अगर आपको ऐसा लगता है कि जुड़वां बच्चों को एक जैसी चीजें पसंद आएंगी तो ये बात बिल्कुल सही नहीं है। ये जरूरी नहीं है कि जुड़वां बच्चों को एक जैसी चीज ही पसंद आए। कुछ बच्चों को खिलौने पसंद नहीं आते हैं तो कुछ को चॉकलेट। इस बारें में माता-पिता को अपनी राय नहीं बननी चाहिए। साथ ही जानकारी के अभाव में माता-पिता बच्चों के लिए दो चीजें लाकर अधिक पैसे खर्च कर देते हैं। जब बच्चा बड़ा होगा तो आप ये बात खुद महसूस करेंगे कि दोनों बच्चों की पसंद अलग है। हो सकता है कि एक बच्चे को ग्रीन कलर पसंद है तो वहीं दूसरे बच्चे को पिंक कलर।
बच्चे अगर छोटे हैं तो आप उन्हें अपनी पसंद का सामान ला सकते हैं। बच्चों के बड़े होने पर अपनी पसंद उनपर थोपना सही नहीं होगा। बच्चों को उनकी पसंद चुनने का अधिकार है। उन्हें जानने के लिए आपको उनकी पसंद पूछना पड़ेगा। उसके बाद ही आप निर्णय लें। ट्विन्स बच्चों की च्वाइज डिफरेंट हो सकती है।
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बच्चों को गोद लेना न भूलें
एक मां को जब भी प्यार उमड़ता है तो वो बच्चे को गोद में लेकर खिलाती है, लेकिन ट्विन्स की देखभाल (Twins care) के समय ऐसा कर पाना मां के लिए मुश्किल हो जाता है। हो सकता है कि मां दोनों बच्चों को प्यार करना चाहती हो, लेकिन एक साथ उन्हें उठाने में दिक्कत हो रही हो। ऐसी स्थिति में परेशान होने की जरूरत नहीं है। बच्चे को गोद में उठाना न भूलें। एक समय में एक बच्चे को गोद में उठाएं और दूसरे बच्चे को थोड़ी देर फ्लोर पर खेलने दें। फिर कुछ देर बाद दूसरे बच्चे को उठाएं और पहले बच्चे को फ्लोर पर खेलने दें। ट्विन्स की देखभाल (Twins care) के दौरान ऐसा करने से आप दोनों बच्चों को गोद में लेकर आसानी से प्यार कर सकती हैं।
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डबल स्ट्रोलर का करें प्रयोग
ट्विन्स की देखभाल (Twins care) एक साथ करना किसी भी पेरेंट्स की लिए परेशानी का काम होता है। अगर आप डबल स्ट्रोलर का यूज करेंगे तो जुड़वां ट्विन्स की देखभाल करने में परेशानी नहीं होगी। ऐसा नहीं है कि आप डबल स्ट्रोलर का यूज किसी एक्टिविटी के लिए ही करें। स्ट्रोलर का यूज दोनों बच्चों को एक साथ सुलाने में किया जा सकता है। इसके लिए स्ट्रोलर का खोलना और बंद करना ठीक से आना चाहिए।