के द्वारा मेडिकली रिव्यूड डॉ. प्रणाली पाटील · फार्मेसी · Hello Swasthya
वेरापामिल को भोजन या भोजन के बिना अन्य दवाइयों के साथ हाई ब्लड प्रेशर के उपचार के लिए किया जाता है। हाई ब्लड प्रेशर को कम करने से स्ट्रोक्स, हार्ट अटैक और किडनी की समस्याओं से बचने में मदद मिलती है। वेरापामिल को कैल्शियम चैनल ब्लॉकर भी कहा जाता है। यह ब्लड वेसल्स को आराम पहुंचाती है, जिससे खून के प्रवाह में आसानी होती है।
वेरापामिल छाती के दर्द (एनजाइना) को दूर करने में भी सहायक है। इससे एक्सरसाइज को करने की क्षमता को बढ़ाने और एनजाइना अटैक को कम करने में मदद मिलती है। अगर आपकी तेज़/असामान्य हार्टबीट है तो वेरापामिल का प्रयोग करके हार्ट रेट को नियंत्रित करने में भी मदद मिलती है।
अन्य इस्तेमाल: इस सेक्शन में इस दवाई के वो फायदे भी बताये गए हैं जो प्रोफेशनल लेवलिंग में लिस्टेड नहीं हैं। लेकिन, आपके डॉक्टर इसकी सलाह दे सकते हैं इस दवाई का प्रयोग तभी करें जब आपके डॉक्टर ने इसकी सलाह दी हो। अन्य प्रकार की दिल की बिमारियों के उपचार में भी इस दवाई का प्रयोग किया जा सकता है।
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वेरापामिल को हमेशा रूम टेंपरेचर पर ही स्टोर करना चाहिए। इसे धूप के सीधे प्रकाश या नमी से दूर रखें। इसे डैमेज होने से बचाने के लिए कभी भी इसे फ्रीज में स्टोर करके न रखें। स्टोर से जुड़ी जानकारी जुटाने के लिए दवा के पैकेज पर लिखे हुए जरूरी निर्देशों को अच्छे से पढ़ें या फिर अपने डॉक्टर से इसके बारे में पूछे। सुरक्षा के लिए, आपको सभी दवाओं को बच्चों और पालतू जानवरों से दूर रखना चाहिए।
दवा का इस्तेमाल न करने पर या उसके एक्सपायर होने पर, डॉक्टर के निर्देश के बिना इसे न ही टॉयलेट में फ्लश करें और न ही नाली में फेकें। सुरक्षित रूप से दवा को नष्ट करने के बारे में अपने फार्मासिस्ट से पूछे।
इस दवाई को लेने से इस बात को जान लें कि इस दवाई से आपको फायदे अधिक होने चाहिए । यह निर्णय आप और आपके डॉक्टर लेंगे। इस दवा के लिए, निम्नलिखित पर विचार किया जाना चाहिए:
अगर आपको इस दवाई या किसी अन्य दवाई से कोई एलर्जी है ,तो अपने डॉक्टर को अवश्य बताएं। यही नहीं, अगर आपको किन्ही अन्य चीज़ों से भी एलर्जी है जैसे भोजन, डाई, परिरक्षक या जानवरों से तो भी डॉक्टर की सलाह लें। जिन उत्पादों की सलाह न दी हो तो उस उत्पाद के लेबल या पैकेज को अच्छे से पढ़ कर ही उसका प्रयोग करें।
बच्चों के उपचार के लिए वेरापामिल टेबलेट के उपयोग की सलाह नहीं दी जाती। इसकी सुरक्षा और प्रभाव के बारे में जानकारी उपलब्ध नहीं है। बच्चों के उपचार में ऐडसरका टैबलेट के प्रभावों के लिए उम्र के संबंध में उचित अध्ययन नहीं किया गया है। सुरक्षा और क्षमता के बारे में जानकारी नहीं है।
आज तक किए गए अध्ययनों में वृद्धावस्था में इस दवाई की से होने वाली समस्याओं के बारे में जानकारी नहीं मिलती है। हालांकि, बुजुर्गों में इस दवाई के लाभ सीमित हो सकते हैं। बुजुर्ग रोगियों में उम्र के बढ़ने के साथ-साथ किडनी की समस्या होने की संभावना अधिक होती है, जिसके लिए मरीजों को वेरापामिल की खुराक की एडजस्टमेंट सावधानी और सतर्कता से करने की आवश्यकता हो सकती है।
प्रेग्नेंसी या ब्रेस्टफीडिंग के दौरान लेना सुरक्षित है या नहीं इस बारे में पर्याप्त जानकारी उपलब्ध नहीं है। इस दवा को लेने से पहले संभावित लाभ और जोखिमों को जानने के लिए हमेशा अपने चिकित्सक से परामर्श करें।
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अगर आप इन में से एलर्जी के कोई भी संकेत देखें तो तुरंत मेडिकल मदद लें जैसे:
सांस लेने से समस्या, होठ, चेहरे या गले में सूजन आदि।
अगर आपको यह गंभीर साइड इफ़ेक्ट महसूस हों तो अपने डॉक्टर से मिलें:
कम गंभीर साइड इफ़ेक्ट इस प्रकार हैं:
सभी इन साइड इफेक्ट्स को महसूस नहीं करते। कुछ ऐसे साइड इफ़ेक्ट भी हो सकते हैं जिन्हें ऊपर न बताया गया हो। अगर आप कोई भी साइड इफेक्ट महसूस करते हैं तो अपने डॉक्टर से परामर्श करें।
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जिन दवाइयों को आप ले रहे हैं, उनके साथ वेरापामिल मिल कर प्रभाव डाल सकती है। इससे दवाई का प्रभाव बदल सकता है और साइड इफेक्ट्स का जोखिम भी बढ़ सकता है। ड्रग इंटरेक्शन से बचने के लिए आपको उन सब दवाइयों और उत्पादों की सूची बना लेनी चाहिए, जिनका प्रयोग आप करते हैं। यह सूची अपने डॉक्टर के साथ शेयर करें। सुरक्षित रहने के लिए अपनी मर्जी से और बिना डॉक्टर की सलाह के किसी भी दवाई की डोज को लेना बंद शुरू या उसमे परिवर्तन न करें।
नीचे दी हुई किसी भी दवाई को वेरापामिल के साथ लेने की सलाह नहीं दी जाती। आपके डॉक्टर इस बात का निर्णय ले सकते हैं कि इस दवाई के साथ आपका इलाज करना है या किसी अन्य दवाई को इसके विकल्प के रूप में उपयोग करेंगे।
इस दवाई को नीचे दी गयी अन्य दवाइयों के साथ लेने की सलाह नहीं दी जाती, लेकिन कुछ मामलों में इन्हे दिया जा सकता है। अगर दोनों दवाइयों को साथ में लेने की सलाह दी गयी है तो आपके डॉक्टर इसकी डोज में परिवर्तन कर सकते हैं ।
निम्नलिखित दवाओं में से किसी के साथ इस दवा का उपयोग करने से कुछ साइड इफेक्ट्स का खतरा बढ़ सकता है। लेकिन, दोनों दवाओं का उपयोग करना आपके लिए सबसे अच्छा इलाज हो सकता है। यदि दोनों दवाईयां एक साथ लेने की सलाह ली जाती हैं, तो आपके डॉक्टर खुराक बदल सकते हैं।
वेरापामिल को भोजन या अल्कोहल के साथ लेने से दवाई के काम करने के तरीके में प्रभाव पड़ सकता है। भोजन और अल्कोहल के साथ इस दवाई के इंटरेक्शन के बारे में कृपया अपने डॉक्टर या फार्मासिस्ट से अवश्य पूछ लें।
वेरापामिल आपकी हेल्थ कंडीशन पर अपना प्रभाव डाल सकता है। यह इंटरेक्शन आपकी हेल्थ कंडीशन को और भी ख़राब या दवाई के प्रभाव को कम कर सकती है। यह बहुत आवश्यक है कि हमेशा अपने डॉक्टर या फार्मासिस्ट को अपनी मौजूदा हेल्थ कंडीशंस के बारे में बताएं। खासतौर पर, अगर:
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यहां पर दी गई जानकारी को डॉक्टर की सलाह का विकल्प न मानें। किसी भी दवा या सप्लिमेंट का इस्तेमाल करने से पहले हमेशा डॉक्टर की सलाह जरूर लें।
ओरल: चिकित्सा के पहले सप्ताह के भीतर वेरापामिल के एंटीहाइपरटेंसिव प्रभाव स्पष्ट हैं।
इमिडिएट रिलीज टेबलेट:
शुरुआती डोज: 80 मिलीग्राम ओरली दिन में 3 बार; वैकल्पिक रूप से, 40 मिलीग्राम मौखिक रूप से दिन में 3 बार उन रोगियों पर विचार किया जा सकता है, जो कम खुराक (उदाहरण के लिए, दस्त) को रेस्पॉन्ड कर सकते हैं।
मेंटेनन्स डोज:ऊपरी अनुमापन चिकित्सीय प्रभावकारिता पर आधारित होना चाहिए,जिसका मूल्यांकन डोज इंटरवेल के अंत में किया जाता है। रोजाना 360 और 480 मिलीग्राम डोज का प्रयोग करना चाहिए लेकिन इस बात का कोई प्रमाण नहीं हैं है कि 360 मिलीग्राम से अधिक खुराक अतिरिक्त प्रभाव प्रदान कर सकती है।
सस्टेनड रिलीज टेबलेट
शुरुआती डोज: सुबह 180 मिलीग्राम दिन में एक बार भोजन के साथ: वैकल्पिक रूप से, भोजन के साथ सुबह एक बार 120 मिलीग्राम मौखिक रूप से उन रोगियों को दी जाती है, जिनकी वेरापामिल के लिए रिस्पांस अधिक होता है।
मेंटेनेंस डोज: ऊपरी अनुमापन चिकित्सकीय प्रभावकारिता और सुरक्षा पर आधारित होना चाहिए,जिसका मूल्यांकन हर हफ्ते किया जाता है, यानि पिछली डोज के लगभग 24 घंटे बाद।
यदि प्रारंभिक खुराक से पर्याप्त प्रतिक्रिया नहीं मिली है, तो इसका ऊपरी अनुमापन हो सकता है।
सस्टेनडी रिलीज कैप्सूल्स
शुरुआती डोज: सुबह 240 मिलीग्राम दिन में एक बार भोजन के साथ: वैकल्पिक रूप से, भोजन के साथ सुबह एक बार 120 मिलीग्राम मौखिक रूप से उन रोगियों को दी जाती है, जिनकी वेरापामिल के लिए रिस्पांस अधिक होता है।
मेंटेनेंस डोज: ऊपरी अनुमापन चिकित्सकीय प्रभावकारिता और सुरक्षा पर आधारित होना चाहिए,जिसका मूल्यांकन हर हफ्ते किया जाता है, यानि पिछली डोज के लगभग 24 घंटे बाद।
यदि प्रारंभिक खुराक से पर्याप्त प्रतिक्रिया नहीं मिली है, तो इसका ऊपरी अनुमापन हो सकता है।
एक्सटेंडेड रिलीज टेबलेट
शुरुआती डोज:180 मिलीग्राम ओरली दिन में एक बार रात को सोते हुए
मैंटेनस डोज:अगर प्रारंभिक खुराक के साथ पर्याप्त प्रतिक्रिया नहीं मिल रही है, तो यह ऊपरी टाइट्रेट हो सकता है।
एक्सटेंडेड रिलीज कैप्सूल्स
शुरुआती डोज: 200 मिलीग्राम ओरली दिन में एक बाद सोने से पहले; दुर्लभ मामलों में शुरुआती डोज
100 मिलीग्राम दिन में एक बार दी जाये लेकिन ऐसा उन रोगियों को दिया जाता है जिनमे वेरापामिल को लेकर रेस्पॉन्स बंद जाए।
मेंटेनेंस डोज: ऊपरी अनुमापन डोज लेने के 24 घंटे बाद चिकित्सकीय प्रभावकारिता और सुरक्षा पर आधारित होना चाहिए। यदि प्रारंभिक खुराक के साथ पर्याप्त प्रतिक्रिया नहीं मिली है, तो यह ऊपरी टाइट्रेट हो सकता है।
1 साल से कम उम्र: आमतौर पर गंभीर एपनिया, ब्रैडीकार्डिया, हाइपोटेंशन रिएक्शन और कार्डियक अरेस्ट के संभावित जोखिम के कारण इस उम्र के बच्चों को इसकी सलाह नहीं दी जाती; IV कैल्शियम बेडसाइड पर उपलब्ध होना चाहिएI
शुरुआती डोज : 0.1 से 0.2 mg/kg/डोज (सामान्यतया सिंगल डोज की रेंज: 0.75 से 2 mg/डोज)
रिपीट डोज : 0.1 to 0.2 mg/kg/डोज (सामान्यतया सिंगल डोज की रेंज: 0.75 से 2 mg/डोज)
पहली डोज के 30 मिनट के बाद अगर शुरुआती रिस्पांस सही न हो
बाद की खुराक के लिए एक आगामी अंतराल निर्धारित नहीं किया गया है और प्रत्येक रोगी के लिए यह अलग होना चाहिए।
1 से 15 साल:
शुरुआती डोज: 0.1 से 0.3 mg/kg/डोज (सामान्यतया सिंगल डोज की रेंज: 2 से 5 mg/डोज)
रिपीट डोज : 0.1 से 0.3 mg/kg/डोज (सामान्यतया सिंगल डोज की रेंज: 2 से 5 mg/डोज)
पहली डोज के 30 मिनट के बाद अगर शुरुआती रिस्पांस सही न हो; 10 mg की डोज नहीं बढ़ाई जा सकती
बाद की खुराक के लिए एक आगामी अंतराल निर्धारित नहीं किया गया है और प्रत्येक रोगी के लिए यह अलग होना चाहिए।
वेरापामिल निम्नलिखित रूप और स्ट्रेंथ में आती है?
ओवरडोज या आपातकालीन स्थिति के लिए अपने स्थानीय डॉक्टर या हॉस्पिटल से संपर्क करें।
ओवरडोज के लक्षण यह हो सकते हैं:
अगर आपसे वेरापामिल की डोज मिस हो जाए, तो जितना जल्दी हो सके इसे ले लें। हालांकि, अगर दूसरी खुराक का समय हो गया है, तो डबल डोज लेने की बजाय एक डोज मिस कर दें।
डिस्क्लेमर
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