गार्टनर सिस्ट (Gartner’s cyst) क्या है?
गार्टनर डक्ट सिस्ट योनि सिस्ट का ही एक प्रकार है। यह एक सॉफ्ट सी दिखने वाली सिस्ट होती है, जिसे माइक्रोस्कोप के जरिए देखा जा सकता है। इसे मेसोनेफ्रिक सिस्ट के नाम से भी जाना जाता है। यह सिस्ट आमतौर पर छोटी होती है, जिसके लक्षण कम ही दिखाई देते हैं। महिलाओं का गार्टनर सिस्ट या गार्टनर डक्ट सिस्ट होने पर पीरियड्स में बहुत अधिक दर्द होता भी होता है, इसी के साथ ही टैम्पोन लगाते समय भी अधिक दर्द हो सकता है। अगर इसके इलाज में लापरवाही की जाए तो सिस्ट का आकार बढ़ भी जाता है। गार्टनर की डक्ट सिस्ट और मेटानेफ्रिक यूरिन में एक छोटी सी समानता होती है, एक्टोपिक यूरेटर (Ectopic Ureter) और इप्सिलिनल रीनल हाइपरप्लेसिया (Ipsilateral Renal Hyperplasia)। गार्टनर सिस्ट के लक्षणों में संक्रमण, मूत्राशय की शिथिलता (Bladder Dysfunction), पेट में दर्द, योनि स्राव (Vaginal Discharge) और यूरिन न रोक पाने (Urinary Incontinence) जैसी क्रियाएं शामिल हैं।
गार्टनर सिस्ट किसे होती है ?
गार्टनर डक्ट सिस्ट या योनी में सिस्ट, योनि सिस्ट का ही एक प्रकार है। गार्टनर सिस्ट को मेसोनेफ्रिक सिस्ट के नाम से भी जाना जाता है। ये सिस्ट एक सॉफ्ट सी दिखने वाली सिस्ट है। जिसे माइक्रोस्कोप के जरिए देखा जा सकता है। योनि के गार्टनर डक्ट सिस्ट ज्यादातर वयस्क महिलाओं में देखे जाते हैं। सामान्य तौर पर इस तरह की योनि में सिस्ट 20-75 वर्ष की उम्र के दौरान ज्यादा होती है, गार्टनर सिस्ट के मामले सभी योनि सिस्ट के मामलों के लगभग 12% है।
योनि में गार्टनर सिस्ट होने का क्या कारण है?
जब कोई महिला प्रेग्नेंट होती है तब भ्रूण की वृद्धि और विकास के दौरान योनि की दीवारों पर गार्टनर नलिकाओं या मेसोनेफ्रिक नलिकाओं का निर्माण होता है। ये नलिकाएं आमतौर पर डिलिवरी के बाद गायब होने के लिए जानी जाती है। यदि यह डिलिवरी के बाद भी मौजूद है तो उसमें कुछ लिक्विड पदार्थ जमा हो जाता है और जिसके कारण योनि में गार्टनर डक्ट सिस्ट हो जाती है। योनी में सिस्ट या मेसोनेफ्रिक नलिकाओं से होता है। ध्यान रखने लायक तथ्य ये है कि योनि गार्टनर सिस्ट किसी भी यौन संचारित रोग के कारण नहीं होते हैं।
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योनि गार्टनर या योनी में सिस्ट के लक्षण क्या हैं ?
जब किसी महिला को गार्टनर सिस्ट या गार्टनर डक्ट सिस्ट होता है तो उसे निम्न तरह के लक्षण दिखाई दे सकते है। हालांकि इस तरह के ज्यादातर सिस्ट कोमल होते है, इसमें कोई विशेष लक्षण या संकेत नहीं दिखाई देते। लेकिन आप निम्न लक्षणों से पता लगा सकते है किसी महिला को गार्टनर सिस्ट या गार्टनर डक्ट सिस्ट हो सकता है-
- योनी में सिस्ट के लक्षण में सामान्यतौर पर ऐसी सिस्ट जो लिक्विड से भरी हो सकती है, इसमें मवाद, पस भरा हो सकता है।
- गार्टनर सिस्ट सामान्यतौर पर नरम होती है। सामान्यतः यह योनि की दीवार पर पॉलीप के जैसा हो सकता है।
- गार्टनर सिस्ट अलग-अलग आकार के हो सकते है।
- योनी में सिस्ट होने पर योनि के अंदर गांठ महसूस होती है।
- बड़े आकार की सिस्ट के कारण दबाव और प्रभावित हिस्से में दर्द होना।
- टैम्पोन का उपयोग करते समय दर्द या असहजता होना।
- योनी में सिस्ट पर चलने या बैठने के दौरान बेचैनी होती है।
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गार्टनर सिस्ट से क्या समस्याएं आ सकती हैं ?
वैसे तो गार्टनर सिस्ट के मामले में कोई खास पेचीदगी देखने को नहीं मिलती, लेकिन कुछ मामलों में ये निम्न समस्या हो सकती है।
- गार्टनर सिस्ट की वजह से महिला कैंसर की संभावना को लेकर तनाव में रहती है।
- गार्टनर सिस्ट में बुखार आने की समस्या और संक्रमण भी हो सकता है।
- गार्टनर सिस्ट होने पर शारीरिक संबंधों के दौरान दर्द होना।
- गार्टनर सिस्ट की वजह से पीरियड्स में ब्लीडिंग ज्यादा होती है।
- गार्टनर सिस्ट होने पर प्रेग्नेंसी में सी-सेक्शन डिलिवरी का सहारा लेना पड़ता है।
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गार्टनर सिस्ट या योनी में सिस्ट का परिक्षण कैसे किया जाता है ?
यदि किसी महिला को गार्टनर सिस्ट या योनी में सिस्ट के लक्षण दिखाई देते है तो गार्टनर सिस्ट का परीक्षण करके उसे पहचाना जा सकता है और उसका ट्रीटमेंट लिया जा सकता है। योनि में गार्टनर सिस्ट का परिक्षण करने के लिए निम्न प्रक्रियाएं अपनाई जा सकती है।
- गार्टनर सिस्ट होने वाली महिला की मेडिकल हिस्ट्री का मूल्यांकन और पूरी तरह से पेल्विक का परिक्षण किया जाता है।
- यौन संचारित संक्रमणों को नियंत्रित करने के लिए टेस्ट (यदि जरूरी है तो)।
- यदि ट्यूमर बड़े आकार का है तो रेडियोलॉजिकल परीक्षण भी किया जा सकता है।
- पेट का अल्ट्रासाउंड स्कैन किया जा सकता है।
- गर्भाशय के ट्रांसवेजिनल अल्ट्रासाउंड किया जाता है।
- पेट और श्रोणि (Pelvic) के एमआरआई स्कैन किया जा सकता है।
- योनि की बायोप्सी की जाती है।
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योनी में सिस्ट का इलाज कैसे किया जाता है ?
यदि किसी महिला को गार्टनर सिस्ट या योनी में सिस्ट है तो समय रहते उसका इलाज किया जाना जरूरी है। जब किसी महिला में गार्टनर सिस्ट के लक्षण नजर आते है तो उन लक्षणों के आधार पर परीक्षण करके गार्टनर सिस्ट का इलाज किया जाता है। योनि में गार्टनर सिस्ट का इलाज निम्न प्रक्रियाओं से किया जा सकता है-
- यदि महिला में गार्टनर सिस्ट का कोई लक्षण नहीं है तो एक गार्टनर सिस्ट के परीक्षण के बाद Wait and watch की सलाह दे सकते है।
- गार्टनर सिस्ट का इलाज सिट्ज़ स्नान की प्रक्रिया से भी किया जा सकता है। 3-4 दिनों की अवधि के लिए गर्म पानी से भरे टब में कई बार डुबकी लगाने से सिस्ट टूट सकती है और जिससे कि लिक्विड अपने आप निकल जाएगा। हालांकि यह इलाज गार्टनर सिस्ट के सारे मामलों में प्रभावशाली नहीं है।
- गार्टनर सिस्ट के कुछ मामलों में सिस्ट संक्रमित भी होती है, यदि यह बैक्टीरिया से संक्रमित है तो इसका इलाज एंटीबायोटिक दवाओं के जरिये किया जाता है।
- गार्टनर सिस्ट होने पर यदि एंटीबायोटिक्स इस संक्रमण को साफ नहीं करता है तो एक सर्जरी के माध्यम से भी सिस्ट निकाला जाता है।
- यदि प्रेग्नेंसी के दौरान गार्टनर सिस्ट की समस्या है तो सी-सेक्शन डिलिवरी की जा सकती है।
- नियमित स्क्रीनिंग और चेक-अप के साथ शुरू से देखभाल किया जाना चाहिए, ताकि सिस्ट से बचा जा सकें।
गार्टनर सिस्ट या गार्टनर डक्ट सिस्ट योनि की एक कोमल सी सिस्ट है जिसके सामान्यतौर पर लक्षण दिखाई नही देते हैं। गार्टनर सिस्ट को लक्षणों और परीक्षणों के आधार पर पहचानकर उसका इलाज किया जाता है।
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