एक्यूट लिम्फोसाइटिक ल्यूकेमिया (Acute lymphocytic leukemia) ब्लड कैंसर (Blood Cancer) का एक प्रकार है। कैंसर तब शुरू होता है जब शरीर में मौजूद कोशिकाएं असामान्य रूप से वृद्धि करने लगती हैं। ल्यूकेमिया (leukemia) वे कैंसर होते हैं जो सामान्य तौर पर विभिन्न प्रकार की ब्लड सेल्स में विकसित होते हैं। अकसर ल्यूकेमिया प्रारंभिक रूप में व्हाइट ब्लड सेल्स में डेवलप होते हैं, लेकिन कुछ ल्यूकेमिया अन्य रक्त कोशिकाओं में भी हो सकते हैं। ल्यूकेमिया के प्रकार के बारे में जानकर डॉक्टर उचित ट्रीटमेंट प्रदान करते हैं। जिसमें कीमोथेरिपी से लेकर एक्यूट लिम्फोसाइटिक ल्यूकेमिया के लिए टार्गेटेड थेरिपी (Targeted therapy for acute lymphocytic leukemia) भी शामिल है। जिसमें टार्गेटेड ड्रग्स के उपयोग से कैंसर का इलाज किया जाता है। इन ट्रीटमेंट्स के कुछ साइड इफेक्ट्स भी होते हैं।
ल्यूकेमिया के प्रकार (Types of leukemia)
ल्यूकेमिया के कई प्रकार हैं। जिनको एक्यूट (जल्दी वृद्धि करने वाले), क्रोनिक (धीरे-धीरे विकसित होने वाले), मायलॉइड सेल्स (Myeloid cells) और लिम्फोइड सेल्स (Lymphoid cells) में विकसित होने वाले कैंसर में बांटा गया है। एक्यूट लिम्फोसाइटिक ल्यूकेमिया को एक्यूट लिम्फोब्लास्टिक ल्यूकेमिया (Acute lymphoblastic leukemia) भी कहा जाता है। जैसा कि हम ऊपर बता चुके हैं कि एक्यूट का मतलब तेजी से विकसित होने वाला कैंसर होता है जिसका अगर इलाज ना किया जाए तो कुछ महीनों में ही मरीज की मौत हो सकती है।
एक्यूट लिम्फोसाइटिक ल्यूकेमिया के शुरुआत बोन मेरो (Bone Marrow) से होती है। यह बॉडी का वह हिस्सा होता है जहां नई रक्त कोशिकाएं बनती हैं। अकसर ल्यूकेमिया कोशिकाएं काफी तेजी से आक्रमण करती हैं। ये कई बार शरीर के दूसरे हिस्सों में भी फैल जाती हैं। जिसमें लिम्फ नोड्स, लिवर स्पलीन, सेंट्रल नर्वस सिस्टम (Brain and Spinal cord) और टेस्टिकल्स (testicles) शामिल हैं। कुछ कैंसर इन अंगों से शुरू होकर बोन मेरो तक फैल जाते हैं, लेकिन ये ल्यूकेमिया नहीं होते।
लिम्फोसाइट के दूसरे प्रकार को लिम्फोमास (Lymphomas) कहा जाता है। लिम्फोमास लिम्फ नोड्स और दूसरे अंगों जिसमें बोन मैरो भी शामिल है को अफेक्ट करते हैं।
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एक्यूट लिम्फोसाइटिक ल्यूकेमिया के कारण क्या हैं?
कुछ लोग जिन्हें एक्यूट लिम्फोसाइटिक ल्यूकेमिया होता उनमें एक या इससे ज्यादा रिस्क फैक्टर्स होते हैं, लेकिन सबके साथ ऐसा नहीं होता। किसी में एक या एक से अधिक रिस्क फैक्टर होने पर भी ऐसा पता लगाना बहुत मुश्किल हो सकता है कि उसे ल्यूकेमिया है। एक्यूट लिम्फोसाइटिक ल्यूकेमिया तब डेवलप होता है जब बोन मेरो सेल्स के जेनेटिक मटेरियल्स या डीएनए में परिवर्तन होता है। एक सेल के डीएनए में निर्देश होते हैं जो सेल को बताते हैं कि उसे क्या करना है। आमतौर पर डीएनए कोशिकाओं को एक निश्चित समय पर विकसित होने और मरने का निर्देश देते हैं, लेकिन एक्यूट लिम्फोसाइटिक ल्यूकेमिया में म्यूटेशन्स बोन मेरो सेल्स को लगातार बढ़ने और विभाजित होने के लिए कहते हैं।
जब ऐसा होता है, तो ब्लड सेल प्रोडक्शन आउट ऑफ कंट्रोल हो जाता है। बोन मैरो अपरिपक्व सेल्स को प्रोड्यूस करती है जो ल्यूकेमिक व्हाइट ब्लड सेल्स में डेवलप हो जाती हैं जिन्हें लिम्फोब्लास्ट (lymphoblast) कहा जाता है। ये असामान्य कोशिकाएं ठीक से कार्य करने में सक्षम नहीं होती हैं और हेल्दी सेल्स के आसपास जमा हो सकती हैं। यह स्पष्ट नहीं है कि डीएनए उत्परिवर्तन (DNA mutations) का क्या कारण है जिससे एक्यूट लिम्फोसाइटिक ल्यूकेमिया (Acute lymphocytic leukemia) हो सकता है।
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एक्यूट लिम्फोसाइटिक ल्यूकेमिया के लक्षण (Acute lymphocytic leukemia’s Symptoms)
एक्यूट लिम्फोसाइटिक ल्यूकेमिया (Acute lymphocytic leukemia) के लक्षणों में निम्न शामिल हो सकते हैं।
- मसूड़ों से खून आना
- हड्डियों में दर्द होना
- बुखार
- बार-बार इंफेक्शन होना
- बार-बार और अधिक मात्रा में नाक से खून आना
- गले, बगलों, एब्डोमिन और ग्रोइन के आसपास के लिम्फ नोड्स में सूजन
- त्वचा का पीला पड़ना
- सांस लेने में परेशानी
- कमजोरी, थकान और ऊर्जा की कमी का एहसास
अगर आपको ये लक्षण दिखाई देते हैं तो डॉक्टर से संपर्क करें। वे स्थिति के हिसाब से ट्रीटमेंट सजेस्ट करेंगे।
एक्यूट लिम्फोसाइटिक ल्यूकेमिया का इलाज (Acute lymphocytic leukemia’s treatment)
एक्यूट लिम्फोसाइटिक ल्यूकेमिया (Acute lymphocytic leukemia) का ट्रीटमेंट कई फैक्टर्स पर निर्भर रकता है जिसमें कैंसर का प्रकार, ट्रीटमेंट के संभावित साइड इफेक्ट़स, मरीज की प्राथमिकता और ओवरऑल हेल्थ शामिल है। इस कैंसर का इलाज कीमोथेरिपी, रेडिएशन थेरिपी, बोन मेरो ट्रांसप्लांट और एक्यूट लिम्फोसाइटिक ल्यूकेमिया के लिए टार्गेटेड थेरिपी से किया जाता है।
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एक्यूट लिम्फोसाइटिक ल्यूकेमिया के लिए टार्गेटेड थेरिपी (Targeted Therapy for Acute Lymphocytic Leukemia)
एक्यूट लिम्फोसाइटिक ल्यूकेमिया के लिए टार्गेटेड थेरिपी ट्रीटमेंट का एक प्रकार है जिसमें कैंसर स्पेसिफिक जींस, प्रोटीन या टिशू एनवायरमेंट को टार्गेट किया जाता है जो कैंसर की वृद्धि और उसके सर्वाइवल में मदद करते हैं। इस प्रकार का ट्रीटमेंट कैंसर कोशिकाओं की ग्रोथ और उसको फैलने से रोकने में मदद करता है। साथ ही हेल्दी सेल्स के डैमेज को रोकता है। टार्गेटेड थेरिपी ड्रग्स कैंसर सेल्स पर अटैक करके काम करती हैं। ये कीमोथेरिपी ड्रग्स से अलग होती हैं। कई बार कीमोथेरिपी (Chemotherapy) काम नहीं करती तो ये काम करती हैं। इनके साइड इफेक्ट्स भी कीमो से अलग होते हैं। कुछ ड्रग्स एक्यूट लिम्फोसाइटिक ल्यूकेमिया के लिए उपयोगी हैं। आइए जानते हैं एक्यूट लिम्फोसाइटिक ल्यूकेमिया के लिए टार्गेटेड थेरिपी में उपयोग किए जाने वाले ड्रग्स के बारे में। एक्यूट लिम्फोसाइटिक ल्यूकेमिया के लिए टार्गेटेड थेरिपी में यूज होने वाले ड्रग्स के (Tyrosine kinase inhibitors) टाइरोसीन काइनेज इंहिबिटर्स (TKIs) कहा जाता है।
ग्लीवेक (Gleevec)
ग्लीवेक एक्यूट लिम्फोसाइटिक ल्यूकेमिया के लिए टार्गेटेड थेरिपी (Targeted therapy for acute lymphocytic leukemia) में यूज होने वाले ड्रग्स में से एक है। यह ड्रग कैंसर सेल की ग्रोथ और स्प्रेड को कम करने में मदद करती है। यह कई प्रकार के ल्यूकेमिया के ट्रीटमेंट में उपयोग की जाती है। यह 100 एमजी और 400 एमजी की स्ट्रेंथ में उपलब्ध है। इसकी एक स्ट्रिप में 10 टैबलेट आती हैं। इसको खाने के बाद लेने की सलाह दी जाती है। ड्रग के उपयोग से एब्डोमिनल पेन, जी मिचलाना, मसल्स क्रैम्प, कब्ज, सूजन, खुजली, अपच, उल्टी, डायरिया, थकान, जोड़ों में दर्द, कफ और कमजोरी हो सकती है। इसके 400 एमजी के तीस टैबलेट वाले पैक की कीमत 6000 रुपए है।
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स्पाईसेल (Sprycel)
स्पाईसेल का उपयोग एक्यूट लिम्फोसाइटिक ल्यूकेमिया के लिए टार्गेटेड थेरिपी (Targeted Therapy for Acute Lymphocytic Leukemia) ट्रीटमेंट में किया जाता है। यह उन मरीजों पर उपयोग की जाती है जिनका इलाज दूसरी किसी दवा से संभव नहीं होता है। इस दवा का उपयोग खाने के साथ या खाने के बिना भी किया जा सकता है, लेकिन फायदे के लिए एक ही समय पर लेना सही होगा। डॉक्टर दवा के डोज के बारे में सही जानकारी देगा। जी मिचलाना, उल्टी और एब्डोमिनल पेन इस दवा के कॉमन साइड इफेक्ट्स हैं, हाय ब्लड प्रेशर, हार्टबीट का बढ़ना आदि लक्षण दिखाई देने पर डॉक्टर से संपर्क करना सही होगा। यह दवा कैंसर सेल्स की ग्रोथ को कम करने और उनके मल्टीपिकेशन को कम करने का काम करती है। इसके 60 टैबलेट्स वाले पैक की कीमत 80 हजार रुपए है।
टेसिगना (Tasigna)
टेसिगना एक्यूट लिम्फोसाइटिक ल्यूकेमिया के लिए टार्गेटेड थेरिपी (Targeted therapy for acute lymphocytic leukemia) ट्रीटमेंट में उपयोग होने वाली ड्रग है। इस दवा को भी ऊपर बताई गईं दवाओं की तरह ही ओरली लेना होता है। पानी के साथ दवा को निगलने की सलाह डॉक्टर देते हैं। दवा का डोज मरीज की मेडिकल कंडिशन, ट्रीटमेंट के प्रति रिस्पॉन्स, लेबोरेट्ररी टेस्ट और दूसरी दवाएं जो आप ले रहे हैं पर निर्भर करता है। दवा के उपयोग से उल्टी, दस्त, सिर में दर्द, कब्ज, जी मिचलाना जैसे साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं। इस दवा की ऑनलाइन कीमत 12000 हजार रुपए है।
Iclusig (आईक्लूसिग)
एक्यूट लिम्फोसाइटिक ल्यूकेमिया के लिए टार्गेटेड थेरिपी में आईक्लूसिग दवा का भी उपयोग किया जाता है। यह दवा बच्चों और अठारह साल से कम के लोगों के लिए सेफ है या नहीं इस बारे में जानकारी उपलब्ध नहीं है। अगर इस दवा का उपयोग किया जा रहा है तो मरीज को अपना ब्लड प्रेशर मॉनिटर रेगुलरली मॉनिटर करना चाहिए। साथ ही इसके उपयोग से ड्रग के उपयोग से एब्डोमिनल पेन, जी मिचलाना, मसल्स क्रैम्प, कब्ज, सूजन, खुजली, अपच, उल्टी, डायरिया, थकान, जोड़ों में दर्द, कफ और कमजोरी जैसे साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं। इस दवा की ऑनलाइन कीमत 75000 हजार रुपए है।
रिटक्शन (Rituxan)
एक्यूट लिम्फोसाइटिक ल्यूकेमिया के लिए टार्गेटेड थेरिपी (Targeted therapy for acute lymphocytic leukemia) में रिटक्शन को शामिल किया जाता है। यह एक्यूट लिम्फोसाइटिक ल्यूकेमिया के साथ ही क्रोनिक लिम्फोसाइटिक ल्यूकेमिया के इलाज के लिए भी उपयोग की जाती है। यह दवा इंजेक्शन के रूप में उपलब्ध है। हर मरीज के लिए डोज अलग-अलग हो सकती है। इस दवा का ऑनलाइन कीमत 37000 रुपए के लगभग है।
नोट: इन दवाओं का उपयोग हमेशा डॉक्टर की ही सलाह पर करें। हमारा मकसद इनका प्रचार करना नहीं ब्लकि अपने पाठकों को जानकारी देना है। ऊपर दी गई जानकारी को चिकित्सा का विकल्प ना समझें। साथ ही आपको बता दें कि जब जिस वेबसाइट या मार्केट से दवाएं खरीदते हैं उनके हिसाब से कीमतों में भी अंतर मिल सकता है।
उम्मीद करते हैं कि आपको लिम्फोसाइटिक ल्यूकेमिया के लिए टार्गेटेड थेरिपी (Targeted therapy for acute lymphocytic leukemia) संबंधित जरूरी जानकारियां मिल गई होंगी। अधिक जानकारी के लिए एक्सपर्ट से सलाह जरूर लें। अगर आपके मन में अन्य कोई सवाल हैं तो आप हमारे फेसबुक पेज पर पूछ सकते हैं। हम आपके सभी सवालों के जवाब आपको कमेंट बॉक्स में देने की पूरी कोशिश करेंगे। अपने करीबियों को इस जानकारी से अवगत कराने के लिए आप ये आर्टिकल जरूर शेयर करें।
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