कोविड-19 (कोरोना वायरस) एक जानलेवा वायरस है, यह बात तो सभी जानते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि दुनिया भर में कोविड-19 संक्रमितों के आंकड़े लाखों तक पहुंच चुके हैं और कोरोना वायरस से मौत की संख्या भी 47 हजार से अधिक हो चुकी है। भारत में भी कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या 2 हजार पहुंचने को है और वायरस से मरने वालों की संख्या भी तेजी से बढ़ रही है। आप कोरोनो से जुड़ी अपडेट्स रोज पढ़ रहे होंगे लेकिन आपके लिए यह जानना जरूरी है कि कैसे इसे मामूली फ्लू समझने की गलती, तबाही लेकर आई। देखें आंकड़ो की नजर से…
कोविड-19 संक्रमितों के आंकड़े : पहले जानें कोरोना वायरस (कोविड19) कैसे फैलता है?
अगर कोई व्यक्ति कोरोना वायरस से संक्रमित है और वह छींकता या खांसता है, तो उसके मुंह या नाक से निकलने वाला स्लाइवा (DROPLETS) दूसरे लोगों तक पहुंचता है, तो दूसरे लोग भी संक्रमित हो जाते हैं।
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चीन में कोविड-19 संक्रमित के आंकड़े
कोविड-19 (कोरोना वायरस) का सबसे पहला संक्रमित व्यक्ति चीन के वुहान शहर में मिला। वुहान चीन का एक बड़ा शहर है। इसकी आबादी 11 मिलियन है। 1 दिसंबर 2019 वुहान में पहला मरीज मिलने के ठीक 5 दिन बाद पता चला कि मरीज की पत्नी भी कोरोना वायरस से पीड़ित है। यहीं से पहले चीन और फिर बाद में दुनिया भर में कोरोना वायरस का फैलाव शुरू होने लगा।
वुहान के डॉक्टरों ने कोरोना के संक्रमितों की जांच शुरू की। जांच में पता चला कि कोविड-19 वायरस एक इंसान से दूसरे इंसान में फैल रहा है। 3 जनवरी तक वुहान में कुल 44 लोग संक्रमित पाए गए।
कोरोना वायरस की पहचान के समय कोविड-19 संक्रमितों के आंकड़े
8 जनवरी को चीन ने वायरस की पहचान का दावा किया। 12 जनवरी को वुहान में कोरोना संक्रमित मरीज का इलाज करने वाले डॉक्टर ली को हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया, क्योंकि वह भी वायरस से संक्रमित हो गए थे। 13 जनवरी को पहली बार चीन से बाहर थायलैंड में कोरोना संक्रमित व्यक्ति मिला। इस व्यक्ति ने वुहान की यात्रा की थी। 21 जनवरी 2020 को पूरी दुनिया में कुल 282 संक्रमित मामलों की पुष्टि की गई। इनमें चीन में 278, थाइलैंड में 2 और जापान में 1 और दक्षिण कोरिया में 1 मरीज थे।
इस समय तक वुहान में कोविड-19 पूरी तरह फैल चुका था। लोग बीमार हो रहे थे, मर रहे थे। संक्रमण को रोकने और शहर को सुरक्षित करने के लिए चीन ने 23 जनवरी को वुहान में न सिर्फ पूरे शहर की परिवहन सेवा को बंद कर दिया गया, बल्कि लॉकडाउन भी कर दिया। 18 मिलियन से अधिक लोगों को आइसोलेशन में रखा गया। चीन ने भले ही पूरे शहर को लॉकडाउन कर दिया, लेकिन इस समय तक बीमारी पूरी दुनिया में फैल चुकी थी।
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महामारी घोषित होने के बाद कोविड-19 संक्रमितों के आंकड़े
डब्ल्यूएचओ की रिपोर्ट के अनुसार, इसके बाद जर्मनी, जापान, वियतनाम और अमेरिका जैसे देशों में ऐसे व्यक्ति संक्रमित देखे गए, जिन्होंने चीन की यात्रा तो नहीं की, लेकिन वे संक्रमित थे। जांच के बाद पता चला कि ऐसे लोग उन लोगों के संपर्क में आए थे, जिन्होंने चीन के वुहान शहर की यात्रा की थी। 26 जनवरी 2020 को दुनिया भर में संक्रमित लोगों की संख्या बढ़कर 2014 हो गई। इसमें चीन में अकेले कोविड-19 संक्रमितों के आंकड़े 1985 हो गए थे।
30 जनवरी को नोवल कोरोना वायरस से केवल अमेरिका में पहली बार 30 व्यक्ति संक्रमित मिले जबकि दुनिया भर में संक्रमित लोगों की संख्या 8096 तक पहुंच गई थी। इतनी संख्या में संक्रमण बढ़ने के बाद डब्ल्यूएचओ ने इसे महामारी घोषित कर दिया। डब्ल्यूएचओ ने 29 जनवरी 2020 को अपनी रिपोर्ट में कहा कि नोवल कोरोनावायरस से होने वाली मृत्यु दर 2% तक हो सकती है।
अमेरिका में पिछले दो हफ्ते में चीन की यात्रा कर चुके लोगों के घुसने पर रोक लगा दी गई। 31 जनवरी 2020 को यूके (यूनाइटेड किंगडम) में भी कोरोना वायरस से संक्रमित संख्या 2 थी। कनाडा में 4 केस, रूस में 2, तो स्वीडन और स्पेन में 1-1 मरीज मिले।
भारत में कोविड-19 संक्रमितों के आंकड़े
1 फरवरी 2020 को दुनिया भर में संक्रमित लोगों की संख्या बढ़कर 17238 हो गई, जिसमें हुवेई में अकेले 11177 मामले पाए गए। 6 फरवरी 2020 को संक्रमित लोगों की संख्या बढ़कर 28060 हो गई। हुवेई में 19665 लोग बीमार हो गए। पूरी दुनिया में भी बीमार लोगों की संख्या बढ़कर 44730 तो पूरे चीन में 33366 हो गए। इनमें जापान में 28, दक्षिण कोरिया में 28, मलेशिया में 18, आस्ट्रेलिया और वियतनाम में 15, थाइलैंड में 33, कंबोडिया में 1 मरीज मिले।
इसी तरह भारत में कोरोना के 3 मरीज, नेपाल और श्रीलंका में 1, तो अमेरिका में 13, जर्मनी में 16, कनाडा में 7, फ्रांस में 11, यूके में 8, इटली में 3, रूस और स्पेन में 2-2, बेल्जियम में 1, फ़िनलैंड और स्वीडन में 1-1 और दुबई में 8 लोग संक्रमित पाए गए।
दुनिया भर में कोविड-19 संक्रमितों के आंकड़े
विश्व में कोरोना वायरस से संक्रमित संख्या बहुत तेजी से बढ़ने लगी। डब्ल्यूएचओ की रिपोर्ट के अनुसार, कोविड-19 से 18 फरवरी तक चीन में कोविड-19 संक्रमितों के आंकड़े 142823 तक पहुंच चुके थे और इसके कारण मरने वाले लोगों की संख्या 88 तक पहुंच चुकी थी। इस समय तक जापान में 65, दक्षिण कोरिया में 31, मलेशिया में 22, वियतनाम में 16, आस्ट्रेलिया में 15, फिलिपिंस में 3, थाइलैंड में 35 लोग वायरस से संक्रमित होने की खबर मिली।
भारत सहित अन्य कुछ देशों में मरीजों की संख्या तो ज्यादा नहीं बढ़ी, लेकिन अन्य देशों अमेरिका में 15, बेल्जियम में 1, इजिप्ट में 1 से लोगों के संक्रमित होने की रिपोर्ट आने लगी।
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24 फरवरी 2020 को कोविड-19 संक्रमितों के आंकड़े
24 फरवरी को कोरोना वायरस से संक्रमित संख्या चीन में बढ़कर 142823 हो गई और मरने वालों की संख्या 150 तक पहुंच गई। अब तक कोरोना वायरस ने पूरी दुनिया में अपना विकराल रूप दिखाना शुरू कर दिया था। दुनिया भर में कोविड-19 के मरीजों की संख्या बढ़ने लगी और जापान में 144, दक्षिण कोरिया में 763, मलेशिया में 22, आस्ट्रेलिया में 22, फिलिपिंस में 3, थाइलैंड में 35 हो गए।
हालांकि, भारत में यह संख्या नहीं बढ़ी, लेकिन अमेरिका में 35, जर्मनी में 16, कनाडा में 9, फ्रांस में 12, यूके में 9 तक पहुंच गई। इटली में यह वायरस तेजी से फैलने लगा और संक्रमित लोगों की संख्या 124 तक हो गई। कोविड-19 के ईरान में 43 तो कुवैत में 3 संक्रमित मरीज मिले और दुनिया भर में मरने वालों की संख्या 23 तक पहुंच गई।
चीन के लॉकडाउन के समय कोविड-19 संक्रमितों के आंकड़े
चीन से जिस तरह वुहान को लॉकडाउन किया था, उसका असर चीन में दिखने लगा। 06 मार्च 2020 को चीन में कोविड-19 संक्रमितों के आंकड़े तो नहीं बढ़े, लेकिन मरने वाले लोग की संख्या अचानक से बढ़कर 3045 हो गई। यह समय था जब बीमारी पूरी दुनिया में तेजी से फैलने लगी। देखते ही देखते कोविड-19 के सिंगापुर में 117, जापान में 349, दक्षिण कोरिया में 6284, मलेशिया में 55, आस्ट्रेलिया में 57, थाइलैंड में 47 लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हो गए।
भारत में भी संक्रमित मरीजों की गिनती 30 हो गई, अमेरिका में 148, जर्मनी में 534, कनाडा में 45, फ्रांस में 420 तक पहुंच गई। यूके में 118, नार्वे में 86, स्विटज़रलैंड में 86, नीदरलैंड में 82 तक हो गई। इटली में 3858, स्पेन में 257, बेल्जियम में 50, आस्ट्रिया में 47, ग्रीस में 32 लोग संक्रमित पाए गए। फ़िनलैंड और स्वीडन में 61, दुबई में 13 और ईरान में 3513, कुवैत में 58, बहरीन 49 मिले। वायरस से मरने वालों की संख्या 335 हो गई।
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विश्व में हाहाकार मचाने वाले कोविड-19 संक्रमितों के आंकड़े
अब तक कोविड-19 पूरी दुनिया के लिए भयानक त्रासदी बन चुकी थी। जगह-जगह लोग संक्रमित होने लगे। दुनिया भर से रोज लोगों की खबरें आने लगीं। चारों ओर हाहाकार मचने लगा। एक देश में किसी शहर को लॉकडाउन कर दिया गया, तो दूसरे देश में तमाम तरह के प्रतिबंध लगाए गए, लेकिन इसके बाद भी बीमारी पर नियंत्रण नहीं पाया जा सका। दरअसल, पूरी दुनिया ने इस वायरस के संक्रमण और होने वाले परिणामों के बारे में जितना अंदाजा लगाया था, वह बहुत ही कम थी।
चीन ने अपने यहां संक्रमण पर काबू पाने की कोशिश की और इसमें चीन को पूरी तरह कामयाबी मिली। 18 मार्च 2020 की डब्ल्यूएचओ की रिपोर्ट यह बताती है कि चीन में कोविड-19 संक्रमितों के आंकड़े घट कर कुल 81116 मामले रह गए, जिसमें नए मामले केवल 39 ही थे और मरने वाले लोग की संख्या 3231 थी। जापान में 829 लोग संक्रमित हो चुके थे और मरने वालों की संख्या 28 तक पहुंच गई थी, दक्षिण कोरिया में 8320 लोग संक्रमित हो चुके थे और मरने वालों की संख्या 84, आस्ट्रेलिया में 414 लोग संक्रमित हो चुके थे और मरने वालों की संख्या जबकि मरने वाले 5, फिलिपिंस में 187 लोग तो मरने वाले 12 हो चुके थे।
कोविड-19 संक्रमितों के आंकड़े और मौतों की संख्या
18 मार्च 2020 तक भारत में संक्रमित लोगों की संख्या 137 हो गई और 3 लोगों की इसके कारण मृत्यु हो गई। अमेरिका में 3536 संक्रमित और 58 की मृत्यु, जर्मनी 7156 संक्रमित और 13 की मृत्यु, फ्रांस में 7652 संक्रमित और 175 की मृत्यु, यूके में 1954 संक्रमित और 55 की मृत्यु, स्वीटजरलैंड में 2650 संक्रमित और 5 की मृत्यु, नीदरलैंड में 1705 संक्रमित और वायरस से मरने वालों की संख्या 43 हो गई।
इटली में स्थिति धीरे-धीरे भयावह होने लगी। यहां संक्रमित लोगों की संख्या 31506 तक तो मरने वालों की संख्या 345, स्पेन में 11178 और 491, बेल्जियम 1486 और 44, ईरान में 16669 और 988, ईराक 154 और11 हो गई। दुनिया भर में 191127 लोग संक्रमित और 7807 लोग मारे गए।
दुनिया भर की ऐसी स्थिति देखकर भारत सरकार ने गंभीरता दिखाते हुए देश भर के लोगों से जनता कर्फ्यू की अपील की। जनता कर्फ्यू में लोगों का सहयोग मिलने के तुरंत बाद वायरस की विकरालता को देखते हुए भारत में भी 24 मार्च 2020 को देश भर में 21 दिन के लिए लॉकडाउन घोषित कर दिया गया।
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भारत में लॉकडाउन के समय कोरोना वायरस से मौत की संख्या
डब्ल्यूएचओ के अनुसार, 24 मार्च 2020 तक अब तक पूरी दुनिया में वायरस से मरने वालों की संख्या 16231 हो चुकी थी जबकि 372755 लोग अभी भी संक्रमित थे और हॉस्पिटल में जीवन और मृत्यु के बीच संघर्ष कर रहे थे। इस तारीख के आंकड़ों के अनुसार, चीन में 3283 मौतों के साथ-साथ जापान में 1128 संक्रमण और 42 मौत, सिंगापुर में 507 संक्रमण और 2 मौत, दक्षिण कोरिया में 9037 संक्रमण और मरने वाले 120, आस्ट्रेलिया में 1709 संक्रमण जबकि 7 की मृत्यु हुई।
भारत में लॉकडाउन और दूसरे देशों का हाल
यही आंकड़ा, बेल्जियम में 3743-88, तुर्की में 1529-37, मलेशिया में 1518-14 हो गई। भारत में भी 434 लोग संक्रमित तो 9 की मृत्यु, इंडोनेशिया आंकड़ा 579-49, अमेरिका में 42164-474, ब्राजील में 1546-25, जर्मनी में 29212-126, फ्रांस में 19615-860 हो गई। यूके में 6654-335, स्विटज़रलैंड में 8015-66, ईराक 266-23, नीदरलैंड में 4749-213, आस्ट्रिया में 4486-25 हो गई।
शुरुआत में इटली और ईरान ने कोविड-19 को बहुत गंभीरता से नहीं लिया गया, जिसका परिणाम यह हुआ कि इन देशों के कोने-कोने में संक्रमण फैल गया और संक्रमित लोगों की संख्या के साथ-साथ मरने वालों की संख्या भी तेजी से बढ़ी। कुल 63927 लोग संक्रमित हो गए और इनमें से 6077 लोगों को जान से हाथ धोना पड़ा। कुछ ऐसा ही आंकड़ा स्पेन 33089-2182 और ईरान में 23049-1812 में भी देखने को मिला।
डब्ल्यूएचओ के आंकड़े
डब्ल्यूएचओ ने ये आंकड़े ग्रोथ फैक्टर के अनुसार जारी किए हैं। ग्रोथ फैक्टर की गणना ग्रोथ रेट से की जाती है। ग्रोथ रेट में रोज के नए मामले या पिछले दिन संक्रमित हुए वैसे नए मामले को शामिल किया जाता है, जिनकी जानकारी पहली बार मिलती है। उदाहरण के लिए, अगर किसी बीमारी की ग्रोथ रेट 7% तक बनी हुई है, तो ग्रोथ फैक्टर 1.07 माना जाता है। अगर ग्रोथ फैक्टर में 1 से ऊपर है, तो इससे यह संकेत मिलता है कि बीमारी बढ़ रही है, जबकि 0 से 1 ग्रोथ के बीच ग्रोथ फैक्टर से बीमारी के घटने का संकेत मिलता है।
अबतक नहीं बनी वैक्सीन
अभी तक इस वायरस से बचने के लिए किसी तरह का कोई टीका उपलब्ध नहीं है। यही कारण है कि कोविड-19 संक्रमितों के आंकड़े और मरने वालों की संख्या में लगातार इजाफा होता जा रहा है। सच यह है कि आज की स्थिति या आंकड़े दुनिया को और भी डराने वाले हैं। भारत और अमेरिका सहित कई देशों में संक्रमण और मरने वाले लोगों की संख्या बढ़ती ही जा रही है और सरकारें बेबस नजर आ रही हैं।
हालांकि, कई देशों में कोविड-19 के वैक्सीन बनाने की शुरुआत भी की जा चुकी है, लेकिन कड़वी सच्चाई यह है कि जब तक कोविड-19 का वैक्सीन बन नहीं जाता, तब तक अपने जीवन को बचाने के लिए कोरोना वायरस के संक्रमण से बचना ही एक ठोस उपाय है। डॉक्टरों के अनुसार, कोरोना वायरस से बचने का सबसे बेहतर उपाय है कि साफ-सफाई का पूरा ध्यान रखें। अपने हाथों को हमेशा साफ रखें। सामाजिक दूरी का पालन करें। सामाजिक दूरी के समय बाहरी लोगों न मिलें। कोविड-19 संक्रमित व्यक्ति से दूरी बनाए रखें। आप कम से कम लोगों से मिलने की कोशिश करें। खांसी, सर्दी, सिर दर्द या बुखार जैसे लक्षण महूसस होने पर परिवार के अन्य सदस्यों से दूरी बना लें और तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। इससे आप अपने आपको और पूरे परिवार को कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाने में सफल हो सकेंगे।
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