के द्वारा मेडिकली रिव्यूड डॉ. प्रणाली पाटील · फार्मेसी · Hello Swasthya
फ्लूटिकासोन प्रोपियोनेट+साल्मेटेरोल का इस्तेमाल अस्थमा या मौजूदा फेफड़ों की बीमारी से होने वाली सांस की घरघराहट और सांसों की कमी को नियंत्रित और इनके लक्षणों को रोकने के लिए किया जाता है। यह दो दवाइयों का कॉम्बिनेशन है। फ्लूटिकासोन प्रोपियोनेट कोर्टिकोस्टेरॉयड ग्रुप की दवा है। यह श्वास नली में जलन और सूजन को कम करके कार्य करती है। साल्मेटेरोल लॉन्ग-एक्टिंग बीटा एघोनिस्ट्स (long-acting beta agonists) ग्रुप की दवा है। यह फेफड़ों में श्वास नली को खोल देती है, जिससे सांस लेने में आसानी होती है। सांस लेने में पेश आ रही परेशानियों के लक्षणों पर नियंत्रण होने से स्कूल या दफ्तर में प्रभावित होने वाला समय कम हो जाता है। इससे दिनचर्या का अन्य कार्य करने में आसानी होती है। अस्थमा के इलाज के लिए जब अस्थमा की दवाइयों या अस्थमा को नियंत्रित करने वाले इनहेलर (कोर्टिकोस्टेरॉयड वाले श्वास पंप) से समस्या कंट्रोल में नहीं आती है, तब इस दवा का इस्तेमाल किया जाना चाहिए।
फ्लूटिकासोन प्रोपियोनेट+साल्मेटेरोल को स्टोर करने का सबसे बेहतर तरीका है इसे कमरे के तापमान पर रखना। इसे सूर्य की सीधी किरणों और नमी से दूर रखें। दवा को खराब होने से बचाने के लिए आपको फ्लूटिकासोन प्रोपियोनेट+साल्मेटेरोल को बाथरूम या फ्रीजर में नहीं रखना है। फ्लूटिकासोन प्रोपियोनेट+साल्मेटेरोल के अलग-अलग ब्रांड्स को अलग तरीकों से स्टोर किया जाता है। इसे रखने से पहले सबसे बेहतर होगा कि आप दवा के पैकेज पर छपे निर्देशों को पढ़ लें या फार्मासिस्ट से पूछें। सुरक्षा की दृष्टि से सभी दवाइयों को अपने बच्चों और पेट्स से दूर रखें। जब तक कहा न जाए तब तक सुरक्षा की दृष्टि से आपको फ्लूटिकासोन प्रोपियोनेट+साल्मेटेरोल को टॉयलेट या नाली में नहीं बहाना है। आवश्यकता न रहने या एक्सपायरी की स्थिति में दवा का समुचित तरीके से निस्तारण जरूरी है। सुरक्षित तरीके से इसका निस्तारण करने के लिए अपने फार्मासिस्ट से सलाह लें।
निम्नलिखित समस्याओं में फ्लूटिकासोन प्रोपियोनेट+साल्मेटेरोल का इस्तेमाल करने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह अवश्य लें:
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फ्लूटिकासोन प्रोपियोनेट+साल्मेटेरोल अजन्मे शिशु को नुकसान पहुंचा सकती है या नहीं, इस संबंध में अधिक जानकारी नहीं है। यदि आप प्रेग्नेंट हैं तो बिना डॉक्टर की सलाह के इस कॉम्बिनेशन का इस्तेमाल न करें।
ब्रेस्टफीडिंग के दौरान यह कॉम्बिनेशन मां के दूध के जरिए शिशु की बॉडी में प्रवेश करता है या नहीं, इस संबंध में अधिक जानकारी उपलब्ध नहीं है। सुरक्षा की दृष्टि से स्तनपान के दौरान किसी भी दवा का इस्तेमाल करने से पहले अपने डॉक्टर या फार्मासिस्ट से सलाह अवश्य लें।
फ्लूटिकासोन प्रोपियोनेट+साल्मेटेरोल के इस्तेमाल से आपको निम्नलिखित साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं:
इस कॉम्बिनेशन के कुछ दुर्लभ और गंभीर साइड इफेक्ट्स हैं। इनके लक्षण नजर आते ही तत्काल डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए:
हालांकि, हर व्यक्ति को यह साइड इफेक्ट्स नहीं होते हैं। उपरोक्त दुष्प्रभाव के अलावा भी फ्लूटिकासोन प्रोपियोनेट+साल्मेटेरोल के कुछ साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं, जिन्हें ऊपर सूचीबद्ध नहीं किया गया है। यदि आप इसके साइड इफेक्ट्स को लेकर चिंतित हैं तो अपने डॉक्टर या हर्बलिस्ट से सलाह लें।
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फ्लूटिकासोन प्रोपियोनेट+साल्मेटेरोल के साथ निम्नलिखित दवाइयां रिएक्शन कर सकती हैं। आमतौर पर इस कॉम्बिनेशन को निम्नलिखित दवाइयों के साथ नहीं लेना चाहिए। इस कॉम्बिनेशन का इस्तेमाल करने से पहले अपने डॉक्टर को उन सभी दवाइयों की सूची दें, जिनका आप मौजूदा समय में सेवन कर रहे हैं।
उपरोक्त दवाइयों के अलावा भी कुछ ऐसी दवाइयां हो सकती हैं, जो इस कॉम्बिनेशन के साथ रिएक्शन कर सकती हैं। इसकी अधिक जानकारी के लिए अपने डॉक्टर या फार्मासिस्ट से सलाह अवश्य लें।
एल्कोहॉल के साथ फ्लूटिकासोन प्रोपियोनेट+साल्मेटेरोल का इस्तेमाल करना सुरक्षित है या नहीं, इस संबंध में पर्याप्त जानकारी उपलब्ध नहीं है। यदि आप भी एल्कोहॉल के साथ इस कॉम्बिनेशन का उपयोग करने जा रहे हैं तो बिना डॉक्टर की सलाह के इसे इस्तेमाल न करें। ऐसा करने से आपको गंभीर साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं।
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क्रॉनिक ओबस्ट्रक्टिव पल्मनरी डिजीज में अडल्ट्स के लिए सामान्य मेंटेनेंस डोज: फ्लूटिकासोन प्रोपियोनेट+साल्मेटेरोल 250/50 mcg का एक इन्हेल दिन में दो बार। दोनों के बीच में 12 घंटों का अंतराल रखें।
4-11 वर्ष:
फ्लूटिकासोन प्रोपियोनेट+साल्मेटेरोल 100/50 mcg: दिन में दो बार एक इन्हलेशन।
आपात या ओवरडोज की स्थिति में तुरंत अपने नजदीकी डॉक्टर या आपातकालीन सेवा से संपर्क करें।
फ्लूटिकासोन प्रोपियोनेट+साल्मेटेरोल (Fluticasone propionate+Salmeterol) का डोज मिस हो जाए तो क्या करूं?
अगर आप इसकी डोज मिस हो जाए, तो अगली डोज का समय आने पर ले लें। ध्यान रहे कि इसकी डबल डोज न लें।
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