परिचय
मुलेठी (Licorice) क्या है?
मुलेठी को लीकोरिस रुट (licorice root), स्वीट रुट (sweet root), गान काओ (gan cao), चाइनीज लीकोरिस (Chinese licorice) के नाम से भी जाना जाता है। इसका वानस्पातिक नाम Glycyrrhiza glabra है। स्वाद में यह मीठी होती है। आमतौर पर यह औषधि ग्रीस, टर्की और एशिया में पाई जाती है। मुलेठी का प्रयोग कई बीमारियों के इलाज के लिए किया जाता है।
पौराणिक समय से मुलेठी का प्रयोग पेट में सूजन और ऊपरी श्वास संबंधी समस्याओं के लिए किया जा रहा है। आज लोग इसे पाचन संबंधित परेशानियों के लिए डायटरी सप्लीमेंट के रूप में लेते हैं। इसका इस्तेमाल मेनोपॉज के लक्षण, कफ, बैक्टीरिया और वायरल इंफेक्शन के लिए भी किया जाता है। गले में खराश, ब्रोंकाइटिस, खांसी में इसे चूसने की सलाह दी जाती है। बालों के लिए भी इसे फायदेमंद माना जाता है। इसका इस्तेमाल शैंपू के तौर पर भी किया जा सकता है।
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उपयोग
मुलेठी (Licorice) का उपयोग किस लिए किया जाता है?
पेट को दुरुस्त रखने में मदद करती है
मुलेठी को गैस्ट्रोइंटेस्टिनल परेशानियों के लिए इस्तेमाल किया जाता है। इसके अलावा फूड पॉइजनिंग, पेट में अल्सर और हार्टबर्न में भी इसे उपयोगी माना जाता है। इसमें एंटी-इंफ्लामेटरी प्रॉपर्टीज और ग्लिसराइजिक एसिड (glycyrrhizic acid) होता है जो इम्यून सिस्टम को बूस्ट करने का काम करते हैं।
कैंसर के ट्रीटमेंट में फायदेमंद
कई शोध के मुताबिक, मुलेठी का प्रयोग ब्रेस्ट और प्रोस्टेट कैंसर में फायदा करता है। हालांकि एफडीए द्वारा अभी इसे मंजूरी नहीं मिली है। अमेरिकन कैंसर सोसायटी के अनुसार, फिलहाल इस पर शोध जारी हैं।
दांतों के लिए फायदेमंद
मुलेठी में एंटी-बैक्टीरियल प्रॉपर्टीज होती हैं जो कैविटी, माउथ अल्सर, बैक्टीरिया और ओरल यीस्ट इंफेक्शन का सफाया करने में मददगार है।
श्वसन तंत्र को साफ करती है
मुलेठी का प्रयोग श्वसन समस्याओं के इलाज के लिए भी किया जाता है। इसका सेवन शरीर को स्वस्थ बलगम का उत्पादन करने में मदद करता है। स्वस्थ बलगम श्वसन प्रणाली को पुराने, चिपचिपे बलगम से राहत दिलाता है।
सफेद पानी की परेशानी को दूर करती है
सफेद पानी की समस्या को दूर करने के लिए मुलेठी को वरदान समान माना जाता है। व्हाइट डिस्चार्ज की समस्या से निजात पाने के लिए सुबह शाम इसके चूर्ण को एक गिलास पानी के साथ लेने की सलाह दी जाती है।
तनाव से राहत दिलाती है
मुलेठी को तनाव से राहत पाने वाली औषधि माना जाता है। कई स्टडी के अनुसार, मुलेठी का प्रयोग कर हम खुद को स्ट्रेस फ्री रख सकते हैं। यह नर्वस सिस्टम में ब्लड सर्कुलेशन को सुधारता है। इसे बच्चों को दिमाग तेज करने के लिए दवा के रूप में भी दिया जाता है।
स्किन संबंधित परेशानियों को करे दूर
एक्जिमा के इलाज के लिए इस्तेमाल की जाने वाली दवाओं में इसका इस्तेमाल किया जाता है। मुलेठी में एंटीबैक्टीरियल प्रॉपर्टीज होती हैं, जिस वजह से इसका इस्तेमाल कई डर्मेटोलॉजी ट्रीटमेंट के दौरान किया जाता है।
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इन परेशानियों में भी उपयोगी है मुलेठी का सेवन
- हाई कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करता है
- एलर्जी के इलाज के लिए
- माइक्रोबॉयल और वायरल इंफेक्शन के इलाज में लाभदायक
- सांप के काटने में इस्तेमाल किया जाता है
- कोकीन के दुरुपयोग के विषाक्त प्रभाव के लिए एंटीडोट का काम करती है
कैसे काम करती है मुलेठी?
मुलेठी में कैल्शियम, एंटीऑक्सीडेंट्स, एंटीबायोटिक्स और प्रोटीन होते हैं। इसके अलावा इसमें ग्लिसराइजिन(Glycyrrhizin) नामक कंपाउंड पाया जाता है। कई क्लीनिकल ट्रायल में इसे हेपाटाइटीस बी के पेशेंट्स के लिए फायदेमंद पाया गया है।
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सावधानी और चेतावनी
मुलेठी (Licorice) का प्रयोग करने से पहले मुझे क्या पता होना चाहिए?
- मुलेठी का सीमित मात्रा में सेवन ज्यादातर लोगों के लिए सुरक्षित है। इसको लंबे समय के लिए नहीं लेना चाहिए।
- जिन लोगों को हाई ब्लड प्रेशर या लो पोटेशियम लेवल की शिकायत है उन्हें इसका सेवन करने से बचना चाहिए।
- प्रेगनेंसी में मुलेठी का प्रयोग नहीं करना चाहिए। कई शोध के मुताबिक इसका अत्यधिक मात्रा में सेवन मां और बच्चे दोनों को नुकसान पहुंचा सकता है। यह बच्चे के दिमाग की ग्रोथ को नुकसान पहुंचा सकता है।
- मुलेठी का अत्यधिक मात्रा में सेवन करने से शरीर पोटेशियम का स्तर काफी कम हो सकता है। एफडीए के अनुसार इससे हाई ब्लड प्रेशर, सूजन, एब्नार्मल हार्ट रिदम, कंजेस्टिव हार्ट फेलियर की परेशानी हो सकती है।
- अगर आपको कोई रोग है या किसी तरह की कोई एलर्जी है, तो मुलेठी का इस्तेमाल करने से पहले आपने डॉक्टर को अपनी स्थिति के बारे में बताएं।
- अगर आप किसी तरह की दवा ले रहे हैं, तो भी मुलेठी का सेवन करने से पहले अपने डॉक्टर की सलाह जरूर लें। दवा के साथ इसे लेने से साइड इफेक्ट हो सकते हैं। इसलिए इसका सेवन करते वक्त सावधानी बरतें।
- इसके अलावा, यदि आपको किसी खाद्य पदार्थ से किसी तरह की कोई एलर्जी है तो भी इसका सेवन करने से पहले अपने डॉक्टर की सलाह अवश्य लें।
मुलेठी का इस्तेमाल करने के लिए आपको उपरोक्त बताई गई जरूरी बातों का ध्यान रखने की जरूरत है। सुरक्षा के लिहाज से मुलेठी का प्रयोग हमेशा अपने चिकित्सक की देखरेख में ही करें। इसका इस्तेमाल करने से पहले आपको इससे होने वाले लाभ और दुष्प्रभावों की जानकारी होनी जरूरी है।
इन दावाओं के साथ न करें मुलेठी का सेवन:
- यदि आप पोटेशियम के स्तर को कम करन की दवा ले रहे हैं
- ब्लड प्रेशर की दवाओं के साथ इसका सेवन नहीं करना चाहिए
- वॉटर पिल्स के साथ मुलेठी को न लें
- हार्ट रिदम दवाओं के साथ इसके सेवन से बचना चाहिए
- खून को पतला करन वाली दवाओं के साथ न लें
- कोर्टिकोस्टेरॉयड
इन मेडिकल कंडिशन में मुलेठी का सेवन करने से बचना चाहिए:
- हाइपोकलेमिया (hypokalemia)
- क्रोनिक हेपेटाइटिस (Chronic hepatitis)
- कोलेस्टेटिक लिवर डिजिज (Cholestatic liver disease)
- लिवर सिरोसिस (Liver cirrhosis)
- हृदय रोग (heart diseases)
- हाई ब्लड प्रेशर (High blood pressure)
- गंभीर किडनी की समस्याएं (Severe kidney problems)
- एड्रेनल ग्लैंड में ट्यूमर (A tumor in your adrenal glands)
- हाइपोथायरॉइडिज्म (hypothyroidism)
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साइड इफेक्ट्स
मुलेठी (Licorice) से मुझे क्या साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं?
सप्लीमेंट और चाय के तौर पर आमतौर पर वयस्कों में मुलेठी का प्रयोग करना सुरक्षित माना जाता है। इसे लंबे समय के लिए इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। इसको लंबे समय तक लेने या अत्यधिक मात्रा में लेने से निम्नलिखित साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं:
- एनर्जी की कमी
- हार्ट फेल
- थकान महसूस होना
- सिरदर्द
- फ्लयुइड रिटेंशन
- एडिमा
- उच्च रक्तचाप
- मांसपेशियों में कमजोरी या ऐंठन
जरूरी नहीं कि मुलेठी का इस्तेमाल करने वाले हर लोग इन साइड इफेक्ट्स का अनुभव करें। कुछ साइड इफेक्ट्स हमारी लिस्ट में नहीं भी हो सकते हैं। साइड इफेक्ट्स यदि आप की चिंता का सबब बना हुआ है तो कृपया अपने हर्बलिस्ट या डॉक्टर से परामर्श करें।
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डोसेज
मुलेठी (Licorice) को लेने की सही खुराक क्या है?
लिक्वीड एक्सट्रेक्ट (Liquid Extract)
बाजार में मुलेठी सबसे ज्यादा लिक्विड एक्सट्रेक्ट के रूप में उपलब्ध है। इसका उपयोग कैंडी में स्वीटनर के रूप में किया जाता है। इसका 30 मिलीग्राम / एमएल से अधिक सेवन नहीं करना चाहिए। इससे ज्यादा एक्सट्रेक्ट लेने से दुष्प्रभाव हो सकते हैं।
पाउडर (Powder)
मुलेठी पाउडर को आमतौर पर स्किन संबंधित परेशानियों में लगाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। इसके पाउडर के कैप्सूल भी ले सकते हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के दिशानिर्देशों के अनुसार, मुलेठी की खुराक प्रतिदिन 75 मिलीग्राम से कम होनी चाहिए।
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उपलब्ध
किन रूपों में उपलब्ध है मुलेठी (Licorice)?
मुलेठी निम्नलिखित रूपों में उपलब्ध है:
- लिक्वीड एक्सट्रेक्ट (Liquid Extract)
- पाउडर (Powder)
- टी (Tea)
अगर इससे जुड़ा आपका कोई सवाल है, तो कृपया इसके बारे में अधिक जानकारी के लिए आपको अपने डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए।
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