ब्लड टेस्ट (blood test)- इम्युनोग्लोबुलिन ई (IgE) एंटीबॉडी के लिए डॉक्टर ब्लड टेस्ट करते हैं।
स्किन प्रिक टेस्ट (skin-prick test)- स्किन प्रिक टेस्ट के दौरान सोया प्रोटीन की कुछ ड्रॉप को पीठ में या फिर हाथों में डाला जाता है और रिएक्शन देखा जाता है। अगर आपको सोया से एलर्जी होगी, तो वो स्थान लाल हो जाएगा या उससे उभार आ जाएगा। ये रिएक्शन करीब 15 मिनट बाद शुरू हो जाती है।
इंट्राडर्मल स्किन टेस्ट (Intradermal skin test)- इस टेस्ट में एलर्जेन की एक अधिक मात्रा को सिरिंज की हेल्प से त्वचा के अंदर पहुंचाया जाता है। जब स्किन प्रिक टेस्ट से सही जानकारी नहीं मिल पाती है, तो डॉक्टर इंट्राडर्मल स्किन टेस्ट (Intradermal skin test) की हेल्प से एलर्जी डायग्नोज करते हैं। अगर किसी भी व्यक्ति को सोया एलर्जी (Soy allergy) है, तो कुछ ही समय बाद शरीर प्रतिक्रिया देने लगता है और स्किन के रंग में बदलाव आ सकता है।
और पढ़ें: जानवर और कीड़ों से होने वाली ये एलर्जीस छीन सकती हैं आपका सुकून!
फूड चैलेंज टेस्ट (Food challenge test) – फूड चैलेंज टेस्ट को फूड एलर्जी डायग्नोज करने का बढ़िया माध्यम माना जाता है। डॉक्टर आपको सस्पेक्टेड एलर्जन की अधिक मात्रा का सेवन करने के लिए कहेंगे और साथ ही आपके शरीर में होने वाले चेंजेस को भी ऑब्जर्व करेंगे। जरूरत पड़ने पर डॉक्टर तुरंत ट्रीटमेंट भी देते हैं। ऐसा करने से फूड एलर्जी के बारे में जानकारी मिल जाती है।
सोया एलर्जी का ट्रीटमेंट (Soy allergy Treatment)
एलर्जी किसी भी प्रकार की हो, अगर आप छुटकारा पाना चाहते हैं, तो आपको एलर्जन से दूर रहना होगा। अगर आपको किसी फूड से एलर्जी है, तो उसे खाना बंद कर दे। ऐसा करके ही आप फूड एलर्जी का ट्रीटमेंट कर सकते हैं। अगरा आपको ये जानने में मुश्किल हो रही है कि आखिर आपको किस चीज से एलर्जी है, तो बेहतर होगा कि आप अपने डॉक्टर से इस बारे में जरूर पूछ लें। अगर आप किसी होटल में खाते हैं, तो बेहतर होगा कि वहां से जानकारी प्राप्त करें कि खाने में कही सोया प्रोडक्ट का इस्तेमाल तो नहीं किया जा रहा है। आपको फूड लेबल्स को भी ध्यान से पड़ना चाहिए क्योंकि इसमें प्रोडक्ट की सामग्री के बारे में जानकारी दी जाती है। अगर आपके बच्चे को सोया एलर्जी (Soy allergy) की समस्या है, तो उन्हें बताएं कि क्लास में किसी अन्य बच्चे का खाना न खाएं, वरना उन्हें समस्या हो सकती है। आपको अपने पास एलर्जी के माइल्ड रिएक्शन को रोकने के लिए हमेशा ओरल एंटीहिस्टामाइन (Oral antihistamines) रखना चाहिए। डॉक्टर आपको सेल्फ इंजेक्टेबल एपिनेफ्रीन ( Epinephrine) लेने की सलाह दे सकते हैं। जरूरत पड़ने पर आप इसका इस्तेमाल कर सकती हैं।
एलर्जी से बचने के लिए सावधानी ही इसका उपचार है। दवाओं का सेवन बीमारी के लक्षणों को कम करने में मदद कर सकता है लेकिन बीमारी पूरी तरह से ठीक नहीं करता है। अधिक जानकारी के लिए डॉक्टर से फूड एलर्जी के बारे में जरूर पूछें। हैलो हेल्थ ग्रुप किसी भी प्रकार की चिकित्सा और उपचार प्रदान नहीं करता है। हम उम्मीद करते हैं कि आपको ये आर्टिकल पसंद आया होगा। आप स्वास्थ्य संबंधी अधिक जानकारी के लिए हैलो स्वास्थ्य की वेबसाइट विजिट कर सकते हैं। अगर आपके मन में कोई प्रश्न है, तो हैलो स्वास्थ्य के फेसबुक पेज में आप कमेंट बॉक्स में प्रश्न पूछ सकते हैं और अन्य लोगों के साथ साझा कर सकते हैं।