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T2DM रोगियों में एरोबिक व्यायाम का प्रभाव क्या है?

और द्वारा फैक्ट चेक्ड Niharika Jaiswal


Niharika Jaiswal द्वारा लिखित · अपडेटेड 10/02/2022

    T2DM रोगियों में एरोबिक व्यायाम का प्रभाव क्या है?

    T2DM रोगियों में एरोबिक व्यायाम का प्रभाव क्या है? कई डायबिटीज पेशेंट में एक्सरसाइज को लेकर मन में कई तरह के सवाल होते हैं। डायबिटीज मेलेटस, जिसे आमतौर पर मधुमेह के रूप में जाना जाता है। यह एक चयापचय रोग है, जो शरीर में हाय ब्लड शुगर का कारण बनता है। यह हॉर्मोन, इंसुलिन रक्त से शर्करा को ऊर्जा के लिए संग्रहीत या उपयोग करने के लिए आपकी कोशिकाओं में ले जाता है। लेकिन डायबिटीज के मरीजों के शरीर में पर्याप्त इंसुलिन नहीं बना पाता है। जब शरीर इंसुलिन का निमार्ण नहीं कर पाता है, तो ग्लूकोज का लेवर ब्लड में बढ़ने लगता है। शरीर में हाय ग्लूकोज शर्करा आपकी नसों, आंखों, गुर्दे और अन्य अंगों को नुकसान पहुंचा सकता है। इसलिए डायबिटीज का इलाज बहुत जरूरी है। तो ऐसे में डायबिटीज के इलाज के लिए दवाओं के साथ एक्सरसाइज भी बहुत जरूरी है। T2DM रोगियों में एरोबिक व्यायाम का प्रभाव क्या है, जानिए यहां। इससे थोड़ा डायबिटीज को भी समझ लेते हैं:

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    डायबिटीज के प्रकार में बारे में जानें यहां (Know about the types of diabetes here)

    डायबिटीज में कई प्रकार देखे जाते हैं, लेकिन इनमें से डायबिटीज टाइप 2 लोगों में होने वाली सबसे आम समस्या है। डायबिटीज के प्रकार इस प्रकार है:

    • टाइप 1 डायबिटीज एक ऑटोइम्यून बीमारी है। यह प्रतिरक्षा प्रणाली अग्न्याशय में कोशिकाओं पर हमला करती है और नष्ट कर देती है, जिस कारण इंसुलिन का निमार्ण नहीं हो पाता है।
    • टाइप 2 डायबिटीज तब होता है, जब आपका शरीर इंसुलिन के लिए प्रतिरोधी हो जाता है, और आपके रक्त में शर्करा का निर्माण होता है।
    • प्रीडायबिटीज किसी में तब होती है, जब आपके शरीर में रक्त शर्करा सामान्य से अधिक होता है।

    इन सभी का इलाज अलग-अलग होता है, जो कि मरीज में डायबिटीज के प्रकार और उनकी स्थिति पर निर्भर करता है। वैसे डायबिटीज टाइप 2 की समस्या लोगों में सबसे ज्यादा देखी जाती है।डायबिटीज की देखभाल के लिए तीन बातों का मुख्य ध्यान रखना आवश्यक है:

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    डायबिटीज और एक्सरसाइज में संबंध: एक्सपर्ट की राय (The relationship between diabetes and exercise)

    व्यायाम मधुमेह वाले लोगों के लिए फायदेमंद है क्योंकि यह न केवल आपके ग्लूकोज के स्तर को कम कर सकता है, बल्कि कसरत के 24 घंटे तक भी ग्लू कोज को कम कर सकता है। अमेरिकन डायबिटीज एसोसिएशन के अनुसार, “जैसे-जैसे आप अधिक व्यायाम करते हैं, आपका शरीर ग्लूकोज को संसाधित करने में और भी बेहतर हो जाता है और आपकी इंसुलिन संवेदनशीलता बढ़ जाती है।” एरोबिक व्यायाम (जैसे चलना, दौड़ना, तैरना या साइकिल चलाना) आपके ग्लूकोज के स्तर को कम कर सकता है क्योंकि आपका शरीर ऊर्जा के लिए ग्लूकोज का उपयोग करता है।

    डायबिटीज में वेट लिफ्टिंग एक्सरसाइज (Weight lifting exercise in diabetes) की बात करें, तो डायबिटीज पेशेंट को नियमित रूप से एक्सरसाइज जरूर करना चाहिए। एक्सरसाइज, उनके शरीर में इंसुलिन प्रतिरोध को कम करके इंसुलिन के उत्पादन को अच्छा बनाता है। नियमित एकसरसाइज करने के डायबिटीज के मरीजों में कई फायदे हैं। इससे सेल्स (Cells) को शर्करा प्राप्त होती है और ब्लड शुगर भी नियंत्रित रहता है। वेट लिफ्टिंग करने से टाइप 2 डायबिटीज की समस्या में बहुत आराम मिलता है। इतना ही नहीं, डायबिटीज में वेट लिफ्टिंग एक्सरसाइज के कई हेल्थ बेनेफिट (Health Benefits) भी हैं, जैसे कि डायबिटीज एवं अन्य तरह की क्रॉनिक डिजीज (Chronic disease) का रिस्क कम होता है। शारीरिक रूप से आप एक्टिव भी रहते हैं और मांसपेशियां मजबूत बनी रहती है।

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    T2DM रोगियों में एरोबिक व्यायाम के फायदे (Benefits of aerobic exercise in T2DM patients)

    डायबिटीज का मतलब है कि आपके रक्त में ग्लूकोज की अधिक मात्रा, जिसे रक्त शर्करा भी कहा जाता है। हमारा शरीर ऊर्जा के निमार्ण के लिए ग्लूकोज का उपयोग करता है। लेकिन आपके रक्त में बहुत अधिक ग्लूकोज होने से आपको नुकसान हो सकता है। लेकिन एरोबिक्स एक्सरसाइज से शरीर में ब्लड शुगर को कंट्रोल रखा जा सकता है। शरीर में ब्लड शुगर को कंट्रोल कर के आप अपने गुर्दे, आंखों, नसों, पैरों और कई अन्य शरीरिक जटिलताओं के जोखिम को कम कर कर सकते हैं। शुगर कंट्रोल रहने से दिल का दौरा या स्ट्रोक के खतरे को कम किया जा सकता है। डायबिटीज में एक्सरसाइज के कई फायदे हो सकते हैं, जिनमें शामिल हैं:

    • अपने रक्त शर्करा और अपने रक्तचाप को कंट्रोल में रख सकते हैं
    • एक्सरसाइज से बेड कोलेस्ट्रॉल को कम करें और अपने गुड कोलेस्ट्रॉल का निमार्ण होगा।
    • एक्सरसाइज से इंसुलिन का उपयोग करने के लिए आपके शरीर की क्षमता में सुधार होगा।
    • नियमित एक्सरसाइज से हृदय रोग और स्ट्रोक का जोखिम कम होगा।
    • आप एक्सरसाइज से अपने दिल और हड्डियों को मजबूत रख सकते हैं।
    • अपना बढ़ा हुआ वजन कम होने के साथ वेट कंट्रोल में रहेगा।
    • व्यायाम से शरीर में एनर्जी भी बढ़ेगी
    • आप तनाव के स्तर को भी कम कर सकते हैं।

    इसके अलावा, होने वाले अन्य फायदों में शामिल है। एक्सरसाइज शरीर के लिए कितनी फायदेमंद है, यह सभी जानते हैं। लेकिन डायबिटीज में वेट लिफ्टिंग एक्सरसाइज के कई हेल्थ बेनेफिट्स भी हैं, जिनमें शामिल हैं:

    • ब्लड प्रेशर कंट्रोल में रहता है (Blood Pressure Control)
    • मोटापा कंट्रोल में होता है (Better control of weight)
    • शरीर में एनर्जी अच्छी बनी रहती है (More energy)
    • नींद अच्छी आती है(Better sleep)
    • मूड अच्छा होता है (Improved mood)
    • कोलेस्ट्रॉल अच्छा बना रहता है (cholesterol)
    • तनाव को दूर करता है (Stress management)

    और पढ़ें: Type 2 Diabetes and Levofloxacin: टाइप 2 डायबिटीज में लिवोफ्लॉक्सासिन के साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं?

    T2DM रोगियों में एरोबिक व्यायाम (Aerobic exercise in T2DM patients)

    एरोबिक्स एक्सरसाइज काे कार्डियोवैस्कुलर एक्सरसाइज भी कहा जाता है। क्योंकि यह एक्सरसाइज आपके दिल को पंप करता है और आपकी मांसपेशियों की कार्य क्षमता को बढ़ाता है। एरोबिक व्यायाम के सामान्य उदाहरणों में चलना, दौड़ना, तैरना और साइकलिंग आदि शामिल है।  एरोबिक व्यायाम के दौरान, आपकी मांसपेशियों को अनुबंध करने के लिए ऊर्जा की आवश्यकता होती है। जिससे आपके रक्त में ग्लूकोज से यह ऊर्जा प्राप्त करते हैं और इससे ग्लूकोज के स्तर में नियंत्रण रहने में मदद मिलती है। कई रिसर्च में भी एरोबिक एक्सरसाइज को अधिक समय तक इंसुलिन क्रिया में सुधार करने के लिए प्रभावकारी माना गया है, और निरंतर गतिविधि के साथ अधिक लंबे समय तक नजर आने वाले लाभ देखे जा सकते हैं। एडीए दिशानिर्देश प्रति सप्ताह कम से कम 2.5 घंटे के लिए मिड इंटेसिटी एरोबिक व्यायाम की सलाह दी जाती है। यानिक की आप सप्ताह में तीन भी एक्सराइज कर सकते हैं। टाइप 2 डायबिटीज वाले कई लोगों के लिए, रक्त शर्करा नियंत्रण में सुधार के लिए तेज चलना पर्याप्त हो सकता है। टाइप 2 डायबिटीज के विकास के जोखिम वाले लोगों के लिए, एरोबिक्स एक अच्छी कसरत है, जो शरीर के कई जोखिम को कम कर सकती है। धीरे-धीरे दिन में 5 से 10 मिनट के साथ शुरू करें। प्रति सप्ताह कम से कम 150 मिनट का लक्ष्य रखते हुए, प्रत्येक सप्ताह थोड़ा-थोड़ा समय बढ़ाते जाएं। एरोबिक्स में आप इस तरह की एक्टिविटीज को शामिल कर सकते हैं, जिनमें शामिल हैं:

    • तेज चलना
    • पैदल चलना
    • सीढ़ियां चढ़ना
    • तैरना या वाटर एरोबिक्स करना
    • डांस एरोबिक्स का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है
    • साइकिल चलाना भी एक अच्छा विकल्प है
    • बास्केटबॉल, वॉलीबॉल, या अन्य खेल खेलना
    • इन-लाइन स्केटिंग, आइस स्केटिंग, या स्केटबोर्डिंग
    • टेनिस खेलना
    • क्रॉस कंट्री स्कीइंग आदि।

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    कोई भी एक्सरसाइज अअपने मन से न करें, एक बार डाॅक्टर की सलाह जरूर लें। डायबिटीज में वेट लिफ्टिंग या एरोबिक्स जैसी  एक्सरसाइज के फायदों के बारे में अधिक जानने के लिए एक्सपर्ट से सलाह लें।

    डिस्क्लेमर

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    Niharika Jaiswal


    Niharika Jaiswal द्वारा लिखित · अपडेटेड 10/02/2022

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