संक्रमण के कारण होने वाली लिवर कैंसर की समस्या को विकसित होने में कई साल (दो से तीन दशक) लग सकते हैं। ऐसे में आप बीमारी के लक्षण दिखने पर तुरंत उस की स्क्रीनिंग करा सकते हैं और कैंसर को एडवांस स्टेज में पहुंचने से पहले ही उसका ट्रीटमेंट करा सकते हैं।
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लिवर कैंसर से बचाव के लिए कीन बातों का रखना होगा ध्यान?
लिवर कैंसर से बचाव (Liver cancer prevention) पूरी तरह संभव नहीं है लेकिन हां काफी हद तक आप अपनी आदतों में सुधार करके इस बीमारी से छुटकारा पा सकते हैं। आप अपनी लाइफस्टाइल को बदल कर, रेग्युलर एक्सरसाइज करके, वेट को मेंटेन करके, हेल्दी डाइट लेकर और एल्कोहॉल का सेवन बंद करके लिवर कैंसर की बीमारी के खतरे को काफी हद तक कर सकते हैं। हेपेटाइटिस बी और सी वायरस से भी दूरी भी आपको लिवर कैंसर से बचाने का काम करती है।
हेपेटाइटिस बी (Hepatitis B) और हेपेटाइटिस सी (Hepatitis C) से बचाव
लिवर कैंसर से बचाव के लिए आपको लिवर इंफेक्शन के बारे में जानकारी जरूरी है। हेपेटाइटिस बी और हेपेटाइटिस सी का ट्रीटमेंट अगर सही समय पर नहीं हो पाता है, तो इसके कारण लिवर को बहुत नुकसान पहुंचता है। हेपेटाइटिस बी के टीके बच्चों और वयस्कों को दिए जाते हैं। आपको भी समय पर इन टीकों को बच्चों को जरूर लगवाना चाहिए और साथ ही खुद भी इस बीमारी के लिए वैक्सीन लेनी चाहिए। अगर आपको क्रॉनिक हेपेटाइटिस बी की समस्या है, तो आप एंटीवायरल थेरिपी भी ले सकते हैं। समय-समय पर अल्ट्रासाउंड (Ultrasound), सीटी, एमआरआई आदि बीमारी के खतरे को कम करने का काम करती है।
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