आपको डायट में ब्रेड या मीठे स्नैक्स की जगह सब्जियों को स्थान देना चाहिए। सब्जियां आपको नुकसान नहीं पहुंचाएंगी और न ही ब्लड में शुगर लेवल को कम होने देंगी। लो ग्लाइसेमिक वेजीटेबल्स (Low glycemic vegetables) के बारे में डॉक्टर से जानकारी जरूर लें।
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डायबिटीज पेशेंट को आहार में पर्याप्त मात्रा में फाइबर और प्रोटीन शामिल करना चाहिए। आप खाने में हरे पत्तेदार साग में मेथी की सब्जी के साथ ही पालक को जरूर शामिल करें। ये फाइबर, प्रोटीन और अन्य महत्वपूर्ण पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं। आप इन्हें सूप या फिर सब्जी के रूप में खा सकते हैं। फाइबर ब्लड शुगर के स्तर को नियंत्रित करने में मदद कर सकता है। सब्जियों, फलों, मेवा और फलियों में पर्याप्त मात्रा में फाइबर शामिल होता है। आप चाहे तो इस बारे में डॉक्टर से भी जानकारी ले सकते हैं और अपना डायट चार्ट प्रिपेयर कर सकते हैं। वेजीटेबल्स हेल्दी कोलेस्ट्रॉल (Healthy cholesterol) लेवल को मेंटेन करने का काम भी करते हैं और साथ ही ब्लड प्रेशर को भी मेंटेन करते हैं। प्रोटीन की तरह, फाइबर का सेवन लंबे समय तक भरेपन का एहसास कराता है और जल्दी-जल्दी भूख नहीं लगती है।
लो ग्लाइसेमिक वेजीटेबल्स का चयन आप एक्सपर्ट की हेल्प से भी कर सकते हैं। एक बात का ध्यान रखें कि सब्जियों का सेवन करने के दौरान उन्हें अधिक न पकाएं और न ही सब्जियों को कच्चा खाएं। आप को सब्जियों को फ्राय करके भी नहीं खाना चाहिए। आप सब्जियों को उबाल कर या फिर उनका सूप बनाकर पी सकते हैं। आप खाने में नॉन स्टार्ची चुनें, क्योंकि इन वेजटेबल्स में ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है।
हैलो स्वास्थ्य किसी भी प्रकार की चिकित्सा सलाह उपलब्ध नहीं कराता है। हम उम्मीद करते हैं कि आपको इस आर्टिकल के माध्यम से लो ग्लाइसेमिक वेजीटेबल्स ( Low glycemic vegetables) के संबंध में महत्वपूर्ण जानकारी मिल गई होगी। आप स्वास्थ्य संबंधी अधिक जानकारी के लिए हैलो स्वास्थ्य की वेबसाइट विजिट कर सकते हैं। अगर आपके मन में कोई प्रश्न है, तो हैलो स्वास्थ्य के फेसबुक पेज में आप कमेंट बॉक्स में प्रश्न पूछ सकते हैं और अन्य लोगों के साथ साझा कर सकते हैं।
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