फंक्शन
हेडसेट टैबलेट (Headset Tablet) काम कैसे करता है?
हेडसेट टैबलेट (Headset Tablet) दो जेनेरिक फॉर्मूला से बनी हुई दवा है। जो सुमाट्रिप्टान (Sumatriptan) 85mg और नेप्रोक्सेन (Naproxen) 500mg से मिल कर बनी दवा है। ये टैबलेट माइग्रेन के इलाज के लिए इस्तेमाल की जाती है। जिन्हें ज्यादातर या अक्सर माइग्रेन की समस्या होती है, उन्हें ये दवा डॉक्टर द्वारा दी जाती है। सुमाट्रिप्टान मस्तिष्क में ब्लड वेसेल्स को संकुचित करने का काम करता है। यह ब्रेन को भेजे जाने से दर्द के सिग्नल को रोकने और दर्द के कारणों के कम करके दर्द में राहत देता है। नेप्रोक्सेन शरीर में दर्द पैदा करने वाले रासायनिक पदार्थों के निर्माण को रोकने का काम करता है। सुमाट्रिप्टान और नेप्रोक्सेन का कॉम्बिनेशन इस तरह से तेज माइग्रेन के के लक्षणों से राहत देने में प्रभावी होता है।
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डोसेज
इस टैबलेट के डोज के लिए आपको अपने डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए। बिना डॉक्टर के परामर्श के आपको किसी भी दवा का सेवन नहीं करना चाहिए।
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हेडसेट टैबलेट (Headset Tablet) की खुराक छूट जाए तो क्या करें?
हेडसेट टैबलेट (Headset Tablet) का डोज अगर छूट जाए तो जितनी जल्दी आपको याद आ सके, उतनी जल्दी आपको टैबलेट खा लेना चाहिए। अगर आपके अगले डोज का वक्त हो गया है तो मिस हुई डोज को छोड़ दें। लेकिन दवा का डबल डोज एक साथ नहीं लें। इससे आपकी हेल्थ को नुकसान हो सकता है।
ओवरडोज या आपात स्थिति में मुझे क्या करना चाहिए?
अगर गलती से आपने इस टैबलेट का ओवर डोज या डबल डोज ले लिया है तो आपको तुरंत डॉक्टर के पास जाना चाहिए। किसी भी दवा का ओवरडोज होना खुद में एक मेडिकल इमरजेंसी हो सकती है।
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उपयोग
हेडसेट टैबलेट (Headset Tablet) का इस्तेमाल कैसे करना चाहिए?
हेडसेट टैबलेट (Headset Tablet) का सेवन खाना खाने के पहले या खाना खाने के बाद अपने डॉक्टर के परामर्श के अनुसार पानी के साथ ले सकते हैं। लेकिन खाना खाने के बाद ही दवा खाना सही होता है। इससे पेट संबंधी परेशानी हो सकती है, जैसे- गैस, पेट दर्द आदि की समस्या नहीं होगी। लेकिन जरूरी है कि बिना डॉक्टर के सलाह के इस टैबलेट ना ली जाए। डॉक्टर के द्वारा दिए गए दिशा निर्देशों का पालन दवा के डोज लेते समय जरूर करना चाहिए। वहीं इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि डॉक्टर के द्वारा बताए गए डोज से ना तो कम और ना ही ज्यादा मात्रा का सेवन करना चाहिए। वहीं, इस दवा का सेवन करने के बाद रिएक्शन भी हो सकता है या कोई स्वास्थ्य समस्या भी हो सकती है। ऐसे में आपको तुरंत डॉक्टर के पास जा कर अपना इलाज कराना चाहिए। वहीं दवा का सेवन बिना डॉक्टर से पूछे बंद ना करें। डॉक्टर से पूछने के बाद और जांच के बाद ही दवा की खुराक को बंद करें।
इस दवा का उपयोग इस स्वास्थ्य समस्या के इलाज के लिए किया जाता है :
माइग्रेन
हेडसेट टैबलेट (Headset Tablet) माइग्रेन होने पर डॉक्टर के द्वारा दिया जाता है। ये दवा माइग्रेन के लक्षणों, जैसे सिरदर्द, दांत दर्द, कान दर्द आदि में राहत पहुंचाती है।
साइड इफेक्ट्स
हेडसेट टैबलेट (Headset Tablet) के क्या साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं?
इस दवा का सेवन करने से निम्न साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं, जैसे :
- पेट दर्द
- त्वचा पर रैशेज
- जी मचलाना
- उल्टी होना
- कब्ज होना
- सुनने में परेशानी होना
- चक्कर आना
- भूख कम या ज्यादा लगना
- नींद आना
- सीने में दर्द होना
- सांस लेने में परेशानी महसूस होना
- शरीर का तापमान बढ़ना
- शरीर पर खुजली होना
- मुंह का सूखा लगना
- सुन्नपन महसूस होना
- दिल की धड़कनों का अनियमित होना
सावधानी और चेतावनी
हेडसेट टैबलेट (Headset Tablet) का इस्तेमाल करने से पहले मुझे क्या जानना चाहिए?
कब इस दवा का सेवन न करें?
एलर्जी
अगर आपको सुमाट्रिप्टान से या नेप्रोक्सेन से एलर्जी हो या फिर सुमाट्रिप्टान और नेप्रोक्सेन के कॉम्बिनेशन से एलर्जी तो इस दवा का सेवन नहीं करना चाहिए। क्योंकि इससे आपको सेहत संबंधी समस्या हो सकती है।
गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल डिसऑर्डर
अगर आपको पेट संबंधी कोई भी समस्या है या आप गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल डिसऑर्डर से गुजर रहे हैं तो इस दवा का सेवन ना करें। वहीं, अगर आप पेप्टिक अल्सर से जूझ रहे हैं तो ये दवा पेट के अंदर ब्लीडिंग के रिस्क को बढ़ा सकता है।
अस्थमा
अस्थमा के पेशेंट को ये दवा नहीं लेनी चाहिए। क्योंकि एस्पिरिन या नॉन-स्टेरॉयडल एंटी-इंफ्लमेटरी एजेंट्स अस्थमा पेशेंट की स्थिति को और ज्यादा बिगाड़ सकता है। उन्हें सांस लेने में समस्या हो सकती है।
हेमीपेल्जिक या बेसिलर माइग्रेन
इस दवा का सेवन हेमीपेल्जिक या बेसिलर माइग्रेन से पीड़ित लोगों को नहीं करना चाहिए।
पेरिफेरल वैस्कुलर डिजीज
पेरिफेरल वैस्कुलर डिजीज से ग्रसित व्यक्ति या अगर किसी को पहले कभी पेरिफेरल वैस्कुलर डिजीज रहा हो को उन्हें इस दवा का सेवन नहीं करना चाहिए। वरना उनकी स्थिति और ज्यादा खराब हो जाती है।
कार्डियोवैस्कुलर डिजीज
हेडसेट टैबलेट (Headset Tablet) हार्ट डिजीज, ब्लड वेसेल्स आदि जैसी कार्डियोवैस्कुलर डिजीज से पीड़ित व्यक्ति या अगर किसी को कभी कार्डियोवैस्कुलर डिजीज रही हो तो उनके लिए सही दवा नहीं है। ये दवा हार्ट पेशेंट की तबीयत को और ज्यादा खराब कर सकती है। इसलिए अगर आप कार्डियोवैस्कुलर डिजीज के पेशेंट हैं तो डॉक्टर से इस दवा के सेवन से पहले जरूर पूछ लें।
हिपैटिक इम्पेयरमेंट
अगर आपको लिवर संबंधित समस्या है तो आपको इस दवा का सेवन नहीं करना चाहिए।
अनकंट्रोल्ड हाइपरटेंशन
अगर आप बहुत ज्यादा हाई ब्लड प्रेशर या अनकंट्रोल्ड हाइपरटेंशन से ग्रसित हैं तो आप माइग्रेन की इस दवा का सेवन ना करें। इससे ब्लड प्रेशर फ्लैक्चुएट होने का रिस्क बढ़ जाता है।
क्या प्रेग्नेंसी या ब्रेस्टफीडिंग के दौरान हेडसेट टैबलेट (Headset Tablet) को लेना सुरक्षित है?
कोई भी डॉक्टर इस टैबलेट को गर्भावस्था के पहले दो ट्राइमेस्टर तक महिला को नहीं देते हैं। वहीं, तीसरी तिमाही में प्रेग्नेंसी में तब तक इस दवा को लेने की सलाह नहीं देते हैं, जब तक कि वह बहुत जरूरी ना हो। जिससे मां और गर्भ में पल रहे बच्चे के लिए परेशानी पैदा हो सकती है। वहीं, स्तनपान कराने वाली महिलाओं को भी बिना डॉक्टर के परामर्श पर इस दवा का सेवन नहीं करना चाहिए। इससे बच्चे में कई तरह से साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं।
इसके अलावा अन्य स्थितियों में भी सावधानी बरतनी चाहिए :
हाई कोलेस्ट्रॉल
अगर आपको पहले कभी हाई कोलेस्ट्रॉल की समस्या रही हो, या फिलहाल में हाई कोलेस्ट्रॉल है तो आपको इस दवा के सेवन से बचना चाहिए। हेडसेट टैबलेट (Headset Tablet) आपकी स्थिति को और ज्यादा बदतर कर सकता है। ये आपमें कार्डियोवैस्कुलर डिजीज के रिस्क को बढ़ा सकता है।
त्वचा पर रैशेज
स्किन रैशेज तब होता है, जब स्किन एलर्जी होती है। जैसा कि पहले ही इस दवा के साइड इफेक्ट में स्किन रैशेज की बात बताई गई है, तो इस स्थिति में अगर आपको स्किन रैशेज, हाइव्स, फिवर आदि है तो इस दवा का सेवन ना करें। वहीं, अगर ये रैशेज दवा के सेवन के बाद शुरू हुआ है तो अपने डॉक्टर से संपर्क करें और दवा का सेवन तुरंत बंद कर दें।
सीने, गर्दन या जबड़े में दर्द होने पर
ये दवा सीने, गर्दन या जबड़े में दर्द का कारण बन सकती है। इसके अलावा कार्डिएक फंक्शन को भी प्रभावित करता है। इसलिए अगर आपको दवा का सेवन करने के बाद आपको सीने, गर्दन या जबड़े में दर्द होने की समस्या हो तो आपको तुरंत इस दवा का सेवन बंद कर देना चाहिए। इसके बाद आपको डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।
सीज़र डिसऑर्डर
अगर आपको मिर्गी या दौरे पड़ने की कोई मेडिकल हिस्ट्री रही हो या आप अभी भी इसके शिकार हैं तो इस दवा का सेवन ना करें। ये दौरे पड़ने के रिस्क को बढ़ा सकता है। इसलिए अगर आपको ऐसी कोई भी समस्या है तो अपने डॉक्टर को जरूर बताएं।
वोल्फ-पार्किंसन-व्हाइट सिंड्रोम (WPW syndrome)
वोल्फ-पार्किंसन-व्हाइट सिंड्रोम (WPW syndrome) में दिल की धड़कनें अनियमित हो जाती हैं। जो कि जानलेवा भी साबित हो सकता है। ऐसे में अगर आप वोल्फ-पार्किंसन-व्हाइट सिंड्रोम (WPW syndrome) से ग्रसित हैं तो आपको माइग्रेन की इस दवा का सेवन नहीं करना चाहिए। अगर जरूरी है तो आपको ये दवा डॉक्टर के परामर्श पर ही लेना चाहिए।
बुजुर्गों के लिए दवा
ये दवा बुजुर्गों को नहीं देनी चाहिए। क्योंकि इस दवा के ज्यादा साइड इफेक्ट उनमें देखने को मिल सकते हैं। किडनी, लिवर, हार्ट से संबंधित समस्या को इस दवा के सेवन से बढ़ावा मिल सकता है। इसलिए डॉक्टर के सुपरविजन में ही इस दवा का सेवन कराएं।
रिएक्शन
कौन-सी दवाइयां हेडसेट टैबलेट (Headset Tablet) के साथ रिएक्शन कर सकती हैं?
यूं तो हर दवा हर व्यक्ति पर अलग-अलग तरह से रिएक्ट करती है। इस दवा को लेने से पहले भी इसके रिएक्शन को लेकर डॉक्टर से सलाह जरूर लें।
क्या हेडसेट टैबलेट (Headset Tablet) भोजन या शराब के साथ रिएक्शन करती है?
ये टैबलेट फूड के साथ रिएक्ट करती है या नहीं, अभी तक इसकी कोई खास जानकारी नहीं मिल पाई है। इस बारे में अधिक जानकारी के लिए अपने डॉक्टर से संपर्क करें। शराब के साथ इस दवा का सेवन नहीं करना चाहिए। इससे पेट और आंतों में ब्लीडिंग हो सकती है। शराब के साथ अगर गलती से आपने इस दवा का सेवन कर लिया है तो कुछ स्वास्थ्य समस्या हो सकती है। ऐसी स्थिति में तुरंत डॉक्टर से मिलें।
इन दवाओं के साथ हो सकता है रिएक्शन
- वारफैरिन (Warfarin)
- फ्लूवोक्सामिन (Fluvoxamine)
- किटोरोलैक (Ketorolac)
- रैमिप्रिल (Ramipril)
- ऑन्डेंस्टेरॉन (Ondansetron)
- नेफैजोडॉन (Nefazodone)
- प्रिडनिसोलोन (Prednisolone)
इन बीमारियों के साथ भी हेडसेट टैबलेट (Headset Tablet) के रिएक्शन की संभावनाएं हैं :
रिनल डिसफंक्शन
ये दवा किडनी डिजीज के साथ रिएक्ट करती है। अगर आपको किडनी फंक्शन की कोई समस्या है तो इस दवा का सेवन ना करें। अगर माइग्रेन की समस्या हो रही है तो आपको डॉक्टर से किसी दूसरी दवा के बारे में पूछना चाहिए।
हाइपरकलेमिया (Hyperkalemia)
हेडसेट टैबलेट (Headset Tablet) को हाइपरकलेमिया जैसी समस्या से ग्रसित व्यक्तिके द्वारा सेवन नहीं करना चाहिए। हाइपरकलेमिया में ब्लड में पोटैशियम का लेवल हाई हो जाता है। इस दवा के सेवन से खून में पोटैशियम का लेवल फ्लैक्चुएट हो सकता है।
कोरोनरी आर्टरी डिजीज
अगर आपको कोरोनरी आर्टरी डिजीज (दिल से जुड़े धमनी और शिरा की समस्या) है या कभी रही हो तो माइग्रेन में इस दवा का सेवन कत्तई ना करें। ये दवा आपके लिए जानलेवा साबित हो सकती है।
एनीमिया
एनीमिया के मरीज को इस दवा का सेवन नहीं करना चाहिए। इससे खून की कमी और ज्यादा हो सकती है। वहीं, अगर आप ब्लड टेस्ट के लिए जा रहे हैं तो भी इस दवा के सेवन से परहेज करें।
स्टोरेज
हेडसेट टैबलेट (Headset Tablet) को कैसे स्टोर करें?
हेडसेट टैबलेट (Headset Tablet) को कमरे के तापमान में रखना चाहिए, कोशिश करें कि उसे सीधे धूप में ना रखें। हेडसेट टैबलेट (Headset Tablet) को फ्रिज में नहीं रखना चाहिए। इसके साथ ही इस दवा को बच्चों और पालतू जानवरों की पहुंच से दूर रखें। हेडसेट टैबलेट (Headset Tablet) एक्सपायर होने के पहले ही इसका खा लें, वहीं अगर टैबलेट का लंबे समय तक सेवन करना हो तो डॉक्टर का सलाह जरूर लें। दवा एक्सपायर हो जाए तो उसे कैसे डिस्पोज करना है उसको लेकर फॉर्मासिस्ट से सलाह लेनी चाहिए। टैबलेट के रैपर को डस्टबिन में डिस्पोज करें ताकि बाद में इसे रिसाइकिल किया जा सके।
किस रूप में उपलब्ध है?
ये दवा टैबलेट के रूप में उपलब्ध है।
उम्मीद है कि ये आर्टिकल आपके लिए बहुत मददगार होगा। इस आर्टिकल में बताए गए सभी दिशा-निर्देशों के बाद भी अपने डॉक्टर के द्वारा सलाह दिए जाने पर ही इस टैबलेट का सेवन करें।
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