के द्वारा मेडिकली रिव्यूड डॉ. प्रणाली पाटील · फार्मेसी · Hello Swasthya
पटाऊ सिंड्रोम एक गंभीर आनुवांशिक बीमारी है, जो शरीर के कुछ या सभी कोशिकाओं में क्रोमोसोम 13 की एक अतिरिक्त परत बना देता है। इसे ट्राइसॉमी 13 भी कहा जाता है। प्रत्येक कोशिका में सामान्य रूप से 23 जोड़े क्रोमोसोम होते हैं, जो आपके माता-पिता से मिलते हैं।
इस बीमारी में एक बच्चे में 2 के बजाय क्रोमोसोम 13 की 3 प्रतियां होती हैं। यह बीमारी बच्चे के विकास को गंभीर रूप से बाधित करता है और कई मामलों में गर्भपात या जन्म के कुछ समय बाद ही बच्चे की मृत्यु हो जाती है। पटाऊ सिंड्रोम वाले बच्चे गर्भ में धीरे-धीरे बढ़ते हैं और जन्म के समय उनका वजन कम होता है, साथ ही कई अन्य गंभीर बीमारियां भी होती हैं।
पटाऊ सिंड्रोम हर 5,000 नवजाज बच्चों में 1 को प्रभावित करता है। मां की उम्र के साथ सिंड्रोम वाले बच्चे का
जोखिम और भी बढ़ जाता है। पहले वर्ष के दौरान पटाऊ सिंड्रोम से पीड़ित 10 में से 9 बच्चे (90% से अधिक) की मृत्यु हो जाती है। इस सिंड्रोम से कई तरह की गंभीर बीमारियां होती हैं। ज्यादा जानकारी के लिए डॉक्टर की सलाह जरूरी है।
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पटाऊ सिंड्रोम के इस तरह के लक्षण हो सकते हैं, जो इस प्रकार के हैं, जैसे कि –
जन्म के समय ही डॉक्टर बच्चे का चेकअप करते हैं। इसी दौरान उन्हें इस सिंड्रोम के होने या न होने का पता चल जाता है। इसके अलावा ऊपर दिए लक्षणों में अगर कोई भी लक्षण दिखाई दे तो डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।
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· चूंकि यह बीमारी आपमें अनुवांशिक हो सकती है। इस वजह से घरेलू उपाय के बारे में कुछ नहीं कहा जा सकता है।
· प्रेग्नेंट महिलाओं को अपने खान-पान पर ध्यान रखना चाहिए।
हैलो हेल्थ किसी भी प्रकार की चिकित्सा सलाह नहीं देता है, इसके बारे में अधिक जानकारी के लिए अपने डॉक्टर से परामर्श करें।
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