्रमुख कारण अनहेल्दी डायट थी तो उसमें से कुछ भागेदारी ज्यादा नमक खाना भी थी।
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ज्यादा नमक खाना कैसे नुकसानदायक है?
ज्यादा नमक खाना तभी कम होगा जब प्रोसेस्ड फूड्स से भी कम हो नमक की मात्रा
ज्यादा नमक खाना कई शारीरिक समस्याएं लेकर आता है। “विश्व स्वास्थ्य संगठन (The World Health Organisation) ने 2025 तक कई देशों के लिए सोडियम का सेवन 30% तक कम करने के लिए एक लक्ष्य तय , किया है। साथ ही सरकार और फूड इंडस्ट्रीज भी प्रोसेस्ड फूड्स में नमक की मात्रा को कम करने के लिए एक साथ काम कर रही हैं। हालांकि, अब ज्यादा नमक खाना और उससे होने वाले नुकसानों के प्रति उपभोक्ता जागरूकता के लिए तुरंत कदम उठाने की आवश्यकता है। कई देशों ने लोगों को कम नमक खाने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए कई तरह के प्रोग्राम शुरू कर दिए हैं। ताकि ज्यादा नमक खाना कम किया जा सके।
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ज्यादा नमक खाना कम करने में लेबल से मिलेगी जानकारी
नमक के पैकेट और डिस्पेंसर पर उसके उपयोग संबंधी स्वास्थ्य चेतावनी देना नमक के ज्यादा सेवन के नुकसानों के प्रति लोगों को सचेत करने का एक सरल तरीका साबित होगी। ज्यादातर लोग इस बात से अनजान होते हैं कि वे जितना नमक खा रहे हैं, उससे उनके जीवन पर खतरनाक प्रभाव भी पड़ सकते हैं। पैक किए गए खाद्य पदार्थों और लेबल पर दी गई वार्निंग से लोगों को नमक की मात्रा का कितना सेवन करना चाहिए, इस बारे में जानकारी मिल सकेगी और ज्यादा नमक खाना कम हो सकेगा।
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ऐसे बढ़ रहा है नमक का सेवन और लोगों में ज्यादा नमक खाना
अमेरिका में किए गए एक शोध में यह बात सामने आई है कि वहां अधिकतर लोग रोज की जरूरत से दोगुना ज्यादा नमक खाते हैं और इस कारण उनकी समय से पहले मृत्यु हो जाती है। यह शोध सेंटर्स फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (सीडीसी) द्वारा किया गया। शोध में कहा गया है कि फास्ट फूड और डिब्बाबंद खाना खाने के कारण लोग पहले की तुलना में दुगुना नमक खा रहे हैं।
ज्यादा नमक खाने से हो सकता है हार्ट अटैक
ज्यादा नमक खाना आपके ब्लड प्रेशर को बढ़ा सकता है। आपका रक्तचाप जितना अधिक होगा, हार्ट, किडनी और मस्तिष्क पर स्ट्रेस उतना ही अधिक होगा। इससे हार्ट अटैक, स्ट्रोक, गुर्दे की बीमारी होने के साथ ही डिमेंशिया का खतरा भी बढ़ जाता है। इससे आप समझ ही सकते हैं कि ज्यादा नमक खाना कितना नुकसानदायक है।
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कम नमक से दिल का खतरा होगा कम
डॉक्टर प्रणाली पाटिल (डॉक्टर ऑफ फार्मेसी) का कहना है कि “सीडीआरआर (क्रोनिक डिसीज रिस्क रिडक्शन) के हिसाब से सोडियम की कम मात्रा के इस्तेमाल से एक स्वस्थ इंसान में कार्डियोवस्कुलर डिजीज और हाई ब्लड प्रेशर के जोखिम को काफी हद तक कम किया जा सकता है। सीडीआरआर के अनुसार 14 साल की उम्र से ज्यादा के लोगों को, पुरुषों/महिलाओं और गर्भवती महिलाओं को प्रतिदिन 2,300 मिलीग्राम से ज्यादा नमक का सेवन नहीं करना चाहिए।”
ज्यादा नमक खाना कितना नुकसानदायक है ये तो आप समझ ही गए होंगे अब हम आपको नमक के प्रकारों के बारे में बता रहे हैं।
टेबल सॉल्ट (Table salt)
टेबल सॉल्ट में सोडियम की मात्रा अन्य नमकों के तुलना में सबसे अधिक होती है। टेबल सॉल्ट में आयोडीन की भी पर्याप्त मात्रा होती है। ऐसा माना जाता है कि यह हमारे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है। साथ ही अगर नमक का सही मात्रा में सेवन किया जाए, तो यह की स्वास्थ्य लाभ देता है। लेकिन, यदि नमक अधिक मात्रा में खाया जाए, तो यह हमारी हड्डियों पर बुरा असर डालता है। इससे हड्डियों कमजोर होने लगती हैं। आजकल के युवा कई तरह के हड्डी रोगों से जूझ रहे हैं। इसके लिए नमक का अधिक सेवन और फास्ट फूड की लत जिम्मेदार है।
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सेंधा नमक (Rock salt)
सेंधा नमक को रॉक सॉल्ट, व्रत का नमक और लाहोरी नमक के नाम से भी जाना जाता है। इस नमक को बिना रिफाईन किए तैयार किया जाता है। हालांकि, इसमें कैल्शियम, पोटेशियम और मैग्नीशियम की मात्रा सादे नमक की तुलना में अधिक होती है। जिन लोगों को हार्ट और किडनी सें संबंधित परेशानियां हैं, उनके लिए यह नमक बहुत फायदेमंद साबित होता है।
काला नमक (Black salt)
काले नमक का खाना सभी के लिए फायदेमंद होता है। इसके सेवन से कब्ज, बदहजमी, पेट दर्द, चक्कर आना, उल्टी आना और जी घबराने जैसी समस्याओं से छुटकारा मिल सकता है। गर्मियों में डॉक्टर भी नींबू पानी या फिर छाछ के साथ काले नमक का सेवन करने की सलाह देते हैं। काला नमक यूं तो सेहत के लिए कई मायनों में फायदेमंद है। लेकिन, इसमें फ्लोराइड भी मौजूद होता है इसलिए इसके अधिक सेवन से स्वास्थ्य संबंधी दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है।
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लो-सोडियम सॉल्ट (Low sodium Salt)
लो-सोडियम सॉल्ट को पौटेशियम नमक भी कहा जाता है। हालांकि, सादा नमक की तरह इसमें भी सोडियम और पौटेशियम क्लोराइड होते हैं। जिन लोगों को ब्लड प्रेशर की समस्या होती हैं, उन्हें लो सोडियम सॉल्ट का सेवन करना चाहिए। हार्ट और डायबिटीज के रोगियों के लिए भी यह नमक फायदेमंद हो सकता है।
सी सॉल्ट (Sea salt)
यह नमक वाष्पीकरण के जरिए बनाया जाता है। यह भी सादा नमक की तरह नमकीन नहीं होता है। सी सॉल्ट के सेवन की सलाह पेट फूलने, तनाव, सूजन, गैस और कब्ज जैसी समस्याओं के दौरान दी जाती है।
हमें उम्मीद है कि ज्यादा नमक खाना कितना नुकसानदायक है ये तो आप समझ ही गए होंगे। इस आर्टिकल में हमने आपको ज्यादा नमक खाने के नुकसान के साथ ही नमक के प्रकार भी बताए हैं। इस बारे में अधिक जानकारी के लिए डॉक्टर से संपर्क करें।
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