टाइप 2 डायबिटीज लॉन्ग टर्म यानी क्रॉनिक कंडीशन है, जिसमें ब्लड में शुगर की मात्रा अधिक हो जाती है। रक्त में शुगर की मात्रा बढ़ जाने से सर्कुलेटरी सिस्टम, नर्वस सिस्टम और इम्यून सिस्टम संबंधित डिसऑर्डर (Immune system disorders) पैदा होने लगते हैं। टाइप 2 डायबिटीज की समस्या होने पर पैंक्रियाज पर्याप्त मात्रा में इंसुलिन का प्रोडक्शन नहीं कर पाता है। इंसुलिन ब्लड में शुगर की मात्रा को नियंत्रित करने का काम करता है। टाइप 2 डायबिटीज के पेशेंट के शुगर को नियंत्रित करने के लिए विभिन्न प्रकार के ड्रग्स दिए जाते हैं। हाल ही में टाइप 2 डायबिटीज में न्यू ड्रग ट्रीटमेंट (Type 2 Diabetes New Drug Treatment) के बारे में जानकारी मिली है। टाइप 2 डायबिटीज के लिए तीन नए ड्रग अप्रूव किए गए हैं, जिसकी जानकारी हम आपको यहां देंगे। जानिए टाइप 2 डायबिटीज में न्यू ड्रग ट्रीटमेंट (Type 2 Diabetes New Drug Treatment) के बारे में।
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टाइप 2 डायबिटीज में न्यू ड्रग ट्रीटमेंट (Type 2 Diabetes New Drug Treatment)
टाइप 2 डायबिटीज में न्यू ड्रग ट्रीटमेंट (Type 2 Diabetes New Drug Treatment) के अंतर्गत तीन दवाईयों को अप्रूव किया गया है। ये मेडिसिंस यू. एस. फूड और ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन की ओर से अप्रूव की गई हैं। तीनों दवाओं में न्यू एक्टिव इंग्रीडिएंट्स को शामिल किया गया है। एलोग्लिप्टिन (Alogliptin) नेसिना (Nesina) नाम का ब्रांड से उपलब्ध हैं। नेसिना (Nesina) के अलावा एजेंसी ने कजानो (Alogliptin and metformin hydrocholoride) के साथ ही ओसेनी (Aogliptin and pioglitazone) को मंजूरी दी।
टाइप 2 डायबिटीज में (Type 2 diabetes) शरीर में इंसुलिन का प्रोडक्शन (Production of insulin) पर्याप्त मात्रा में नहीं हो पाता है, जिससे ब्लड में शुगर का लेवल (Blood sugar level) अचानक से बढ़ जाता है। हर साल लाखों लोग इस बीमारी से पीड़ित होते हैं, ऐसे में सही समय पर दवाओं का सेवन और लाइफस्टाइल में सुधार बहुत जरूरी हो जाता है। टाइप 2 डायबिटीज में न्यू ड्रग ट्रीटमेंट (Type 2 Diabetes New Drug Treatment) में अप्रूव की गई दवा नेसीना (Nesina) की करीब 14 क्लीनिकल ट्रायल में स्टडी की गई और टाइप 2 डायबिटीज से पीड़ित करीब 8,500 लोगों को इसमें शामिल भी किया गया। नेसीना (Nesina) ड्रग का इस्तेमाल टाइप 1 डायबिटीज से पीड़ित व्यक्ति नहीं कर सकते हैं। एफ डी ए के अनुसार, जिन लोगो के ब्लड या यूरिन में उच्च मात्रा में केटोन्स (Ketones) होता है, उन्हें भी इस ड्रग का सेवन न करने की सलाह दी जाती है।
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टाइप 2 डायबिटीज में न्यू ड्रग ट्रीटमेंट के रूप में एलोग्लिप्टिन (Alogliptin)
एलोग्लिप्टिन (Alogliptin) दवा का इस्तेमाल टाइप 2 डायबिटीज में न्यू ड्रग ट्रीटमेंट (Type 2 Diabetes New Drug Treatment) के रूप में किया जा रहा है। एलोग्लिप्टिन (Alogliptin)का इस्तेमाल डॉक्टर प्रिस्क्रिप्शन पर ही किया जाता है। इसका इस्तेमाल टैबलेट के रूप में किया जाता है। ये ब्लड शुगर के लेवल को नियंत्रित करने का काम करती है। कुछ टैबलेट में एक्टिव इंग्रीडिएंट के रूप में एलोग्लिप्टिन (Alogliptin) के साथ ही मेटफार्मिन (Metformin) का इस्तेमाल किया जाता है। मेटफार्मिन का इस्तेमाल भी डायबिटीज ट्रीटमेंट के दौरान किया जाता है। अगर आपको इस बीमारी के बारे में अधिक जानकारी चाहिए, तो आप डॉक्टर से भी संपर्क कर सकते हैं।
एलोग्लिप्टिन आपके शरीर में बनने वाले इंसुलिन की मात्रा को बढ़ाने का काम करता है। इंसुलिन की पर्याप्त मात्रा का उत्पादन होने से ब्लड में शुगर का लेवल भी कंट्रोल में आ जाता है। दवा का सेवन दिन में एक बार करना चाहिए। आपको इस बारे में डॉक्टर से भी जानकारी लेनी चाहिए। एलोग्लिप्टिन जहां एक ओर टाइप 2 डायबिटीज को कंट्रोल में रखती है वहीं इस दवा का सेवन करने से कुछ साइड इफेक्ट्स जैसे कि सिरदर्द (Headaches), अपच (Indigestion), दस्त (Diarrhoea) और त्वचा पर चकत्ते (Skin rashes) हो सकते हैं। सभी लोगों में ये लक्षण नजर आएं, ये जरूरी नहीं है। दवा का रख रखाव कैसे करना या फिर दवा की डोज भूल जाने पर क्या करना है, आपको इस बारे में डॉक्टर से जानकारी लेनी चाहिए। हैलो हेल्थ किसी भी प्रकार की चिकित्सा सलाह, निदान या उपचार उपलब्ध नहीं कराता है।
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टाइप 2 डायबिटीज में न्यू ड्रग ट्रीटमेंट के रूप में एलोग्लिप्टिन और मेटफॉर्मिन हाइड्रोक्लोराइड (Alogliptin and metformin hydrocholoride)
एलोग्लिप्टिन और मेटफॉर्मिन हाइड्रोक्लोराइड (Alogliptin and metformin hydrocholoride) एक्टिव इंग्रीडिएंट के रूप में कजानो (Kazano) ब्रांड के नाम से मिलती है। इस दवा का सेवन डॉक्टर की सलाह पर ही किया जाता है। दवा का सेवन ओरली यानी मुंह से किया जाता है। एलोग्लिप्टिन और मेटफॉर्मिन हाइड्रोक्लोराइड का कॉम्बिनेशन हाय ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करता है। लिवर से बनने वाली शुगर को भी ये दवा कंट्रोल करती है। मेटफोर्मिन इंसुलिन को प्रॉपर स्टोर करने का काम करता है। शुगर की मात्रा ज़्यादा होने पर स्टमक में भी शुगर को कम एब्जॉर्व करता है। इस दवा का सेवन खाने के बाद करना चाहिए। अगर आपको पहले से कोई हेल्थ कंडीशन (Health condition) या फिर आप पहले से किसी दवा का सेवन कर रहे हैं, तो इस बारे में डॉक्टर को जानकारी जरूर दें। अगर दवा के सेवन के बाद आपको कोई दुष्प्रभाव नजर आए, तो भी डॉक्टर को जरूर बताएं। हैलो हेल्थ किसी भी प्रकार की चिकित्सा सलाह, निदान या उपचार उपलब्ध नहीं कराता है।
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टाइप 2 डायबिटीज में न्यू ड्रग ट्रीटमेंट के रूप में एओग्लिप्टिन और पियोग्लिटाजोन का कॉम्बिनेशन
टाइप 2 डायबिटीज में न्यू ड्रग ट्रीटमेंट के रूप में एओग्लिप्टिन और पियोग्लिटाजोन का कॉम्बिनेशन ओसेनी (Oseni) ब्रांड के नाम से उपलब्ध है। डॉक्टर प्रॉपर डायट और एक्सरसाइज के साथ ही ओसेनी (Oseni) दवा को लेने की सलाह देते हैं। ये दवा हाय बीपी को कंट्रोल करने के साथ ही किडनी डैमेज ( kidney damage) के खतरे को भी कम करने का काम करती है। इस दवा का सेवन करने से हाय ब्लड शुगर के कारण होने वाली समस्या जैसे कि ब्लाइंडनेस (Blindness), नर्व प्रॉब्लम, सेक्शुअल फंक्शन प्रॉब्लम (Sexual function problems) आदि समस्याओं से भी राहत मिलती है। डायबिटीज को अगर कंट्रोल न किया जाए, तो हार्ट अटैक और स्ट्रोक आदि बीमारियों का खतरा भी बढ़ जाता है। ऐसे में इस दवा का सेवन अन्य बीमारियों की संभावना को कम कर देता है।
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अगर आपको टाइप 2 डायबिटीज डायग्नोज हुआ है, तो आपको डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए और खानपान के साथ ही लाइफस्टाइल में भी बदलाव करना चाहिए। आप डॉक्टर से जानकारी लेने के बाद ही दवाओं का सेवन करें। बिना सलाह के कोई भी दवा न लें, वरना आपको समस्या हो सकती है। रोजाना एक्सरसाइज ब्लड शुगर को कंट्रोल करने में मदद करेगी। अगर आपको मोटापे की समस्या है, तो आपको अधिक सावधानी की जरूरत है। फिर भी आपको किसी प्रकार का कंफ्यूजन हो, तो डॉक्टर से ही जानकारी लें।
इस आर्टिकल के माध्यम से आपको टाइप 2 डायबिटीज में न्यू ड्रग ट्रीटमेंट (Type 2 Diabetes New Drug Treatment) के बारे में जानकारी मिल गई होगी। हैलो हेल्थ किसी भी प्रकार की चिकित्सा सलाह, निदान या उपचार उपलब्ध नहीं कराता। उम्मीद है आपको हैलो हेल्थ की दी हुई जानकारियां पसंद आई होंगी। अगर आपको इस संबंध में अधिक जानकारी चाहिए, तो हमसे जरूर पूछें। हम आपके सवालों के जवाब मेडिकल एक्स्पर्ट्स द्वारा दिलाने की कोशिश करेंगे।
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