हमारे शरीर को किस चीज से एलर्जी हो जाए, ये कहा नहीं जा सकता है। किसी को दूध से एलर्जी (Milk allergy) होती है तो किसी को बेसन से एलर्जी (Allergic to gram flour)। फूड एलर्जी (Food allergy) में एक और प्रोडक्ड है, जिसके कारण लोगों को एलर्जी का सामना करना पड़ सकता है। जी हां! हम बात कर रहे हैं सोया एलर्जी (Soy allergy) की। सोयाबीन फलियों (Legume family) में शामिल है। फलियों में किडनी बीन्स, मटर, मसूर और मूंगफली जैसे खाद्य पदार्थ भी शामिल होते हैं। आपको बताते चले कि सोयाबीन को एडाम (Edamame) नाम से भी जाना जाता है। सोया से कई प्रोडक्ट बनते हैं। इसका इस्तेमाल कई प्रोसेस्ड फूड में भी किया जाता है। जिन लोगों को सोया एलर्जी (Soy allergy) होती है, वो सोया से बने किसी भी फूड का सेवन नहीं कर सकते हैं। एलर्जी की समस्या होने पर शरीर में विभिन्न प्रकार के लक्षण दिखने लगते हैं। आइए जानते हैं कि आखिर क्यों होती है सोया एलर्जी (Soy allergy) की समस्या और कैसे किया जा सकता है इसका उपचार।
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क्यों होती है सोया एलर्जी (Soy allergy) की समस्या?
सोया एलर्जी (Soy allergy) की समस्या तब शरीर में उत्पन्न होती है, जब इम्यून सिस्टम सोया में पाई जानी वाली प्रोटीन के खिलाफ एंटीबॉडी बनाना शुरू कर देता है। अगर आप बार-बार सोया प्रोडक्ट का सेवन करते हैं, तो इम्यून सिस्टम बॉडी की सुरक्षा के लिए हिस्टामाइन बनाना शुरू कर देता है। शरीर में हिस्टामाइन बनने के कारण ही एलर्जी रिएक्शन होता है और शरीर में विभिन्न प्रकारा लक्षण दिखने लगते हैं। अगर व्यक्ति सोया से निर्मित प्रोडक्ट का सेवन बंद कर दे, तो उसे सोया एलर्जी (Soy allergy) से छुटकारा मिल सकता है। जानिए सोया एलर्जी की समस्या होने पर शरीर में कौन-से लक्षण दिखाई पड़ सकते हैं।
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सोया एलर्जी के लक्षण (Soy allergy symptoms)
सोया एलर्जी (Soy allergy) के लक्षण हल्के से लेकर गंभीर तक हो सकते हैं। अगर आपको सोया प्रोडक्ट खाने पर दिए गए लक्षण नजर आते हैं, तो उनका सेवन आपको तुरंत बंद कर देना चाहिए। जानिए सोया एलर्जी के लक्षणों के बारे में।
- पेट में दर्द (Abdominal pain)
- डायरिया (Diarrhea)
- जी मिचलाना
- उल्टी (Vomiting)
- बहती नाक(runny nose)
- घरघराहट या सांस लेने में तकलीफ (Wheezing or trouble breathing)
- मुंह में खुजली (Itchy mouth)
- पित्ती और चकत्ते ( Hives and rashes)
- खुजली और सूजन (Itching and swelling)
- कंफ्यूजन
- स्किन का रंग बदलना (पेल या ब्लू)
सोया एलर्जी (Soy allergy) से एनाफिलेक्सिस ( anaphylaxis) की समस्या भी हो सकती है, जो कि सांस लेने में समस्या, ब्लड प्रेशर में गिरावट का कारण या फिर सदमे की स्थिति भी पैदा कर सकती है। अगर आपको या आपके बच्चे को सोया एलर्जी से संबंधित कोई भी लक्षण नजर आएं, तो बिना देरी किए डॉक्टर से जरूर संपर्क करें। डॉक्टर लक्षणों के आधार पर आपको दवाओं का सेवन करने की सलाह देंगे।
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किन प्रोडक्ट से हो सकती है सोया एलर्जी (Soy allergy)
आप और हम खाने में जो भी पसंद होता है, उसे जरूर खाते हैं। हो सकता है कि आपको सोयाबीन या उससे जुड़े हुए प्रोडक्ट का सेवन करना अच्छा लगता हो लेकिन एलर्जी के कारण आप अब सोया का सेवन न करते हो। आपको सोया से बने प्रोडक्ट के बारे में जानकारी होना बहुत जरूरी है। सोया से संबंधित कुछ प्रोडक्ट सोया एलर्जी (Soy allergy) की समस्या को पैदा कर सकते हैं। जानिए सोया से जुड़े कुछ प्रोडक्ट के बारे में।
सोया मिल्क (Soy milk)
ऐसा अनुमान लगाया गया है कि जिन बच्चों को गाय के दूध से एलर्जी होती है, उन्हें सोया मिल्क से भी एलर्जी होती है। अगर बच्चा फॉर्मुला मिल्क का सेवन कर रहा है, तो उसे ऐसे में हायपोएलर्जिक फॉर्मुला (Hypoallergenic formula) पर स्विच करना चाहिए। हायपोएलर्जिक फॉर्मुला से एलर्जी की संभावना कम ही रहती है। आपको इस बारे में डॉक्टर से भी परामर्श करना चाहिए कि बच्चे के लिए कौन-सा फॉर्मुला मिल्क (formula milk) लेना बेहतर रहेगा।
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सोया सॉस और सोया ऑयल (Soy sauce and soy oil)
सोया सॉस में सोया के साथ ही वीट यानी गेंहू भी मौजूद होता है। अगर आपको सोया एलर्जी (Soy allergy) के साथ ही वीट एलर्जी की भी समस्या है, तो आपको सोया सॉस का सेवन करने से बचने चाहिए। आप इसके स्थान में तामरी (tamari) का इस्तेमाल कर सकते हैं। ये भी सोया सॉस जैसा होता है। वहीं सोयाबीन ऑयल (Soybean oil) में सोया प्रोटीन का इस्तेमाल नहीं होता है, इसलिए सोया एलर्जी की समसया झेल रहे लोग सोया ऑयल का इस्तेमाल कर सकते हैं। बेहतर होगा कि आप डॉक्टर से इस बारे में जानकारी जरूर प्राप्त करें।
इन प्रोडक्ट का न करें सेवन
आपको सोया से बने आटे, सोया फाइबर, सोया प्रोटीन, सोया नट्स के साथ ही टोफू का सेवन नहीं करना चाहिए। अगर आप प्रोसेस्ड फूड्स खरीद रहे हैं, तो एक बारे प्रोडक्ट में लगे लेबल को ध्यान से जरूर पढ़ें। ऐसा करने से आपको खुद को एलर्जी की समस्या से बचा सकते हैं। अगर आपको फिर भी इस संबंध में अधिक जानकारी चाहिए, तो डॉक्टर से जरूर परामर्श करें। सोयाबीन में करीब 28 ऐसे प्रोटीन का पता लगाया गया है, जो एलर्जी का कारण बनते हैं। जिन लोगों को सोया से एलर्जी (Soy allergy) होती है, उन्हें पीनट (Peanuts), गाय के दूध (Cow’s milk) और बर्च पॉलेन (Birch pollen) से भी एलर्जी हो सकती है। बेहतर होगा कि आपको एलर्जी के कारण का पता होना चाहिए ताकि आप उस फूड प्रोडक्ट से दूरी बना सके।
सोया एलर्जी डायग्नोज (Soy allergy diagnosed)
सोया एलर्जी (Soy allergy) डायग्नोज करने के लिए डॉक्टर आपसे लक्षणों के बारे में जानकारी लेंगे और साथ ही मेडिकल हिस्ट्री के बारे में भी पूछेंगे। जानिए कौन-से टेस्ट एलर्जी को डायग्नोज करने के लिए किए जा सकते हैं।
ब्लड टेस्ट (blood test)- इम्युनोग्लोबुलिन ई (IgE) एंटीबॉडी के लिए डॉक्टर ब्लड टेस्ट करते हैं।
स्किन प्रिक टेस्ट (skin-prick test)- स्किन प्रिक टेस्ट के दौरान सोया प्रोटीन की कुछ ड्रॉप को पीठ में या फिर हाथों में डाला जाता है और रिएक्शन देखा जाता है। अगर आपको सोया से एलर्जी होगी, तो वो स्थान लाल हो जाएगा या उससे उभार आ जाएगा। ये रिएक्शन करीब 15 मिनट बाद शुरू हो जाती है।
इंट्राडर्मल स्किन टेस्ट (Intradermal skin test)- इस टेस्ट में एलर्जेन की एक अधिक मात्रा को सिरिंज की हेल्प से त्वचा के अंदर पहुंचाया जाता है। जब स्किन प्रिक टेस्ट से सही जानकारी नहीं मिल पाती है, तो डॉक्टर इंट्राडर्मल स्किन टेस्ट (Intradermal skin test) की हेल्प से एलर्जी डायग्नोज करते हैं। अगर किसी भी व्यक्ति को सोया एलर्जी (Soy allergy) है, तो कुछ ही समय बाद शरीर प्रतिक्रिया देने लगता है और स्किन के रंग में बदलाव आ सकता है।
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फूड चैलेंज टेस्ट (Food challenge test) – फूड चैलेंज टेस्ट को फूड एलर्जी डायग्नोज करने का बढ़िया माध्यम माना जाता है। डॉक्टर आपको सस्पेक्टेड एलर्जन की अधिक मात्रा का सेवन करने के लिए कहेंगे और साथ ही आपके शरीर में होने वाले चेंजेस को भी ऑब्जर्व करेंगे। जरूरत पड़ने पर डॉक्टर तुरंत ट्रीटमेंट भी देते हैं। ऐसा करने से फूड एलर्जी के बारे में जानकारी मिल जाती है।
सोया एलर्जी का ट्रीटमेंट (Soy allergy Treatment)
एलर्जी किसी भी प्रकार की हो, अगर आप छुटकारा पाना चाहते हैं, तो आपको एलर्जन से दूर रहना होगा। अगर आपको किसी फूड से एलर्जी है, तो उसे खाना बंद कर दे। ऐसा करके ही आप फूड एलर्जी का ट्रीटमेंट कर सकते हैं। अगरा आपको ये जानने में मुश्किल हो रही है कि आखिर आपको किस चीज से एलर्जी है, तो बेहतर होगा कि आप अपने डॉक्टर से इस बारे में जरूर पूछ लें। अगर आप किसी होटल में खाते हैं, तो बेहतर होगा कि वहां से जानकारी प्राप्त करें कि खाने में कही सोया प्रोडक्ट का इस्तेमाल तो नहीं किया जा रहा है। आपको फूड लेबल्स को भी ध्यान से पड़ना चाहिए क्योंकि इसमें प्रोडक्ट की सामग्री के बारे में जानकारी दी जाती है। अगर आपके बच्चे को सोया एलर्जी (Soy allergy) की समस्या है, तो उन्हें बताएं कि क्लास में किसी अन्य बच्चे का खाना न खाएं, वरना उन्हें समस्या हो सकती है। आपको अपने पास एलर्जी के माइल्ड रिएक्शन को रोकने के लिए हमेशा ओरल एंटीहिस्टामाइन (Oral antihistamines) रखना चाहिए। डॉक्टर आपको सेल्फ इंजेक्टेबल एपिनेफ्रीन ( Epinephrine) लेने की सलाह दे सकते हैं। जरूरत पड़ने पर आप इसका इस्तेमाल कर सकती हैं।
एलर्जी से बचने के लिए सावधानी ही इसका उपचार है। दवाओं का सेवन बीमारी के लक्षणों को कम करने में मदद कर सकता है लेकिन बीमारी पूरी तरह से ठीक नहीं करता है। अधिक जानकारी के लिए डॉक्टर से फूड एलर्जी के बारे में जरूर पूछें। हैलो हेल्थ ग्रुप किसी भी प्रकार की चिकित्सा और उपचार प्रदान नहीं करता है। हम उम्मीद करते हैं कि आपको ये आर्टिकल पसंद आया होगा। आप स्वास्थ्य संबंधी अधिक जानकारी के लिए हैलो स्वास्थ्य की वेबसाइट विजिट कर सकते हैं। अगर आपके मन में कोई प्रश्न है, तो हैलो स्वास्थ्य के फेसबुक पेज में आप कमेंट बॉक्स में प्रश्न पूछ सकते हैं और अन्य लोगों के साथ साझा कर सकते हैं।
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