स्वस्थ व्यक्तियों में पैंक्रियास इंसुलिन हॉर्मोन रिलीज करता है, जो कि ब्लड में शुगर के लेवल को कंट्रोल करने का काम करता है। खाने के बाद ब्लड में शुगर का लेवल बढ़ जाता है लेकिन इंसुलिन हॉर्मोन के कारण के नियंत्रण में रहता है। जब ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल में ना रहे, तो इस स्थिति को हायपरग्लाइसेमिया (hyperglycemia) के नाम से जाना जाता है। इसका मतलब है कि ब्लड में शुगर का लेवल कंट्रोल में ना रहकर बढ़ जाता है। ऐसा खराब लाइफस्टाइल (Unhealthy lifestyle) के कारण भी हो सकता है। जो लोग मोटे हैं या फिर जो लोग अपने डाइट में पौष्टिक आहार (Nutritious food) की जगह अनहेल्दी फूड्स शामिल करते हैं, उनको मधुमेह की समस्या का खतरा बढ़ जाता है। अगर किसी के परिवार में डायबिटीज की फैमिली हिस्ट्री रही है, तो उन लोगों में भी टाइप 2 डायबिटीज (Type 2 diabetes) का खतरा बढ़ जाता है। डायबिटीज की बीमारी किसी भी उम्र में हो सकती है। डायबिटीज के कारण मेल इनफर्टिलिटी (Male infertility) का खतरा भी बढ़ जाता है। इस बारे में स्टडी हो चुकी हैं, जिनमें ये बात सामने आई हैं। डायबिटीज की समस्या स्पर्म की क्वालिटी को खराब करने का काम करती है। आज इस आर्टिकल के माध्यम से हम आपको हाय ब्लड शुगर और मेल इनफर्टिलिटी (High blood sugar and male infertility) की समस्या के बारे में जानकारी देंगे। आइये जानते हैं कि आखिर क्या डायबिज की समस्या और इसके कारण पैदा हुई इनफर्टिलिटी की समस्या।