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लक्षण
कॉक्ससैकी वायरस इंफेक्शन के लक्षण क्या है? (Coxsackievirus Infection symptoms)
कॉक्ससैकी वायरस इंफेक्शन होने पर बच्चों में अलग-अलग तरह के लक्षण दिख सकते हैं। करीब आधे बच्चों में संक्रमण का कोई लक्षण नहीं दिखता है, जबकि कुछ को अचानक तेज बुखार, सिरदर्द, मांसपेशियों में दर्द, गले में दर्द, पेट में असहज महसूस होना और मितली आने लगती है। कॉक्ससैकी वायरस इंफेक्शन से पीड़ित बच्चे को आमतौर पर गर्म महसूस हो सकता है, लेकिन कोई लक्षण नहीं दिखते। बहुत से बच्चों को 3 दिनों तक बुखार रहता है, उसके बाद वह अपने आप ठीक हो जाता है।
क्या कॉक्ससैकी वायरस इंफेक्शन (Coxsackievirus Infection) संक्रामक है?
कॉक्ससैकी वायरस इंफेक्शन बहुत संक्रामक है। यह एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में गंधे हाथों और मल से संक्रमित सतह द्वारा फैलता है। साथ ही जब कोई संक्रमित खांसता या नाक छिड़कता है तो मुंह/नाक से निकलने ड्रॉपलेट सव अन्य तरल हवा में फैल जाते हैं, जिससे भी संक्रमण होता है। नवजात और 5 साल से कम उम्र के बच्चों में कॉक्ससैकी वायरस इंफेक्शन का खतरा अधिक होता है। वायरस समूह में आसानी से फैल सकता है जैसे स्कूल, चाइल्ड केयर सेंटर, समर कैंप आदि में। बीमार होने के पहले हफ्ते में मरीज अधिक संक्रामक होता है यानी हो तेजी से दूसरे को संक्रमित कर सकता है।
कॉक्ससैकी वायरस इंफेक्शन (Coxsackievirus Infection) कितने दिनों में ठीक होता है?
हर मरीज में कॉक्ससैकी वायरस इंफेक्शन के ठीक होने का समय अलग-अलग होता है। जिन बच्चों को सिर्फ बुखार है वह 24 घंटों के भीतर ठीक हो सकता है, हालांकि औसत रूप से बुखार 3 दिनों में ठीक होता है। हाथ, पैर और मुंह की बीमारी होने पर यह 2 से 3 दिन में ठीक होता है। वायरल मैनिन्जाइटिस को ठीक होने में 3 से 7 दिन का समय लगता है।
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निदान
कॉक्ससैकी वायरस इंफेक्शन का निदान कैसे किया जाता है? (Coxsackievirus Infection diagnosis)