किडनी और यूरेटरल स्टोन (Kidney and ureteral stones)
जब किडनी में फिल्टर न हो पाने की वजह से मिनरल या अन्य तत्व क्रिस्टल का रूप ले लेते हैं, तो उसे किडनी में पथरी कहा जाता है। इसके साथ ही, जब यह पथरी किडनी से निकलकर यूरेटर में पहुंच जाती है, तो उसे यूरेटरल स्टोन कहा जाता है। यह पथरी आपके पेशाब के रास्ते को ब्लॉक कर सकती है, जिससे काफी गंभीर दर्द महसूस हो सकता है। छोटी पथरियों को शरीर से निकालने के लिए कई बार चिकित्सा सहायता की जरूरत नहीं पड़ती है, लेकिन जब यह पथरी आकार में बड़ी हो जाती हैं, तो इसे निकालने के लिए कई बार सर्जरी की जरूरत पड़ सकती है।
यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन (यूटीआई)
जब यूरिनरी ट्रैक्ट में पैथोजेनिक बैक्टीरिया या वायरस विकसित होने लगते हैं, तो इसे यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन कहा जाता है। यह समस्या पुरुषों से ज्यादा महिलाओं में होती है। इस समस्या में पेशाब करते हुए आपको काफी जलन का सामना करना पड़ सकता है। इसके अलावा, आपको बार-बार महसूस हो सकता है कि आपको पेशाब आ रहा है। आमतौर पर, पांच से सात दिन एंटीबायोटिक्स का सेवन करने से इस समस्या का उपचार किया जा सकता है। यूटीआई की समस्या उम्र, डायबिटीज, कमजोर इम्यून सिस्टम, यूरिनरी ट्रैक्ट में ब्लॉकेज आदि की वजह से हो सकती है। जिसकी, ब्लड टेस्ट, अल्ट्रासाउंड, सिस्टोस्कोपी या सीटी स्कैन की मदद से जांच की जा सकती है।
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अन्य पेशाब संबंधित बीमारियां या समस्याएं क्या हैं?
ऊपर बताई गई तमाम पेशाब संबंधित समस्याओं के अलावा और भी कई परेशानियां यूरिन संबंधित दिक्कते पैदा कर सकती हैं। जैसे-