जिंजिवाइटिस
मसूड़ों में सूजन की शिकायत होती है, जिसे जिंजिवाइटिस कहते हैं। मसूड़ों में सूजन से भारत में लगभग 10 लाख लोग परेशान हैं। जिंजवाइटिस गंभीर बीमारी नहीं है, पर अगर इसका इलाज समय पर न किया जाए तो गंभीर पेरिओडोन्टल (दांत संबंधित) बीमारी होने की आशंका हो सकती है।
प्लाक का जमा होना
दांतों की सबसे सामान्य समस्या होती है बैक्टीरिया की। यही बैक्टीरिया भोजन के अवशेषों के साथ मिलकर मसूड़ों और दांतों के बीच की जगह में जमा हो जाते हैं, जिसे प्लाक (plaque) कहा जाता है। ये प्लाक दांतों पर एक कठोर परत बना देते हैं, जिसकी वजह से मसूड़ों में सूजन होती है और खून भी आने लगता है।
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मसूड़ों में घाव
मसूड़ों में घाव अक्सर ट्रामा या इंजरी के कारण हो जाता है। जिसके कारण दर्द, असहज महसूस होना और खुजली की समस्या हो सकती है। किसी एक्सीडेंट या स्पोर्ट्स आदि के दौरान आपको माउथ इंजरी हो सकती है। वहीं, मसूड़ों में घाव दांत पीसने के कारण भी हो सकता है। दांत पीसने को ब्रक्जिम (Bruxism) कहते हैं। जिस कारण से सिरदर्द, जबड़ों में दर्द और मसूड़ों में खुजली होने लगती है। मसूड़े में खुजली ई-सिगरेट और वैपिंग के कारण भी हो सकती है।
हॉर्मोन में बदलाव के कारण
हॉर्मोन में परिवर्तन के कई कारण हो सकते हैं जैसे की गर्भावस्था, मेनोपॉज, या फिर किशोरावस्था। ऐसे स्थितियों में मसूड़े के ब्लड वेसल्स में खून का दबाव बढ़ जाता है। जिससे मसूड़े बैक्टीरिया की चपेट में जल्दी आ जाते हैं।
एलर्जिक रिएक्शन के कारण
सेंस्टिविटी या एलर्जी के कारण भी मसूड़े में खुजली की समस्या हो सकती है। कई बार हम ऐसे फूड्स, दवाएं खा लेते हैं जिससे हमें एलर्जी होती है और हम मुंह से अंदर खुजली महसूस करते हैं।
ड्राई माउथ के कारण
लार मुंह को गीला रखने का काम करती है, जिसकी वजह से बैक्टीरिया की मात्रा कम हो जाती है, लेकिन अगर लार नहीं बनता या कम बनता है तो ये सीधे-सीधे बैक्टीरिया को आमंत्रण देता है। जिससे ड्राई माउथ होने से हमारे मसूड़े में खुजली हो सकती है।
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मसूड़े में खुजली के उपाय क्या हैं?