परिभाषा
माइक्रोएल्ब्युमिन टेस्ट (Microalbumin Test) क्या है?
यूरीन माइक्रोएल्ब्युमिन टेस्ट पेशाब में रक्त प्रोटीन (एल्ब्यूमिन) के बहुत कम स्तर का पता लगाने के लिए किया जाता है। माइक्रोएल्ब्युमिन टेस्ट का उपयोग उन लोगों में किडनी डैमेज के शुरुआती संकेतों का पता लगाने के लिए किया जाता है जिन्हें किडनी की बीमारी होने का खतरा रहता है।
स्वस्थ किडनी आपके रक्त से अपशिष्ट पदार्थों को फिल्टर करके स्वस्थ घटकों को शामिल करती है, जिसमें एल्ब्युमिन भी शामिल है। किडनी डैमेज होने पर प्रोटीन का रिसाव किडनी से होता हुआ पेशाब के जरिए शरीर से बाहर निकल जाता है। किडनी डैमेज होने पर शरीर से सबसे पहले निकलने वाला प्रोटीन होता है एल्ब्युमिन।
माइक्रोएल्ब्युमिन टेस्ट कराने की सलाह उन लोगों को दी जाती है जिनमें किडनी रोग होने की संभावना रहती है जैसे टाइप 1 मधुमेह, टाइप 2 मधुमेह या उच्च रक्तचाप वाले लोग।
गुर्दे की क्षति के प्रारंभिक चरण में आमतौर पर कोई संकेत या लक्षण नजर नहीं आते हैं। हालांकि, यदि गुर्दे की क्षति बहुत ज्यादा है तो यूरिन झागदार आता है। आपको अपने शरीर में निम्नलिखित हिस्सों में सूजन भी महसूस हो सकती है:
- हाथों
- पैरों
- पेट
- मुंह
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माइक्रोएल्ब्युमिन टेस्ट (Microalbumin Test) क्यों किया जाता है?
किडनी डैमेज के शुरुआती संकेतों का पता लगाने के लिए आपका डॉक्टर यूरीन माइक्रोएल्ब्युमिन टेस्ट की सलाह दे सकता है। उपचार किडनी की बीमारी को देरी से बढ़ने या रोकने में मदद करता है।
आपको कितनी बार माइक्रोएल्ब्युमिन टेस्ट की जरूरत होती है यह अंतर्निहित स्थितियों और किडनी डैमेज के जोखिम पर निर्भर करता है। उदाहरण के लिएः
टाइप 1 डायबिटीज
यदि आपको टाइप 1 डायबिटीज है तो निदान के 5 साल बाद डॉक्टर साल में एक बार माइक्रोएल्ब्युमिन टेस्ट की सिफारिश कर सकता है।
टाइप 2 डायबिटीज
यदि आपको टाइप-2 डायबिटीज है, तो निदान के तुरंत बाद डॉक्टर आपको साल में एक बार माइक्रोएल्ब्युमिन टेस्ट की सिफारिश कर सकता है।
हाई ब्लड प्रेशर
यदि आपको हाई ब्लड प्रेशर है, तो आपका डॉक्टर अधिक नियमित रूप से माइक्रोएल्ब्युमिन टेस्ट की सिफारिश कर सकता है। टेस्ट कितनी बार कराना है इस बारे में डॉक्टर से बात कर लें।
यदि आपका यूरिनरी माइक्रोएल्ब्युमिन लेवल अधिक है, तो डॉक्टर उपचार के साथ और अधिक टेस्ट की सिफारिश कर सकता है।
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एहतियात/चेतावनी
माइक्रोएल्ब्युमिन टेस्ट (Microalbumin Test) से पहले मुझे किन बातों के बारे में पता होना चाहिए?
माइक्रोएल्ब्युमिन टेस्ट में केवल सामान्य पेशाब की आवश्यकता होती है। इस टेस्ट में कोई जोखिम नहीं है और आपको कोई असुविधा नहीं होती है। यदि आपके मन में इस टेस्ट को लेकर कोई सवाल है तो आप अपने चिकित्सक से बात करें।
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प्रक्रिया
माइक्रोएल्ब्युमिन टेस्ट (Microalbumin Test) के लिए कैसे तैयारी करें?
माइक्रोएल्ब्युमिन टेस्ट सामान्य यूरीन टेस्ट है। आप टेस्ट से पहले सामान्य रूप से खा और पी सकते हैं। टेस्ट के लिए पेशाब की मात्रा की आवश्यकता अलग-अलग हो सकती है- आपको बस सामान्य मात्रा में मूत्र का नमूना देना होता है या 24 घंटे की अवधि के लिए नमूना इकट्ठा करना होता है।
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माइक्रोएल्ब्युमिन टेस्ट (Microalbumin Test) के दौरान क्या होता है?
कई तरह के माइक्रोएल्ब्युमिन यूरिन टेस्ट उपलब्ध है:
रैंडम यूरीन टेस्ट
आप रैंडम यूरीन टेस्ट कभी भी करवा सकते हैं। अधिक सटीक परिणामों के लिए डॉक्टर अक्सर इसे क्रिएटिनिन टेस्ट के साथ करता है। आपको स्टेराइल कप में नमूना लाना होगा जिसे डॉक्टर लैबोरेट्री में परीक्षण के लिए भेजता है।
24 घंटे का यूरीन टेस्ट
इस टेस्ट के लिए आपको 24 घंटे की अवधि के लिए अपने सभी पेशाब के नमूने इकट्ठे करने होते हैं। आपको डॉक्टर नमूना एकत्र करने के लिए आपको कंटेनर देगा जिसे आपको फ्रिज में रखना होगा। 24 घंटे की अवधि के लिए नमूना एकत्र करने के बाद इसे आपको डॉक्टर को देना होगा और वह जांच के लिए इसे लैब में भेजेगा।
टाइम्ड यूरीन टेस्ट
डॉक्टर आपको सुबह के पहले पेशाब या 4 घंटे तक पेशाब रोकने के बाद का यूरीन सैंपल लाने के लिए बोलेगा।
एक बार लैब से रिपोर्ट आ जाने के बाद, डॉक्टर आपको परिणामों के बारे में अधिक जानकारी देगा और उसे अच्छी तरह समझाएगा।
माइक्रोएल्बुमिन टेस्ट (Microalbumin Test) के बाद क्या होता है ?
पेशाब का नमूना मूल्यांकन के लिए लैब में भेजा जाता है। पेशाब का नमूना देने के बाद आप अपनी सामान्य दिनचर्या शुरू कर सकते हैं।
माइक्रोएल्ब्युमिन टेस्ट के बारे में किसी तरह का सवाल है होने और उसे बेहतर ढंग से समझने के लिए अपने डॉक्टर से परामर्श करें।
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परिणामों को समझें
मेरे परिणामों का क्या मतलब है?
माइक्रोएल्बुमिन टेस्ट के परिणामों को मिलीग्राम (mg) में मापा जाता है। इसमें 24 घंटे से अधिक प्रोटीन रिसाव को मापा जाता है। आमतौर पर इसकी नॉर्मल रेंज 3.4 से 4.4 (g/dL) होनी चाहिए।
- 30 मिलीग्राम से कम सामान्य है
- 30 से 300 मिलीग्राम प्रारंभिक किडनी की बीमारी का संकेत है
- 300 मिलीग्राम से अधिक गंभीर किडनी की बीमारी का संकेत है
परीक्षण के परिणामों और उसका आपकी सेहत पर होने पर असर के बारे में डॉक्टर से चर्चा करें। यदि आपका माइक्रोएल्ब्युमिन सामान्य से अधिक है, तो आपका डॉक्टर दोबारा टेस्ट की सिफारिश कर सकता है।
कई कारणों की वजह से यूरिनरी माइक्रोएल्बुमिन सामान्य से अधिक होता है जैसेः
- पेशाब में खून आना (Blood in urine)
- कुछ दवाइंया (Certain medications)
- बुखार (Fever)
- हाल ही में की गई ज्यादा एक्सरसाइज (Recent Vigorous Excercise)
- यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन (Urinary Tract Infection)
- किडनी की अन्य बीमारी (Other Kidey Disease)
सभी लैब और अस्पताल के आधार पर माइक्रोएल्बुमिन टेस्ट की सामान्य सीमा अलग-अलग हो सकती है। परीक्षण परिणाम से जुड़े किसी भी सवाल के लिए कृपया अपने डॉक्टर से परामर्श करें।
हम आशा करते हैं आपको हमारा यह लेख पसंद आया होगा। हैलो स्वास्थ्य के इस आर्टिकल में माइक्रोएल्ब्युमिन टेस्ट से जुड़ी ज्यादातर जानकारियां देने की कोशिश की है, जो आपके काफी काम आ सकती हैं। अगर आपको डायबिटीज या ब्लड प्रेशर संबंधित कोई समस्या है तो डॉक्टर आपको यह टेस्ट कराने की सलाह दे सकता है। माइक्रोएल्ब्युमिन टेस्ट से जुड़ी यदि आप अन्य जानकारी चाहते हैं तो आप हमसे कमेंट कर पूछ सकते हैं। आपको हमारा यह लेख कैसा लगा यह भी आप कमेंट सेक्शन में बता सकते हैं।
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