
बर्किट’स लिम्फोमा का निदान (Diagnosis of Burkitt’s Lymphoma)
बर्किट’स लिम्फोमा (Burkitt’s Lymphoma) बहुत जल्दी फैलता है, इसलिए इसका जल्दी निदान होना बेहद जरूरी है। किसी को अगर यह कैंसर होने का संदेह है या बायोप्सी से लिम्फ नोड्स या उसके अन्य भागों में सूजन पाई गई है या अन्य कोई और समस्या है, तो बायोप्सी से टिश्यू के सैंपल को जांचा जाएगा। इससे यह निर्धारित हो सकता है कि रोगी को बर्किट’स लिम्फोमा (Burkitt’s Lymphoma) है या नहीं। इस समस्या के निदान के लिए अन्य टेस्ट इस प्रकार हैं:
- कंप्यूटेड टोमोग्राफिक स्कैन (Computed tomographic) जिसमें छाती, पेट और पेल्विस की तस्वीर ली जाएगी।
- छाती का एक्स रे (Chest X-ray)
- पॉज़िट्रान एमिशन टोमोग्राफी (Positron Emission Tomography)
- बोन मैरो बायोप्सी (Bone Marrow Biopsy)
- स्पाइनल फ्लूइड की जांच (Exam of Spinal Fluid)
- किडनी और लिवर फंक्शन को जांचने के लिए ब्लड टेस्ट (Blood tests)
- HIV डिजीज की टेस्टिंग (Testing for HIV Disease)
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बर्किट’स लिम्फोमा का उपचार किस तरह से संभव है? (Treatments of Burkitt’s Lymphoma)
इंटेंसिव इंट्रावेनस कीमोथेरेपी (Intensive Intravenous Chemotherapy) इस समस्या के उपचार का बेहतरीन तरीका है। जिसके लिए रोगी को अस्पताल में भी रहना पड़ सकता है। क्योंकि, यह कैंसर ब्रेन और स्पायनल कॉर्ड के आसपास फ्लूइड में फैल सकता है, ऐसे में कीमोथेरेपी दवाओं को भी सीधे सेरिब्रलस्पायनल फ्लूइड (Cerebrospinal Fluid) में इंजेक्ट किया जा सकता है। इस उपचार को इंट्राथीकल कीमोथेरेपी (Intrathecal Chemotherapy) के रूप में जाना जाता है।
बर्किट’स लिम्फोमा (Burkitt’s Lymphoma) के लिए जिन दवाइयों का प्रयोग कई कॉम्बिनेशन में किया जाता है। यह दवाइयां इस प्रकार हैं:
- साईक्लोफॉस्फोमाईड (Cyclophosphamide)
- सायटेरेबिन (Cytarabine)
- डॉक्सोरूबिसिन (Doxorubicin)
- मेथोट्रेक्सेट (Methotrexate)
- विन्क्रिस्टाईन (Vincristine)
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बर्किट’स लिम्फोमा (Burkitt’s Lymphoma) के अन्य उपचारों में इंटेंसिव कीमोथेरेपी भी शामिल है। जिसे अन्य दवाइयों के कॉम्बिनेशन में दिया जा सकता है, जैसे:
- रिटक्सिमैब (Rituximab) : यह एक मोनोक्लोनल एंटीबॉडी है (Monoclonal Antibody) जो कैंसर कोशिकाओं पर प्रोटीन से चिपक जाता है और कैंसर कोशिकाओं पर हमला करने के लिए इम्यून सिस्टम को उत्तेजित करता है।
- ऑटोलोजिस स्टेम सेल ट्रांसप्लांटेशन (Autologous Stem Cell Transplantation) :ऑटोलोजिस स्टेम सेल ट्रांसप्लांटेशन में रोगी के स्टेम सेल्स को रिमूव किया जाता है, स्टोर किया जाता है और उसके बाद शरीर में वापस कर दिया जाता है। इसके साथ ही उपचार के अन्य तरीकों को भी अपनाया जा सकता है, जैसे:
- रेडिएशन थेरेपी (Radiation Therapy)
- स्टेरॉयड थेरेपी (Steroid Therapy)
- कुछ मामलों में इंटेस्टाइन के उस पार्ट को रिमूव करने के लिए जो ब्लॉक है या अन्य समस्या है, सर्जरी का प्रयोग भी किया जाता है।
नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ हेल्थ (National Institutes of Health) के अनुसार बर्किट’स लिम्फोमा (Burkitt’s Lymphoma)एक तेजी से बढ़ने वाला कैंसर है। जो अधिकतर बच्चों या युवा लोगों को प्रभावित करता है। यह समस्या जबड़ों, सेंट्रल नर्वस सिस्टम, बॉवेल, किडनी, ओवरीज और अन्य अंगों को प्रभावित करती है। जल्दी निदान होने पर इसका उपचार संभव है।

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अगर किसी बच्चे में बर्किट’स लिम्फोमा (Burkitt’s Lymphoma) का निदान होता है, तो यह एक भयानक स्थिति हो सकती है। हालांकि, यह कैंसर दुर्लभ है, लेकिन अगर इसका उपचार न किया जाए,तो यह जानलेवा हो सकता है। इस कैंसर का उपचार भी मुश्किल और लंबा हो सकता है। लेकिन, इस समस्या में स्वस्थ और एक्टिव रहने के लिए आपका सही और पौष्टिक आहार का सेवन करना, पर्याप्त नींद लेना, व्यायाम करना, सकारात्मक रहना बेहद जरूरी है। इसके साथ ही डॉक्टर के साथ-साथ परिवार और दोस्तों का सपोर्ट होना भी आवश्यक है, इससे आपको जल्दी सामान्य जीवन जीने में मदद मिलेगी।