बोन मैरो टेस्ट (Bone marrow test)- लंबी सूई की मदद से पेशेंट के बोन मैरो लेकर जांच की जाती है। इससे इलाज का कौन सा तरीका बेहतर रहेगा यह भी निश्चय किया जा सकता है।
लिंफोमा के निदान के लिए निम्नलिखित टेस्ट की सलाह दी जाती है। जैसे:
ल्यूकेमिया के लिए की जाने वाली टेस्ट जैसे फिजिकल एग्जाम, ब्लड टेस्ट एवं बोन मैरो टेस्ट लिंफोमा के डायग्नोसिस में भी किये जाते हैं। इन तीनों टेस्ट के अलावा निम्नलिखित एक टेस्ट और की जा सकती है। जैसे:
इमेजिंग टेस्ट (Imaging tests)- इस दौरान सीटी स्कैन (CT Scan), एमआरआई (MRI) या पॉजीट्रान एमिशन टोमोग्राफी (PET) की जाती है। इस टेस्ट की मदद से लिंफोमा बॉडी के अन्य ऑर्गेन में फैला है या कितना फैला है इसकी जानकारी मिलती है।
ल्यूकेमिया vs लिंफोमा (Leukemia vs Lymphoma) के निदान के लिए इन ऊपर बताये टेस्ट की जाती है। हालांकि अगर पेशेंट किसी अन्य बीमारी से पीड़ित हैं, तो ऐसी स्थिति में अन्य टेस्ट करवाने की सलाह दी जा सकती है और फिर इलाज शुरू किया जाता है।
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ल्यूकेमिया vs लिंफोमा: क्या है इसका इलाज? (Treatment of Leukemia and Lymphoma)
डॉक्टर इस कैंसर का इलाज कैसे करते हैं यह अलग-अलग पेशेंट में अलग-अलग हो सकते हैं। इसके साथ ही कैंसर कौन सी स्टेज में है यह भी ध्यान में रखा जाता है और फिर इलाज शुरू किया जाता है। ल्यूकेमिया या लिंफोमा का इलाज निम्नलिखित तरह से किया जा सकता है। जैसे:
कीमोथेरिपी (Chemotherapy)- कीमोथेरेपी कैंसर ट्रीटमेंट के दौरान दी जाती है। इससे कैंसरस सेल्स को खत्म किया जाता है। कीमोथेरिपी ओरल, इंट्रावेनस या इंट्रामस्क्युलर तरह से दी जा सकती है। कीमोथेरिपी में आवश्यकता अनुसार एवं स्टैंडर्ड प्रोटोकॉल के तहत 2 या 3 अन्य दवाओं को भी मिक्स किया जा सकता है। टारगेट थेरिपी (Targeted therapy) के दौरान भी यही प्रक्रिया अपनाई जा सकती है।
रेडिएशन थेरिपी (Radiation therapy)- रेडिएशन थेरिपी को रेडियोथेरेपी भी कहा जाता है। रेडिएशन थेरेपी की मदद से ल्यूकेमिया या लिंफोमा का इलाज किया जाता है। इस ट्रीटमेंट के दौरान रेडिएशन किरणों (Radiation Rays) के माध्यम से कैंसर के सेल्स (Cancer Cells) को खत्म किया जाता है।
स्टेम सेल ट्रांसप्लांट (Stem Cell Transplants)- ल्यूकेमिया या लिंफोमा जैसे अन्य ब्लड कैंसर के इलाज में स्टेम सेल ट्रांसप्लांट की भी मदद ली जा सकती है। दरअसल इस ट्रीटमेंट के दौरान डोनर (Donor) के ब्लड से वाइट ब्लड सेल्स (WBC) कैंसर पेशेंट के बॉडी में ट्रांसप्लांट किया जाता है। अमेरिकन मेडिकल असोसिएशन के एक जर्नल में पब्लिश्ड एक रिपोर्ट के अनुसार स्टेम सेल ट्रांसप्लांट (Stem Cell Transplants) की जानकारी से जुड़ी मुहीम भी चलाई गई थी, जिससे काफी लोग जोड़ें भी थें।
ड्रग्स (Drugs)- ल्यूकेमिया या लिंफोमा (ल्यूकेमिया vs लिंफोमा) के इलाज के दौरान नैशनल कैंसर इंस्टीटूट, यूएसए (National Cancer Institute, USA) में पब्लिश्ड रिपोर्ट के अनुसार एरानोन (Arranon), एस्परलास (Asparlas) या बेस्पोंसा (Besponsa) जैसे अन्य मेडिसिन प्रिस्क्राइब किये जा सकते हैं।
नोट: यहां कैंसर ड्रग्स (Cancer drugs) के नाम सिर्फ जानकारी के लिए दी गई है। बिना डॉक्टर के कंसल्टेशन से इन दवाओं का शरीर पर साइड इफेक्ट्स भी पड़ सकता है।
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ल्यूकेमिया vs लिंफोमा: क्या हैं इस बीमारी से बचने के उपाय? (Tips to cure Leukemia and Lymphoma)
किसी भी बीमारी से बचने के लिए सबसे पहले उस बीमारी के बारे में जानना और समझना बेहद जरूरी है। इसलिए अगर कोई व्यक्ति ल्यूकेमिया या लिंफोमा की समस्या से पीड़ित हैं, तो उन्हें इस बीमारी के लक्षणों और कारणों को समझना चाहिए और इसके साथ-साथ डॉक्टर से कंसल्ट करना चाहिए। डॉक्टर द्वारा बताये गए दिशा निर्देशों का ठीक तरह से पालन करना चाहिए और निम्नलिखित घरेलू उपाय या जीवन शैली पर ध्यान देना चाहिए। जैसे:
- संतुलित एवं पौष्टिक खाद्य (Healthy food) पदार्थों का सेवन करें।
- नियमित रूप से व्यायाम (Exercise), योग (Yog) या टहलें (Walk)।
- तनाव (Tension) से दूर रहें।
- रेडिएशन की हाई डोज से खुद को सुरक्षित रखें।
- जहरीले रसायन (Chemicals) जैसे बेंजीन से खुद को सुरक्षित रखें।
- धूम्रपान (Smoking) या तंबाकू (Tobacco) का सेवन ना करें।
- रोजाना समय से सोने और जागने की कोशिश करें।
- रेस्ट (Rest) करें।
इन छोटी-छोटी बातों का ध्यान रखने के साथ-साथ वैसे लोगों से भी डिस्टेंस मेंटेन करें, जो नेगेटिव ख्याल रखते हों। पेशेंट के साथ-साथ उनके परिवार और दोस्तों को भी पॉजिटिव रखना बेहद जरूरी है। बीमारी के बारे में बात करना जरूरी है, ना की नकारात्मकता फैलाना।
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ल्यूकेमिया से जुड़ी आपकी जानकारी है कितनी सही? जानने के लिए नीचे दिए इस क्विज को खेलिए।
अगर आप ल्यूकेमिया vs लिंफोमा (Leukemia vs Lymphoma) से जुड़े किसी तरह के कोई सवाल का जवाब जानना चाहते हैं, तो आप हमें कमेंट बॉक्स में लिखकर पूछ सकते हैं। हमारे हेल्थ एक्सपर्ट आपके सवालों के जवाब देने की कोशिश करेंगे। हालांकि अगर आप ल्यूकेमिया या लिंफोमा (Leukemia or Lymphoma) के शिकार हैं, तो डॉक्टर से कंसल्टेशन करें, क्योंकि ऐसी स्थिति में डॉक्टर आपके हेल्थ कंडिशन (Health condition) को ध्यान में रखकर और ल्यूकेमिया या लिंफोमा के लक्षणों को समझकर जल्द से जल्द इलाज शुरू करेंगे।
स्वस्थ रहने के लिए अपने डायट प्लान में हेल्दी फूड को शामिल करें, जिसमें सेहतमंद रहना का राज छिपा है। इसलिए नीचे दिए इस वीडियो लिंक को करें और एक्सपर्ट से जानें कब और क्या खाएं।
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