परिचय
फोरमीनोटोमी (Foraminotomy) क्या है?
फोरमीनोटोमी (Foraminotomy) सिकुड़न कम करने वाली सर्जरी है। जहां से रीढ़ की हड्डी की तंत्रिका रीढ़ की हड्डी से बाहर निकलती है, उस रास्ते को बड़ा करने के लिए यह सर्जरी की जाती है। फोरमीनोटोमी के दौरान, स्पाइन सर्जन रास्ता ब्लॉक करने वाले और रीढ़ की हड्डी की जड़ को सिकोड़ने वाले हड्डियों या ऊतकों को बाहर निकालते हैं। इनके कारण रीढ़ की हड्डी में दर्द और सूजन की समस्या भी हो सकती है। फोरमीनोटोमी सर्जरी की मदद से इन सिकुड़ी हुई नसों पर बन रहे दबाव को दूर किया जाता है।
फोरमीनोटोमी की जरूरत कब होती है?
ब्लॉकेज के कारण जिस रीढ़ की हड्डी के स्तंभ सिकुड़न आती है या इंटरवर्टेब्रल फोरामेन (intervertebral foramen) ब्लॉक होता है, उसे स्पाइनल स्टेनोसिस कहा जाता है। विभिन्न प्रक्रियाएं इंटरवर्टेब्रल फोरामेन को ब्लॉक कर सकती हैं और रीढ़ की हड्डी को छोड़कर तंत्रिका में सिकुड़न ला सकती हैं। निम्न स्थितियों के कारण स्पाइनल स्टेनोसिस की समस्या हो सकती है:
- रीढ़ की हड्डी में सूजन संबंधी गठिया, जो बोनी स्पर्स का कारण हो सकती है
- इंटरवर्टेब्रल डिस्क का गिरना, जिसके कारण फोरामेन में उभार हो सकता है
- आस-पास के लिगामेंट की वृद्धि
- स्पोंडिलोलिस्थीसिस
- सिस्ट या ट्यूमर
- कंकाल रोग (जैसे पगेट रोग)
- जन्मजात समस्याएं (बौनापन)
- रीढ़ की हड्डी में विकृति, यह सबसे आम कारणों में से एक होता है।
नर्व कंप्रेशन की यह स्थिति स्पाइनल कॉलम के किसी भी भाग में हो सकती है। जिसके कारण प्रभावित अंगों में दर्द, झुनझुनी और कमजोरी हो सकती है। अगर आपको पहले भी कभी इस समस्या से राहत पाने के लिए अन्य उपचार आजमाए जा चुके हैं, लेकिन उनसे राहत नहीं मिली है, तो आपको फोरमीनोटोमी सर्जरी की जरूरत हो सकती है। इसकी प्रक्रिया में फिजिकल थेरेपी, दर्द की दवाएं और एपीड्यूरल इंजेक्शन का इस्तेमाल किया जाता है।
आमतौर पर, सर्जन इसके लक्षणों को दूर करने के लिए इस सर्जरी की प्रक्रिया को एक वैकल्पिक तौर पर निर्धारित कर सकते हैं। अगर आपके लक्षण ज्यादा गंभीर हो जाते हैं या अगर आपके तंत्रिका के कारण आपको यूरिन से जुड़ी समस्याएं हो रही हैं, तो आपको आपातकालीन फोरमीनोटोमी की आवश्यकता हो सकती है।
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जोखिम
फोरमीनोटोमी करवाने से पहले मुझे क्या पता होना चाहिए?
हर किसी के लिए फोरमीनोटोमी सर्जरी एक सुरक्षित विकल्प नहीं हो सकती है। इसका उपचार व्यक्ति के स्वास्थ्य स्थितियों, अन्य बीमारियों और मेडिकल इतिहास के आधार पर तय किया जा सकता है।
फोरमीनोटोमी के क्या साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं?
सर्जरी किए गए स्थान में दर्द की समस्या काफी आम होती है। हालांकि, समय के साथ दर्द अपने आप कम हो जाएगा और इसके अलावा आप दर्द निवारक दवाओं का भी इस्तेमाल कर सकते हैं।
सर्जरी के पहले आपको एनेस्थीशिया की खुराक दी जाएगी, जिसके कुछ जोखिम हो सकते हैंः
- अन्य दवाओं का दुष्प्रभाव या सांस लेने की समस्या
- ब्लीडिंग, खून के थक्के जमना या इंफेक्शन होना
फोरमीनोटोमी सर्जरी के कारण होने वाले संभावित जोखिम हैंः
- घाव या कशेरुक हड्डियों (vertebral bones) में संक्रमण होना
- रीढ़ की हड्डी में नुकसान होना, कमजोरी होना या दर्द महसूस करना
- सर्जरी के बाद भी रीढ़ की हड्डी का दर्द बना रह सकता है
- भविष्य में पीठ दर्द दोबारा से हो सकता है।
फोरमीनोटोमी सर्जरी कराने से पहले, इससे जुड़े लाभ, संभावित जोखिमों और साइड इफेक्ट्स को समझने के लिए जरूरी है कि अपने डॉक्टर या सर्जन से इस बारे में बात करें।
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प्रक्रिया
फोरमीनोटोमी के लिए मुझे खुद को कैसे तैयार करना चाहिए?
- सर्जरी से पहले डॉक्टर आपके मौजूदा स्वास्थ्य की स्थिति और पारिवारिक इतिहास के बारे में आपसे बात करेंगे।
- सर्जरी के दौरान कुछ दवाओं के प्रभाव के कारण ब्लीडिंग की संभावना को बढ़ा सकती हैं। ऐसे में सर्जरी होने के कुछ दिनों के पहले ही आपको किन दवाओं का सेवन नहीं करना चाहिए इसके बारे में डॉक्टर आपको उचित निर्देश देंगे।
- सर्जरी आपके लिए कितनी सुरक्षित है, इसकी जांच करने के लिए डॉक्टर ब्लड टेस्ट की भी सलाह देंगे।
- अगर आपको लोकल एनेस्थीशिया या लिडोकाइन जैसे दवाओं से एलर्जी है तो इसके बारे में अपने चिकित्सक को बताएं।
- सर्जरी की प्रक्रिया से पहले आपतो किसी भी सौंदर्य प्रसाधन, दुर्गन्ध या नशीली दवाओं का इस्तेमाल नहीं करना होगा।
- सर्जरी से पहले आपको धूम्रपान या किसी भी निकोटीन आधारित उत्पादों का उपयोग नहीं करना चाहिए।
- सर्जरी शुरू होने से 8 घंटे पहले आपको कुछ भी खाना-पीना नहीं होगा।
- डायबिटीज से पीड़ित व्यक्तियों को ध्यान रखना होगा कि उनका ब्लड शुगर सामान्य होना चाहिए। अगर ऐसा नहीं होता है, तो इंसुलिन और अन्य दवाओं की मदद से इसे नियंत्रित करने की सिफारिश की जा सकती है।
फोरमीनोटोमी के दौरान क्या होता है?
- एक या एक से अधिक घंटे में सर्जरी की प्रक्रिया पूरी की जा सकती है। सर्जरी की प्रक्रिया पूरी होने के कुछ घंटे बाद ही आप घर जा सकेंगे।
- सर्जरी के प्रक्रिया के दौरान आपको अपने पेट की तरफ से लेटना होगा।
- इसके बाद आपको एनेस्थीशिया की खुराक से बेहोश किया जाएगा। ताकि, सर्जरी के दौरान आपको दर्द का एहसास न हो।
- सर्जरी के दौरान सर्जन की टीम आपके हार्ट रेट और ब्लड प्रेशर की स्थिति पर भी नजर रखेंगे।
- आपको जिस तरफ दर्द या सूजन की समस्या होगी, वहां की रीढ़ के बगल में सर्जन एक छोटा चीरा लगाएंगे। फिर उस चीरे की मदद से प्रभावित हड्डी के टुकड़े को बाहर निकालेंगे।
- सर्जरी की प्रक्रिया में सर्जन एक्स-रे और स्पाइन माइक्रोस्कोप का भी इस्तेमाल कर सकते हैं।
- स्पाइन टूल का इस्तेमाल करते हुए, सर्जन ब्लॉक हुई इंटरवर्टेब्रल फोरामेन का पता लगाने के लिए आपके स्पाइनल के पीछे की मांसपेशियों को धक्का देंगे।
- इंटरवर्टेब्रल फोरामेन के अंदर हुई ब्लॉकेज को हटाने के लिए सर्जन छोटे टूल्स का इस्तेमाल करेंगे। यह ब्लॉकेज हड्डी की सड़न या उभरा हुआ डिस्क भी हो सकती है।
- इसके बाद सर्जन टूल्स हो हटा देंगे और आपकी पीठ की मांसपेशियों को वापस उनकी जगह में डाल देंगे और चीरे वाली जगह को टांके की मदद से बंद कर देंगे।
कुछ मामलों में, सर्जन इस प्रक्रिया के लिए लैमिनेक्टोमी सर्जरी भी कर सकते हैं। यह कशेरुक के हिस्से को हटाने का काम करता है।
फोरमीनोटोमी के बाद क्या होता है?
अगर आपकी सर्जरी गर्दन पर हुई होगी, तो आपको सर्जरी के बाद नेक कॉलर पहनना पड़ सकता है। ज्यादातर लोग सर्जरी के बाद 2 घंटे बाद उठने और बैठने में सक्षम होते हैं। हालांकि, सर्जरी के कुछ दिनों बाद तक आपको अपनी गर्दन सावधानी से मूव करनी होगी।
रीढ़ की सर्जरी के बाद भविष्य में रीढ़ से जुड़ी समस्याओं का जोखिम बढ़ सकता है। अगर आपको फोरमीनोटोमी और स्पाइनल फ्यूजन था, तो भविष्य में फ्यूजन के ऊपर और नीचे स्पाइनल कॉलम में समस्या हो सकती है।
अगर आपको फोरमीनोटोमी के अलावा लैमिनोटोमी, लैमिनेक्टोमी या स्पाइनल फ्यूजन की प्रक्रिया की भी आवश्यकता होती है, तो आपको भविष्य में होने वाली समस्याओं की अधिक संभावना हो सकती है।
अगर इससे जुड़ा आपका कोई सवाल है, तो कृपया अपने डॉाक्टर से परामर्श करें।
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रिकवरी
फोरमीनोटोमी के बाद मुझे खुद का ख्याल कैसे रखना चाहिए?
- प्रभावित क्षेत्र को सावधानीपूर्वक आपको मूव करना होगा। आपको बताया जाएगा कि क्या आपको कितने समय के लिए किस तरह के मूवमेंट से बचने की आवश्यकता हो सकती है। अगर आपकी सर्जरी आपकी गर्दन में होती है, तो आपको मुलायम नेक कॉलर का इस्तेमाल करना चाहिए।
- सर्जरी होने के एक या दो दिनों बाद आप घर वापस जा सकते हैं। घर जाने पर आपको अपने डॉक्टर या सर्जन द्वारा दिए गई सभी निर्देशों का सावधानी से पालन करना होगा। कुछ लोगों को रिकवरी के दौरान फिजिकल थेरिपी की भी आवश्यकता हो सकती है।
- सर्जरी के बाद आपके स्वास्थ्य में किस तरह के बदलाव हो सकते हैं, आपका डॉक्टर आपसे इसके बारे में बात कर सकते हैं। रिकवरी के दौरान एक निश्चित समय पर अपने डॉक्टर से अपने स्थिति और स्वास्थ्य की जांच कराते रहें।
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